उत्तर प्रदेश के बिजनौर में एक ऐसा मामला सामने आया है, जिसने हर किसी को हैरान कर दिया। एक घरेलू सहायिका, यानी कामवाली बाई, रोजाना धुले हुए बर्तनों पर पेशाब छिड़क रही थी। इस घिनौने कृत्य का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया, जिसे देखकर घरवालों के होश उड़ गए। यह वीडियो देखते ही देखते इंटरनेट पर छा गया और लोगों में गुस्सा और हैरानी का माहौल बन गया।
वायरल वीडियो ने खोली पोलयह पूरी घटना तब सामने आई जब एक महिला, जिसका नाम सामंत्रा बताया जा रहा है, का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से फैलने लगा। इस वीडियो में वह साफ किए हुए बर्तनों पर पेशाब छिड़कते हुए साफ दिखाई दे रही है। इस घृणित हरकत को देखकर लोग हैरान हैं और सोशल मीडिया पर तरह-तरह की प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं। कुछ लोग इसे बीमार मानसिकता बता रहे हैं, तो कुछ इसे समाज में नैतिकता की कमी से जोड़ रहे हैं।
पुलिस ने लिया तुरंत एक्शनइस वीडियो के वायरल होने के बाद बिजनौर की नगीना पुलिस हरकत में आई। नगीना पुलिस स्टेशन के स्टेशन हाउस ऑफिसर (एसएचओ) संजय कुमार ने बताया कि जैसे ही यह वीडियो गुरुवार को उनके संज्ञान में आया, पुलिस ने तुरंत कार्रवाई शुरू कर दी। आरोपी महिला को गिरफ्तार कर लिया गया है। एसएचओ ने आगे बताया, “हमने इस मामले में महिला के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है, और जाँच अभी जारी है। हम यह पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं कि आखिर उसने ऐसा क्यों किया।”
क्या है लोगों की प्रतिक्रिया?घरेलू महिला नौकरानी ने रसोई में बर्तनों पर छिड़क रही थी पेशाब---CCTV में कैद हुई ये घिनौनी हरकत तब पुलिस ने लिया हिरासत में, ऐसा क्यों किया ये बताने से किया इंकार...
— आदित्य तिवारी / Aditya Tiwari (@aditytiwarilive) August 21, 2025
वायरल वीडियो बिजनौर जिला, उत्तर प्रदेश का बताया जा रहा है... pic.twitter.com/Q21XRmoeKp
इस घटना ने न सिर्फ बिजनौर बल्कि पूरे देश में लोगों को सोचने पर मजबूर कर दिया है। सोशल मीडिया पर लोग इस वीडियो को लेकर अपनी नाराजगी जाहिर कर रहे हैं।
You may also like
ईसीसी में सामाजिक विषमताओं और यथार्थ को उजागर करती प्रेमचंद की कहानियों का हुआ मंचन
राजा रामकुमार भार्गव स्मारक राज्य 6 रेड स्नूकर चैम्पियनशिप 25 अगस्त से
डीएमके प्रवक्ता के.एस. राधाकृष्णन अमित शाह की उपस्थिति में भाजपा में हुए शामिल
कटनी में शनिवार को होगा 'मप्र माइनिंग कॉनक्लेव 2.0' का आयोजन, देशभर के निवेशक-उद्योगपति होंगे शामिल
मप्र में जनजातीय परिवारों को सशक्त करने के लिए बनेगा तीन लाख 'आदि कर्मयोगियों' का समर्पित संवर्ग