लखीमपुर खीरी, 4 सितंबर (Udaipur Kiran) । उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी जिले में बाढ़ की स्थिति पर लगातार निगरानी रखी जा रही है। प्रभावित परिवारों तक राहत पहुंचाने और मौके की वस्तुस्थिति परखने के लिए प्रशासनिक अधिकारी खुद मैदान में उतरकर हालात का जायजा ले रहे हैं। इसी क्रम में गुरुवार को जिलाधिकारी दुर्गा शक्ति नागपाल के निर्देश पर एडीएम नरेंद्र बहादुर सिंह ने तहसील धौरहरा के बाढ़ प्रभावित ग्राम लुधौनी और मड़वा का दौरा किया।
एडीएम स्वयं ट्रैक्टर पर सवार होकर गांव पहुंचे। उनके साथ एसडीएम धौरहरा शशिकांत मणि भी मौजूद रहे। दुर्गम और जलभराव वाले मार्गों से होते हुए जब अधिकारी गांव पहुंचे तो ग्रामीणों ने राहत की सांस ली। एडीएम व एसडीएम ने प्रभावित परिवारों से मिलते हुए उनका कुशलक्षेम जाना और कहा कि बाढ़ की इस आपदा में प्रशासन उनके साथ खड़ा है। उन्होंने ग्रामीणों को आश्वस्त किया कि राहत सामग्री, भोजन और चिकित्सीय सुविधाओं की आपूर्ति लगातार जारी रहेगी।
निरीक्षण के दौरान सीएसआर के माध्यम से तैयार की गई विशेष बाढ़ राहत किट का वितरण किया गया। इस किट में छाता, मच्छरदानी, टॉर्च, पानी की बोतल और सेनेटरी नैपकीन जैसी जरूरी सामग्री सम्मिलित थी। प्रभावित ग्रामीणों ने एडीएम को बताया कि उन्हें प्रशासन की ओर से लंच पैकेट भी उपलब्ध कराए जा रहे हैं। समय से भोजन मिलने पर उन्होंने संतोष व्यक्त किया और प्रशासन के प्रयासों के लिए आभार जताया।
एडीएम नरेंद्र बहादुर सिंह ने कहा कि जिले की सभी तहसीलों के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में राहत व बचाव कार्य लगातार संचालित हैं। डीएम के नेतृत्व में टीम सक्रिय रूप से कार्य कर रही है। हमारी प्राथमिकता यह सुनिश्चित करना है कि कोई भी परिवार राहत से वंचित न रहे। बाढ़ प्रभावितों के लिए मोबाइल टॉयलेट एवं पानी टैंकर की भी व्यवस्था की गई हैं।
—————
(Udaipur Kiran) / देवनन्दन श्रीवास्तव
You may also like
मोहसिन नकवी का क्रिकेट से वजूद मिट जाएगा, एशिया कप ट्रॉफी चोर पर भारत का हथौड़ा, ये है मास्टर प्लान?
जम्मू-कश्मीर: BSF ने बढ़ाई सीमा पेट्रोलिंग, शत्रु गतिविधियों पर कड़ी नजर
Bentley ने भारत में खोला अपना पहला ऑफिशियल शोरूम, मुंबई के नरिमन पॉइंट से की शुरुआत
NEET में शानदार नंबर लाई, बनने वाली थी` डॉक्टर… 'इज्जत' के लिए पिता ने उसी की बलि चढ़ा दी
इंतजार कीजिए... बिहार चुनाव पर उपेंद्र कुशवाहा बोले- इधर-उधर की खबरों पर मत जाइए, वार्ता अभी पूरी नहीं हुई है