काठमांडू, 5 जून (Udaipur Kiran) । देश में राजशाही की वापसी को लेकर चलाए जा रहे काठमांडू केन्द्रित प्रदर्शन आज से समाप्त होने की घोषणा करते हुए आगे से जिला और शहर केंद्रित प्रदर्शन करने की योजना बनाई गई है।
राजशाही की वापसी को लेकर संयुक्त रूप से आंदोलन कर रहे सभी राजनीतिक दल और संस्थाओं की बुधवार को हुई बैठक के बाद काठमांडू केन्द्रित प्रदर्शन को स्थगित करने का निर्णय किया गया। इस आंदोलन का नेतृत्व कर रहे राष्ट्रीय प्रजातंत्र पार्टी के अध्यक्ष राजेन्द्र लिंगदेन की अनुपस्थिति में हुई इस बैठक में पहले चरण के आंदोलन के समाप्ति की घोषणा की गई।
संयुक्त जन आंदोलन संघर्ष समिति की तरफ से इसके संयोजक नवराज सुवेदी ने बुधवार की देर रात को बयान जारी करते हुए आने वाले दिन में जिला और शहर केंद्रित प्रदर्शन होने की जानकारी दी है। उन्होंने इन प्रदर्शनों में नेपाली सेना, नेपाल पुलिस और अन्य सुरक्षाबलों के अवकाश प्राप्त अधिकारियों और जवानों को अधिक से अधिक सहभागी होने की अपील की है।
बताया जा रहा है कि राजशाही की मांग को लेकर संयुक्त रूप से आंदोलन में उतरे राजनीतिक दल और संस्थाओं के बीच में मनमुटाव के कारण काठमांडू केन्द्रित प्रदर्शन को स्थगित करते हुए इसे प्रथम चरण का आंदोलन समाप्त होने की बात कही गई है। इस बैठक से राजेन्द्र लिंगदेन की अनुपस्थिति ने उनके बीच में चल रहे आपसी विवाद की खबरों को और अधिक बल दिया है। बैठक के दौरान दूसरे बड़े नेता कमल थापा के बोलने के समय भी काफी हंगामा हुआ था।
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(Udaipur Kiran) / पंकज दास
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