सप्ताह के पहले दिन यानी सोमवार को भारतीय शेयर बाजार में कमजोर शुरुआत के संकेत मिल रहे हैं। सुबह 7:05 बजे गिफ्ट निफ्टी फ्यूचर्स 49 अंकों की गिरावट के साथ 25,174 पर कारोबार कर रहा था, जो बाजार में थोड़ी नकारात्मकता का संकेत दे रहा है। आज बाजार की दिशा तय करने में कई घरेलू और वैश्विक कारक अहम भूमिका निभा सकते हैं।
सीपीआई और डब्ल्यूपीआई आंकड़ों से आरबीआई को मिल सकती है राहतभारत के खुदरा (सीपीआई) और थोक मुद्रास्फीति (डब्ल्यूपीआई) के जून के आंकड़े आज आने वाले हैं। खुदरा मुद्रास्फीति जून में और कम होने और लगातार पाँचवें महीने भारतीय रिजर्व बैंक के 4% के लक्ष्य से नीचे रहने की उम्मीद है। मई में सीपीआई गिरकर 2.82% पर आ गई, जो 75 महीनों में सबसे कम है। विशेषज्ञों के अनुसार, यह गिरावट खाद्य कीमतों में नरमी और पिछले साल के उच्च आधार के कारण है। इससे आरबीआई को ब्याज दरों को स्थिर रखते हुए आर्थिक विकास को प्राथमिकता देने का मौका मिल सकता है।
डोनाल्ड ट्रंप की टैरिफ घोषणा ने व्यापार युद्ध की आशंका बढ़ाईवैश्विक मोर्चे पर सबसे बड़ी चिंता पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के एक नए फैसले को लेकर है। उन्होंने यूरोपीय संघ और मेक्सिको से आने वाले उत्पादों पर 1 अगस्त से 30% आयात शुल्क लगाने की घोषणा की है। यह घोषणा ट्रंप ने अपने प्लेटफॉर्म ट्रुथ सोशल पर की, जिससे निवेशकों को वैश्विक व्यापार युद्ध की आशंका है। हालाँकि, यूरोपीय संघ और मेक्सिको ने अमेरिका के साथ बातचीत जारी रखने और समाधान खोजने की इच्छा व्यक्त की है।
एशियाई बाजारों में मिली-जुली शुरुआतएशिया-प्रशांत क्षेत्र में सप्ताह की मिली-जुली शुरुआत हुई। जापान के निक्केई और टोपिक्स में मामूली गिरावट देखी गई, जबकि कोरिया का कोस्पी बढ़त में रहा। ऑस्ट्रेलिया का ASX 200 भी थोड़ा कमजोर रहा। दूसरी ओर, एशियाई कारोबारी घंटों के दौरान अमेरिकी वायदा सूचकांक (डॉव जोन्स, नैस्डैक, एसएंडपी 500) कमजोरी के साथ कारोबार करते देखे गए। यह दर्शाता है कि वैश्विक निवेशक फिलहाल सतर्क हैं।
सिंगापुर की अर्थव्यवस्था से राहत की खबरअंतर्राष्ट्रीय मोर्चे पर सिंगापुर की जीडीपी का प्रदर्शन बेहतर रहा है। सिंगापुर की अर्थव्यवस्था 2025 की दूसरी तिमाही में 4.3% बढ़ी, जो पिछली तिमाही की 3.9% वृद्धि दर से ज़्यादा और बाज़ार की 3.5% की उम्मीदों से बेहतर है। यह एक सकारात्मक संकेत है कि कुछ एशियाई अर्थव्यवस्थाएँ व्यापारिक तनाव के बीच भी मज़बूती दिखा रही हैं।
टीसीएस के नतीजों के बाद अब एचसीएल टेक, टाटा टेक पर नज़रबाजार में कई प्रमुख कंपनियों के पहली तिमाही (Q1FY26) के नतीजे आज सामने आएंगे, जिनमें एचसीएल टेक, टाटा टेक सबसे ज़्यादा चर्चा में रहेंगी। इनके अलावा, बनारस होटल्स, डेन नेटवर्क्स, ओला इलेक्ट्रिक मोबिलिटी, तेजस नेटवर्क्स और संभव स्टील ट्यूब्स के नतीजे भी आज जारी होंगे।
एफआईआई-डीआईआई गतिविधियों जैसे संकेत11 जुलाई को विदेशी निवेशकों (एफआईआई) ने ₹5,155.68 करोड़ की भारी बिकवाली की, जबकि घरेलू संस्थागत निवेशकों (डीआईआई) ने ₹3,482.95 करोड़ की खरीदारी की। इससे साफ़ है कि विदेशी निवेशक फिलहाल सतर्क रुख अपना रहे हैं, जबकि घरेलू निवेशक आश्वस्त बने हुए हैं।
आईपीओ बाज़ार में हलचल जारीआज शेयर बाज़ार में तीन आईपीओ सूचीबद्ध होंगे - ट्रैवल फ़ूड सर्विसेज़ (मेनलाइन), स्मार्टन पावर (एसएमई) और केमकर (एसएमई)। इसके अलावा, एंथम बायोसाइंसेज़ और स्पनवेब नॉनवॉवन के आईपीओ सब्सक्रिप्शन के लिए खुलेंगे। स्मार्टवर्क्स कोवर्किंग का आज तीसरा सब्सक्रिप्शन डे है। वहीं, एस्टन फार्मास्युटिकल्स और सीएफएफ फ्लूइड कंट्रोल के आईपीओ के शेयरों की आवंटन प्रक्रिया आज जारी रहेगी।
सोने और कच्चे तेल दोनों में तेज़ीकमोडिटी बाज़ार की बात करें तो ट्रंप की टैरिफ़ घोषणा के बाद सोने की माँग बढ़ी है। निवेशकों ने सुरक्षित निवेश के तौर पर सोने का रुख़ किया। सोना 1.4% बढ़कर 3,372.60 डॉलर प्रति औंस हो गया। अमेरिकी सोना वायदा भी 1% बढ़ा। वहीं, कच्चे तेल की कीमतों में भी 2% से ज़्यादा की बढ़ोतरी हुई। ब्रेंट क्रूड 70.36 डॉलर और डब्ल्यूटीआई क्रूड 68.45 डॉलर प्रति बैरल पर बंद हुआ। तेल की कीमतों में यह बढ़ोतरी निकट भविष्य में आपूर्ति में कमी और रूस पर संभावित प्रतिबंधों की आशंकाओं के कारण है।
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