रांची, 07 नवंबर (Udaipur Kiran) . अपराध अनुसंधान विभाग (सीआईडी) के साइबर क्राइम थाना ने एक बड़े साइबर धोखाधड़ी मामले का खुलासा किया है.
डीएसपी नेहा बाला ने शुक्रवार को बताया कि 10 सितंबर को साइबर क्राइम थाने में पीड़ित ने लिखित शिकायत की थी कि साइबर अपराधी ने उसे नामी वित्तीय संस्थाओं के नाम पर नकली इन्वेस्टमेंट और ट्रेडिंग ऐप्स, जैसे फायर्स एचएनआई के माध्यम से फर्जी ट्रेडिंग फाइनेंस का झांसा देकर 3.75 करोड़ रुपये ठगा. मामले को लेकर पीड़ित ने साइबर क्राइम थाना में (कांड संख्या 109/25)दर्ज कराया. अनुसंधान में क्रम में ठगी में शामिल साइबर अपराधी को गिरफ्तार किया गया है. पकड़े गए साइबर अपराधी की पहचान दीप मजूमदार जो West Bengal के दक्षिण दिनाजपुर जिला का रहने वाला है. इसके पास से मोबाईल, सिम कार्ड और ठगी से संबंधित व्हाट्सएप चार्ट बरामद किया गया है.
डीएसपी ने बताया कि साइबर अपराधी ने पीड़ित को फायर्स सिक्यूरिटी प्राइवेट लिमिटेड नामक एक व्हाट्सएप ग्रुप में जोड़ा, जहां आकर्षक ट्रेडिंग ऑफर भेजे जा रहे थे. बाद में पीड़ित को एक फर्जी ऐप फायर्स डाउनलोड करने को कहा गया. फर्जी ऐप में पीड़ित को नकली मुनाफा दिखाया गया, जिससे उसका विश्वास बढ़ जाए. इस झांसे में आकर पीड़ित ने विभिन्न बैंक खातों में लगभग 3.75 करोड़ रुपये हस्तांतरित कर दिए.
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(Udaipur Kiran) / विकाश कुमार पांडे
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