काठमांडू, 04 नवंबर (Udaipur Kiran) . सोशल मीडिया के माध्यम से नेपाल में हिंसा भड़काने के प्रयास में कुछ समय से निगरानी में चल रहे डॉ. निकोलस भुसाल को पुलिस ने मंगलवार को गिरफ्तार आकर लिया. काठमांडू के अपराध अनुसंधान कार्यालय की एक टीम ने उन्हें गोरखा से हिरासत में लिया.
पुलिस अधिकारियों के अनुसार पिछले Saturday को आयोजित पत्रकार सम्मेलन में भुसाल ने पूर्व प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली और पूर्व गृहमंत्री रमेश लेखक को “हत्यारा” कहते हुए उनके घरों में आग लगाने की धमकी दी थी. भुसाल ने चेतावनी दी थी कि यदि सरकार ८–९ सितम्बर के आंदोलन में शामिल लोगों के विरुद्ध कार्रवाई नहीं करती है, तो उनका समूह खुद ही कदम उठाएगा. उन्होंने प्रधानमंत्री सुशीला कार्की के खिलाफ भी अपमानजनक टिप्पणी की थी. उन्हें अयोग्य बताते हुए आरोप लगाया था कि सरकार प्रदर्शनकारियों पर दमन करने वालों की रक्षा कर रही है.
इससे पहले ९ अक्टूबर को भुसाल को माइतीघर में एक प्रदर्शन आयोजित करने के प्रयास के दौरान संक्षिप्त रूप से हिरासत में लिया गया था. बाद में जारी मेडिकल रिपोर्ट में उनके शरीर में क्यानाबिस (गांजा) के सेवन के प्रमाण मिले, जिसके बाद पुलिस ने उन्हें पुनर्वास केन्द्र भेज दिया था.
भुसाल की यह गिरफ्तारी ऐसे समय में हुई है, जब कुछ दिन पहले ही उन्होंने सरकार को गिरफ्तार करने की खुली चुनौती दी थी. उन्होंने ५ मार्च को कार्यपालिका प्रमुख के प्रत्यक्ष निर्वाचन की मांग दोहराते हुए समर्थकों से दो दिन पहले माइतीघर मण्डला में प्रदर्शन में शामिल होने का आह्वान किया था, हालांकि वे स्वयं वहां उपस्थित नहीं हुए.
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(Udaipur Kiran) / पंकज दास
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