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बलिया में यूपी ट्रेड शो स्वदेशी मेला का आगाज

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बलिया, 9 अक्टूबर (Udaipur Kiran News) . जिले में यूपी ट्रेड शो स्वदेशी मेला का शुभारम्भ प्रभारी मंत्री दयाशंकर मिश्र दयालु ने गुरुवार को किया. नौ से 18 अक्टूबर तक चलने वाले मेले में विभिन्न द्वारा प्रदर्शनी भी लगाई गई है.

ट्रेड शो के मुख्य अतिथि एवं प्रभारी मंत्री दयाशंकर मिश्र दयालु ने कहा कि कभी कल्पना नहीं की जा सकती थी कि किसानों द्वारा उगाया गया अनाज भी बाजार में न बिके, लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सरकार में 2014 से देश में जो प्रगति की है, उसने असंभव को संभव कर दिखाया है. देश में एक करोड़ से अधिक स्वयं सहायता समूह सक्रिय हैं, जिनसे 10 करोड़ से अधिक महिलाएं जुड़ी हुई हैं. जनधन योजना के तहत 54 करोड़ गरीब परिवारों के खाते खोले गए, जिनमें दो लाख का जीवन बीमा भी जोड़ा गया.

उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार की ओर से संचालित सभी योजनाओं जैसे वृद्धा पेंशन, विकलांग पेंशन आदि का लाभ अब सीधे इन खातों के माध्यम से पहुंच रहा है. प्रदेश सरकार ने स्थानीय उत्पादों को बढ़ावा देने के लिए प्रदेश के हर जिले में विशेष मेलों के आयोजन की योजना बनाई है. इन मेलों के माध्यम से ग्रामीण और शहरी कारीगरों, किसानों, और स्वयं सहायता समूहों को अपने उत्पाद सीधे बाजार तक पहुंचाने का अवसर मिलेगा. यह पहल ‘डबल इंजन सरकार’ के आत्मनिर्भर भारत के विजन को साकार करने की दिशा में एक बड़ा कदम है.

इन मेलों में ऑर्गेनिक खेती, मिलेट्स (मोटा अनाज), हस्तशिल्प, घरेलू उत्पाद, और महिलाओं द्वारा निर्मित वस्तुओं को प्रदर्शित किया जाएगा. यह न केवल स्थानीय उत्पादों को एक नया बाजार देगा, बल्कि उन्हें राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय पहचान भी दिलाएगा. प्रदेश सरकार की पहल से अब तक Uttar Pradesh के 17 से अधिक पारंपरिक उत्पादों को जीआई टैग मिल चुका है. इनमें गाजीपुर, बलिया, मिर्जापुर और बनारस जैसे जिलों के उत्पाद भी शामिल हैं, जो अब वैश्विक स्तर पर पहचान बना रहे हैं.

हाल ही में नोएडा में आयोजित Uttar Pradesh ट्रेड फेयर में विदेशी निवेशकों और खरीदारों ने प्रदेश के उत्पादों में गहरी रुचि दिखाई. Chief Minister योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में Uttar Pradesh सरकार का लक्ष्य है कि वर्ष 2047 तक भारत को दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनाया जाए, जिसमें Uttar Pradesh की केन्द्रीय भूमिका होगी. इन मेलों के माध्यम से एफपीओ (किसान उत्पादक संगठन) और स्वयं सहायता समूहों को मजबूती मिल रही है, जिससे महिलाएं और किसान आर्थिक रूप से सशक्त हो रहे हैं.

(Udaipur Kiran) / नीतू तिवारी

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