चंपावत, 21 अगस्त (Udaipur Kiran) । आपदा की विभीषिकाओं से बचाव अब केवल सरकारी जिम्मेदारी नहीं, बल्कि जनसहभागिता से ही संभव है। इसी उद्देश्य के तहत डॉ. आर. एस. टोलिया उत्तराखण्ड प्रशासन अकादमी नैनीताल के तत्वावधान में दो दिवसीय आपदा प्रबंधन जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
अकादमी महानिदेशक बीपी पाण्डे और खंड विकास अधिकारी कविंद्र सिंह रावत एवं एबीडीओ आरसी जोशी की उपस्थिति में कार्यक्रम का शुभारंभ हुआ। विकास खंड लोहाघाट में आयोजित इस प्रशिक्षण में 55 प्रतिभागी शामिल हुए। इनमें ग्राम विकास अधिकारी, ग्राम पंचायत विकास अधिकारी, राजस्व उपनिरीक्षक, पुलिसकर्मी, होमगार्ड, पीआरडी जवान और स्वयंसेवी संस्थाओं के प्रतिनिधि प्रमुख रहे।
कार्यक्रम निदेशक डॉ. मंजु पाण्डे ने आपदाओं के कारण, उनकी संवेदनशीलता और तैयारी के चरणों पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि यदि समुदाय को प्रशिक्षित किया जाए तो जनहानि और आर्थिक नुकसान को काफी हद तक रोका जा सकता है।
स्वास्थ्य विभाग से डॉ. गौरंग जोशी ने प्राथमिक उपचार की बारीकियां साझा कीं, जबकि शमन विभाग ने अग्निकांड की रोकथाम और त्वरित कार्यवाही के उपायों की जानकारी दी। प्रशिक्षण के दूसरे दिन आइसीई संस्था की टीम ने बचाव और निकासी कार्यों का लाइव प्रदर्शन किया। प्रतिभागियों को उपकरणों के प्रयोग से लेकर आपदा के समय सामुदायिक सहयोग की अहमियत का व्यावहारिक प्रशिक्षण दिया गया।
(Udaipur Kiran) / राजीव मुरारी
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