पंचकूला के सेक्टर 27 में सोमवार देर रात एक कार में एक परिवार के सात सदस्यों के शव मिले। बताया जा रहा है कि कारोबार में बार-बार घाटे और फाइनेंसरों के दबाव के चलते उन्होंने आत्महत्या कर ली। मृतकों में उद्योगपति प्रवीण मित्तल (42), उनकी पत्नी रीना (38), मां विमला (71), पिता देशराज (72), जुड़वां बेटियां ध्रुविका और दलीशा (11) और बेटा हार्दिक (14) शामिल हैं। शुरुआती जांच के मुताबिक मूल रूप से हिसार के बरवाला निवासी प्रवीण मित्तल 2007-08 में अपने परिवार को पंचकूला शिफ्ट कर गए थे। यहां उन्होंने बैंक से लोन लेकर स्क्रैप फैक्ट्री लगाई, लेकिन उन्हें करोड़ों रुपये का घाटा हुआ। बैंक के दिवालिया होने के बाद प्रवीण ने देहरादून में फाइनेंसरों से लोन लेकर टूर एंड ट्रैवल का कारोबार शुरू किया, लेकिन वह भी नहीं चला। फाइनेंसरों के दबाव में आकर उन्होंने 25 दिन पहले देहरादून छोड़ दिया और पंचकूला के सकेतड़ी में किराए के मकान में रहने लगे। लेकिन, लेनदारों ने उसे अकेला नहीं छोड़ा। वे उस पर पैसे लौटाने का दबाव बनाने लगे। परिवार को डराया-धमकाया। पूरे परिवार को जान से मारने की धमकी दी। इससे तंग आकर पूरे परिवार ने एक साथ जहर खाकर आत्महत्या कर ली।
पुलिस के साथ ही प्रवीण मित्तल के ससुर राकेश गुप्ता ने बताया कि प्रवीण करोड़ों के कर्ज के कारण परेशान था। फाइनेंसरों का भी दबाव था, इसलिए उसने आत्महत्या कर ली। पुलिस ने मौके से दो सुसाइड नोट बरामद किए हैं। पुलिस ने सुसाइड नोट को हैंडराइटिंग जांच के लिए फोरेंसिक लैब भेज दिया है। पुलिस फाइनेंसरों द्वारा प्रवीण मित्तल को किए जा रहे फोन कॉल की भी जांच कर रही है।
भतीजे ने उठाया सवाल, 10 दिन पहले तक सब ठीक था
प्रवीण के भतीजे अंकित मित्तल ने बताया कि 2007 में चाचा पर बैंक का कर्ज था, लेकिन तब उन्होंने ऐसा फैसला नहीं लिया। अब कर्ज के कारण आत्महत्या का सवाल ही नहीं उठता। इसके बाद पुलिस हत्या और आत्महत्या दोनों एंगल से जांच कर रही है। अंकित ने बताया कि 30 अप्रैल को चाचा पूरे परिवार के साथ भाई की शादी में शामिल होने दिल्ली आए थे। पूरा परिवार काफी खुश था। चाचा भी नाच रहे थे। 10 दिन पहले चाचा से बात हुई थी। उन्हें देखकर नहीं लगा कि वह इतना बड़ा कदम उठा सकते हैं।
तीन दिन के लिए बाहर जाने की बात कहकर निकले थे परिवार
प्रवीण मित्तल और उनका परिवार सोमवार सुबह 9.30 बजे घर से निकले थे। पुलिस सुबह से शाम तक परिवार कहां रह रहा है, इसकी जांच कर रही है। पुलिस की फोरेंसिक टीम ने सेक्टरी स्थित उनके घर की तलाशी ली। घर के मालिक मनीष ने बताया कि सुबह प्रवीण का फोन आया था। उन्होंने कहा था कि वे तीन दिन की यात्रा पर जा रहे हैं। मंगलवार सुबह परिवार को सूचना मिली कि उन्होंने जहर खाकर आत्महत्या कर ली है। परिवार काफी अच्छा था।
सुसाइड नोट में लिखा- चाची का बेटा करेगा अंतिम संस्कार
