-ठंडी हवा का आनंद लेने के लिए छत पर गए थे दोनों
-डीएलएफ फेज-3 की चार मंजिला इमारत से गिरी विवाहिता
-हाल में शादी की दूसरी सालगिरह मनाई थी
गुरुग्राम, 19 जुलाई (Udaipur Kiran) । ओडिशा के गंजम क्षेत्र के रहने वाले दंपत्ति को गुरुग्राम में फिल्मी अंदाज में चौथी मंजिल की छत पर आपस में हंसी-मजाक करना महंगा पड़ गया। महिला चौथी मंजिल से गिरी और उसकी दर्दनाक मौत हो गई। यह घटना मंगलवार रात साढ़े 10 से 11 बजे के बीच की है। पुलिस में कोई मुकदमा दर्ज नहीं कराया गया। घटना अब सार्वजनिक हुई है। पुलिस प्रवक्ता संदीप कुमार ने शनिवार को बताया कि पुलिस ने 174 की कार्रवाई करके शव परिजनों को सौंप दिया है।
पुलिस के अनुसार 28 वर्षीय पति दुर्योधन राव व 22 वर्षीय उनकी पत्नी बोरिंगी पार्वती यहां डीएलएफ फेज-3 स्थित एक मकान में रहते थे। बीते मंगलवार को वे ठंडी हवा का आनंद लेने के लिए छत पर बिल्डिंग की छत पर गए थे। दुर्योधन राव एक निजी फर्म में सोशल मीडिया कंटेंट मॉडरेटर की नौकरी करते हैं और बोरिंगी पार्वती एक कॉल सेंटर में काम करती थीं। बोरिंगी पार्वती फिल्मी स्टाइल में हंसी-मजाक कर रही थी। बताया जा रहा है कि वह छत की मुंडेर पर बैठ गई। उसका पति दुर्योधन राव कुछ दूरी पर ही छत पर खड़ा था। उसने अपनी पत्नी बोरिंगी पार्वती को नीचे उतरने के लिए कहा तो उसका संतुलन बिगड़ गया। दुर्योधन राव तुरंत उसकी तरफ भागा और नीचे गिरती पत्नी के हाथ पकड़ लिए। दोनों मदद के लिए चिल्ला रहे थे, लेकिन उनकी चीख-पुकार किसी ने नहीं सुनीं। दुर्योधन के हाथों से उसकी पत्नी बोरिंगी छूटने को थी। दो मिनट तक वह अपनी पत्नी को ऊपर की तरफ खींचता रहा, लेकिन वह कामयाब नहीं हुआ। उसकी पत्नी उनके हाथों से छूटी और नीचे जा गिरी। उसे गंभीर चोटें आई। पति दुर्योधन राव उसे आनन-फानन में उठाकर अस्पताल ले जाने लगा। दुर्योधन राव द्वारा पुलिस को जानकारी दी गई कि उसकी पत्नी अस्पताल ले जाते समय कहती रही कि उसे बहुत दर्द हो रहा है। वह उसे भरोसा दिलाता रहा कि उसे कुछ नहीं होगा। इसी बीच आधे घंटे बाद उसकी पत्नी बोरिंगी पार्वती की मौत हो गई।
हाल ही में मनाई थी शादी की दूसरी सालगिरह
दुर्योधन राव ने बताया कि हाल ही में उन्होंने गुरुग्राम में अपनी शादी की दूसरी सालगिरह मनाई थी। उनका परिवार हंसी-खुशी से चल रहा था। शादी के तुरंत बाद ही वे ओडिशा से गुरुग्राम शिफ्ट हो गए थे। गुरुग्राम पुलिस के पीआरओ संदीप कुमार के मुताबिक, इस मामले में किसी भी तरह से गड़बड़ी नजर नहीं आई। दुर्योधन राव द्वारा अपनी पत्नी को बचाने के लिए चोटिल भी होना पड़ा। क्योंकि वह उसे ऊपर की तरफ खींच रहा था। उसकी छाती पर काफी चोट के निशान हैं। पार्वती के परिवार की ओर से भी ऐसी कोई शिकायत नहीं दी गई, जो कि उसके पति दुर्योधन राव पर कोई संदेह पैदा करती हो। ऐसे में पुलिस ने 174 की कार्यवाही यानी गवाहों के बयान दर्ज करके जांच कार्यवाही समाप्त कर दी। शव परिजनों को सौंप दिया।
(Udaipur Kiran)
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