कोलकाता, 10 जुलाई (Udaipur Kiran) । पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने गुरुवार को जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला से कोलकाता स्थित राज्य सचिवालय में मुलाकात की। इसके बाद ममता ने केंद्र सरकार से कश्मीर में सुरक्षा और शांति बहाल करने के लिए तत्काल कदम उठाने की अपील की। उन्होंने कहा कि घाटी में पर्यटन को पुनर्जीवित करने के लिए यह बेहद जरूरी है।
पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकी हमले के बाद दोनों मुख्यमंत्रियों की पहली मुलाकात थी। उस हमले में 26 लोगों की जान गई थी, जिनमें अधिकांश पर्यटक थे।
ममता बनर्जी ने कहा कि केंद्र सरकार को तुरंत प्रभाव से जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा और शांति सुनिश्चित करनी चाहिए ताकि अधिक से अधिक पर्यटक वहां जा सकें। कश्मीर प्रकृति और संस्कृति की दृष्टि से बेहद समृद्ध है और वहां जाने से डरने की कोई जरूरत नहीं है। अगर जरूरत हो तो केंद्र सरकार को उमर अब्दुल्ला से बात कर आवश्यक व्यवस्था करनी चाहिए। मुख्यमंत्री ने कश्मीरी लोगों के प्रति एकजुटता जताते हुए कहा कि उमर ने उन्हें घाटी आने का निमंत्रण दिया है, जिसे स्वीकारते हुए वे दुर्गा पूजा के बाद कश्मीर जाने की कोशिश करेंगी।
संयुक्त प्रेस वार्ता में उमर अब्दुल्ला ने ममता बनर्जी और बंगाल सरकार को आतंकवादी हमले के बाद दिए गए सहयोग के लिए धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा, “पहलगाम हमले और ऑपरेशन सिंदूर के बाद दीदी ने एक टीम को पुंछ और राजौरी भेजा था ताकि प्रभावित परिवारों से मिलकर मदद पहुंचाई जा सके। मैं इसके लिए उनका आभारी हूं।”
उमर ने ममता को कश्मीर आने का न्यौता दियाअब्दुल्ला ने कहा कि वह बंगाल और जम्मू-कश्मीर के बीच संबंधों को मजबूत करना चाहते हैं। उन्होंने कहा, “मैं दीदी को औपचारिक तौर पर घाटी आने का निमंत्रण देना चाहता हूं। मैं चाहता हूं कि दोनों राज्य पर्यटन, व्यापार और आपसी सहयोग के क्षेत्र में मिलकर आगे बढ़ें। बंगाल के पर्यटकों को पूरा सहयोग और सुरक्षा देना हमारी जिम्मेदारी है।”
मुलाकात के दौरान दोनों मुख्यमंत्रियों के बीच उद्योग, पर्यटन और सांस्कृतिक आदान-प्रदान जैसे क्षेत्रों में सहयोग को लेकर भी चर्चा हुई। उन्होंने यह भी कहा कि पश्चिम बंगाल सरकार राज्य के फिल्म निर्माताओं को कश्मीर को शूटिंग लोकेशन के रूप में अपनाने के लिए प्रोत्साहित करेंगी।
यह बैठक ऐसे समय हुई है जब पहलगाम हमले के बाद जम्मू-कश्मीर सरकार पर्यटन क्षेत्र को फिर से खड़ा करने के लिए अन्य राज्यों से सहयोग और निवेश की दिशा में प्रयासरत है।
(Udaipur Kiran) / ओम पराशर