कानपुर, 04 सितम्बर (Udaipur Kiran) । उत्तर प्रदेश के कानपुर जनपद में मोतीझील स्थित नगर निगम मुख्यालय से मास एण्टी रैबीज वैक्सीनेशन प्रोग्राम की शुरूआत की गयी। एण्टी रैबीज वैक्सीनेशन वैन को महापौर प्रमिला पाण्डेय व नगर आयुक्त सुधीर कुमार ने गुरूवार को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।
महापौर प्रमिला पांडेय ने बताया कि यह कार्यक्रम भारत सरकार के रैबीज मुक्त भारत अभियान का एक हिस्सा है, जिसका उद्देश्य पशु व मनुष्य दोनो को रैबीज जैसी घातक बीमारी से सुरक्षा सुनिश्चित करना है। उन्होंने कहा कि रैबीज एक घातक बीमारी है, जो मूल रूप से कुत्ते द्वारा मनुष्य को काट लेने पर फैलती है, जिसका बचाव एकमात्र रेबीज टीकाकरण ही है। इसके तहत कानपुर नगर निगम द्वारा पशु प्रेमियो, एनीमल एक्टिविस्ट तथा एनजीओ के सहयोग से आवारा श्वानो का उनके मूल स्थानों पर ही टीकाकरण का कार्य किया जायेगा।
नगर आयुक्त सुधीर कुमार ने बताया कि सर्वोच्च न्यायालय के आदेश के क्रम में कुत्तों को मूल स्थान से विस्थापित नहीं किया जा सकता है। अतः सभी वार्डों में ही एण्टीरैबीज वेक्सीनेशन वैन मय दस्ते भेजकर टीकाकरण का कार्य किया जायेगा। डॉग वैक्सीनेशन टीम में पैरावेट, वैक्सीनेटर और डॉग कैचर रहेंगे।
नगर आयुक्त ने बताया कि महापौर द्वारा जनपद के सभी नागरिको से अपील की गयी है कि अपने पालतू कुत्तों का भी टीकाकरण अवश्य करायें तथा आवारा कुत्तों के टीकाकरण में सहयोग प्रदान करें। उन्होंने कहा कि श्वान पालक भी एआरवी वैन से अपने निजी पालतू श्वानों का वैक्सीनेशन करवा सकते हैं। लेकिन उनका रजिस्ट्रेशन नगर निगम में कराना अनिवार्य होगा । देश को रैबीज मुक्त बनाने की मुहिम का हिस्सा बनें।
नगर आयुक्त सुधीर कुमार ने यह भी अवगत कराया कि कानपुर नगर निगम द्वारा आक्रामक व कटखने कुत्तों के लिये जल्द ही डॉग सेल्टर हाउस बनाया जायेगा। मास एण्टीरैबीज कार्यक्रम रैबीज मुक्त कानपुर की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
(Udaipur Kiran) / मो0 महमूद
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