काठमांडू, 25 मई . नेपाल में राजतंत्र के खात्मे के बाद शनिवार को पहली बार पूर्व राजपरिवार के सदस्योंं ने राजदरबार में प्रवेश किया. पूर्व राजा ज्ञानेन्द्र शाह अपने परिवार के साथ 19 साल बाद राजदरबार पहुंचे. उन्होंने महल में परिवार के साथ पूर्जा अर्चना भी की.
जिस राजमहल में रहकर पूर्व राजा ज्ञानेन्द्र शाह ने वर्षों तक देश पर शासन किया, उस नारायणहिटी राजदरबार में 19 सालों के बाद अपनी पत्नी कोमल शाह, अपने पोते हृदयेन्द्र शाह और अन्य सदस्यों के साथ प्रवेश किया. उन्होंने अपने परिवार के साथ राजदरबार के भीतर बने चतुर्व्युह नारायण मंदिर में जाकर विधिवत पूजा की. इस अवसर पर राजपुरोहित ने वैदिक मंत्रोच्चार के साथ विधिपूर्वक पूजा कराई.
इस दौरान पूर्व राज परिवार के सदस्य राजदरबार के मुख्य भवन तक नहीं गए, जहां रह कर वह अपना शासन चलाया करते थे. हालांकि राजदरबार परिसर में रह रहीं अपनी मां रत्न राज्य लक्ष्मी देवी शाह से ज्ञानेन्द्र शाह ने मुलाकात की. इस मौके पर मौजूद डा. जगमान गुरूंग ने बताया कि 29 मई से शुरू हो रहे राजसंस्था समर्थकों के आंदोलन का मुख्य उद्देश्य ही पूर्व राजा को राजदरबार के स्थापित करना है. उससे पहले पूर्व राजपरिवार के सदस्यों का राजदरबार में जाना एक शुभ संकेत है.
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/ पंकज दास
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