कानपुर, 16 अगस्त (Udaipur Kiran) । विश्व हिन्दू परिषद् (विहिप) की स्थापना श्रीकृष्ण जन्माष्टमी 29 अगस्त 1964 को मुंबई में पूज्य संत-महात्माओं, धर्माचार्यों और राष्ट्रनिष्ठ विचारकों के आह्वान पर हुई थी। इसका उद्देश्य हिन्दू समाज को संगठित कर सनातन धर्म, संस्कृति और परंपरा की रक्षा करना है। यह बातें शनिवार को कानपुर के विहिप क्षेत्र संगठन मंत्री गजेन्द्र ने कही।
कानपुर महानगर के बीएनएसडी शिक्षा निकेतन बेनाझाबर व सरस्वती शिशु मन्दिर गोविन्द नगर में विश्व हिन्दू परिषद स्थापना दिवस का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में मुख्य वक्ता विहिप क्षेत्र संगठन मंत्री गजेन्द्र ने कहा कि विश्व हिन्दू परिषद (विहिप) की स्थापना का उद्देश्य हिन्दू समाज की एकता मंदिरों की स्थिति और मंदिर मुक्ति अभियान की आवश्यकता है।
आगे उन्होंने बताया कि विहिप ने रामजन्मभूमि आंदोलन से लेकर गौ-रक्षा, धर्मांतरण विरोध, और सेवा कार्यों में उल्लेखनीय योगदान दिया है।
मंदिर मुक्ति अभियान के बारे में उन्होंने ज़ोर देते हुए कहा कि देश के कई राज्यों में हजारों प्राचीन मंदिर आज भी सरकारी नियंत्रण में हैं, जहाँ सरकारें उनके धार्मिक, प्रशासनिक और आर्थिक कार्यों में हस्तक्षेप कर रही हैं। यह हिन्दू समाज की आस्था और परंपरा का अनादर है।
मंदिरों को समाज की आत्मा कहा जाता है। इनका नियंत्रण किसी भी सरकार के हाथ में नहीं बल्कि समाज के प्रतिनिधियों के पास होना चाहिए। हमारा अभियान सरकारी नियंत्रण से मंदिरों की मुक्ति इसी दिशा में एक शांतिपूर्ण, कानूनी और सामाजिक जागरण का प्रयास है।
उन्होंने लोगों से इस अभियान में सक्रिय रूप से जुड़ने की अपील करते हुए कहा कि यह आंदोलन किसी सरकार के विरुद्ध नहीं, बल्कि हमारे धर्म की स्वतंत्रता और समाज की गरिमा की रक्षा हेतु है।
विश्व हिंदू परिषद स्थापना दिवस भगवन् योगेश्वर श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के पावन अवसर पर विश्व हिंदू परिषद कानपुर द्वारा परांपरागत 42वीं प्रभात फेरी सोमदत्त प्लाजा से शुरू हो कर बुक मार्केट चंद्रेश्वर हाता चौबेगोला मिश्रीबाजार चौक मेस्टन रोड से होते हुए बाबा बंदूकेश्वर महादेव मंदिर पर आकर ठाकुर जी की आरती कर संपन्न हुई। फेरी में प्रमुख रूप से प्रकाश शर्मा पूर्व राष्ट्रीय संयोजक बजरंग दल, आशीष गुप्ता प्रांत सह गोरक्षा प्रमुख, मानू अवस्थी, अर्चना तिवारी, प्रांत सत्संग प्रमुख शंभू, भाग कार्यवाह कालीचरण, जिला सह मंत्री चेतन बाजपेई, नरेश समेत बड़ी संख्या में लोग उपस्थित रहे।
कार्यक्रम में महंत जितेंद्रदास जी महाराज, विहिप प्रान्त अध्यक्ष राजीव महाना, अटल प्रताप जी, विभागाध्यक्ष नरेश माहेश्वरी विभाग मंत्री गौरांग, जिलाध्यक्ष डॉ राजेश त्रिवेदी तथा एस के गुप्ता, जिलामंत्री युवराज द्विवेदी तथा नितिन जगरानी, अनुराग दुबे, प्रशांत शुक्ल, सहित अनेक विशिष्टजन उपस्थित रहे। सभी ने एक स्वर में मंदिर मुक्ति अभियान का समर्थन किया और इसे देशभर में जन-आंदोलन बनाने का आह्वान किया।
(Udaipur Kiran) / रोहित कश्यप
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