अंकित ने बताया कि सोमवार रात को पुलिस का फोन आया था। वे मंगलवार सुबह 10 बजे पंचकूला पहुंचे। पुलिस ने उन्हें बताया कि सुसाइड नोट में प्रवीण ने लिखा है कि मेरे सभी परिजनों की मौत के बाद अंतिम संस्कार उसकी बुआ के बेटे संदीप अग्रवाल करेंगे।
दो सुसाइड नोट मिले हैं। एक कार के डैशबोर्ड पर और दूसरा बैग के अंदर मिला। फोरेंसिक टीम दोनों के हस्ताक्षरों की जांच कर रही है। पता लगाने का प्रयास किया जा रहा है कि सुसाइड नोट किसने लिखा है। नोट में कहा गया है कि प्रवीण मित्तल की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं है। सीसीटीवी फुटेज के अनुसार, सोमवार शाम करीब 6:40 बजे सेक्टर-27 के मकान 1204 के पीछे खाली प्लॉट में कार खड़ी थी। इसका बाबा बागेश्वर की कहानी से कोई लेना-देना नहीं है। -अमित दहिया, क्राइम एंड ट्रैफिक, डीसीपी, पंचकूला पुलिस।
वहीं, प्रवीण के ससुर राकेश गुप्ता ने कहा, 'मेरी बेटी रीना मित्तल की मौत नहीं हुई, उसके पति प्रवीण ने उसे जहर दिया है। इस तरह मेरी बेटी की हत्या हो जाएगी और मैं कुछ नहीं कर पाऊंगा। मैंने कभी सपने में भी ऐसा नहीं सोचा था।' यह कहते हुए प्रवीण के ससुर राकेश गुप्ता फफक कर रो पड़े। उन्होंने कहा कि उन्होंने हमेशा अपने दामाद प्रवीण मित्तल की मदद की। इसके बाद भी उनके साथ विश्वासघात किया गया। उन्होंने उसे मकान खरीद कर दिया। देहरादून में अपना कारोबार स्थापित करने के लिए पैसे दिए। इसके बाद वह उसे ठीक से नहीं चला पाया और उसने मेरी बेटी, मेरी दो पोतियों और एक पोते को जहर देकर मार डाला। उन्होंने कहा कि मैं चाहता हूं कि मेरी बेटी का अंतिम संस्कार किया जाए और किसी को भी उसके शव को छूने की इजाजत न दी जाए। इस संबंध में प्रवीण मित्तल ने अपनी बेटी के शव का अलग से अंतिम संस्कार करने पर जोर दिया। इस दौरान दोनों पक्षों के बीच झगड़ा हो गया। रिश्तेदारों और परिवार के सदस्यों ने बीच-बचाव कर मामला शांत कराया। इसके बाद चंडीमंदिर थाना और अन्य थानों से पुलिसकर्मी मौके पर पहुंचे। इसी बीच बेटी के शव का पोस्टमार्टम किया गया। पोस्टमार्टम के बाद रीना के पिता राकेश गुप्ता उसके शव को मनीमाजरा श्मशानघाट ले गए और उसका अलग से अंतिम संस्कार किया। वहीं मृतक प्रवीण मित्तल के चचेरे भाई और फिर परिजन अन्य लोगों के शव लेकर मौके पर पहुंचे। इसके बाद उनका अंतिम संस्कार किया गया। रीना के पिता राकेश गुप्ता पिंजौर स्थित हिमशिखा कॉलोनी में रहते हैं। कर्ज से परेशान एक ही परिवार के सात सदस्यों की मौत के बाद मृतक रीना मित्तल के पिता राकेश गुप्ता ने अपनी बेटी की हत्या का आरोप लगाकर हंगामा खड़ा कर दिया। उन्होंने पोस्टमार्टम हाउस के बाहर अपनी बेटी का अंतिम संस्कार खुद करने की जिद की, जिसके बाद घटनास्थल पर तनावपूर्ण स्थिति पैदा हो गई। सेक्टर-6 सिविल अस्पताल के पोस्टमार्टम हाउस के बाहर रोते हुए राकेश गुप्ता
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