आपने कभी सोचा है कि रसोई में उपयोग होने वाले एलपीजी सिलेंडर पर भी बीमा कवर मिलता है? जी हां, घरेलू गैस सिलेंडर से जुड़े हादसों में नुकसान होने पर ग्राहक को बीमा क्लेम मिल सकता है—वो भी 50 लाख रुपये तक। लेकिन बहुत से लोग इस बात से अनजान हैं और दुर्घटना की स्थिति में भी इसका लाभ नहीं ले पाते। आइए जानते हैं सिलेंडर की एक्सपायरी डेट की पहचान कैसे करें, किन परिस्थितियों में क्लेम मिलता है, और आप इसे कैसे प्राप्त कर सकते हैं।
क्या आप जानते हैं गैस सिलेंडर की भी होती है एक्सपायरी डेट?रसोई गैस सिलेंडर में गैस प्रेशर काफी अधिक होता है। समय के साथ सिलेंडर की धातु कमजोर हो सकती है और अगर इसमें गैस भरी जाती है, तो यह ब्लास्ट कर सकता है। इस कारण गैस एजेंसियां नियमित रूप से सिलेंडर की जांच और टेस्टिंग करती हैं।
एक्सपायरी डेट कहां देखें?
हर एलपीजी सिलेंडर के ऊपरी हिस्से में तीन धारियां होती हैं। इनमें एक पर A-23, B-24, C-25 जैसे कोड होते हैं।
इनमें A, B, C और D तिमाही को दर्शाते हैं:
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A = जनवरी से मार्च
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B = अप्रैल से जून
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C = जुलाई से सितंबर
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D = अक्टूबर से दिसंबर
इसके बाद दी गई संख्या उस साल को दर्शाती है, जैसे C-25 का मतलब है कि वह सिलेंडर सितंबर 2025 तक वैध है।
क्या होता है गैस सिलेंडर का इंश्योरेंस कवर?हर घरेलू एलपीजी ग्राहक को तीनों सरकारी तेल कंपनियों — इंडियन ऑयल, भारत पेट्रोलियम और हिंदुस्तान पेट्रोलियम — के माध्यम से थर्ड पार्टी बीमा कवर मिलता है। इस बीमा की पॉलिसी ICICI Lombard जैसी कंपनियों से कराई जाती है।
इंश्योरेंस कवर में शामिल हैं:
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गैस सिलेंडर से ब्लास्ट या लीकेज होने पर शारीरिक नुकसान
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संपत्ति को नुकसान होने पर क्लेम
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मौत की स्थिति में आश्रितों को क्लेम
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अधिकतम ₹50 लाख तक का कवरेज
अगर आपने एक्सपायर्ड सिलेंडर का इस्तेमाल किया हो या गैस अवैध तरीके से भरी गई हो, तो इंश्योरेंस क्लेम रद्द हो सकता है। इसलिए, सिलेंडर लेते समय एक्सपायरी डेट जरूर चेक करें और केवल अधिकृत डिस्ट्रीब्यूटर से ही सिलेंडर प्राप्त करें।
कैसे करें इंश्योरेंस क्लेम?यदि किसी गैस सिलेंडर से जुड़ा हादसा हो गया है, तो इन स्टेप्स को फॉलो करें:
30 दिन के भीतर नजदीकी पुलिस स्टेशन और गैस डिस्ट्रीब्यूटर को सूचित करें।
FIR की कॉपी, मेडिकल रिपोर्ट, हॉस्पिटल बिल, फोटो, और अगर मृत्यु हुई है तो डेथ सर्टिफिकेट तैयार रखें।
डिस्ट्रीब्यूटर बीमा कंपनी के साथ क्लेम प्रक्रिया शुरू करेगा।
बीमा कंपनी जांच के बाद आपको उचित मुआवजा प्रदान करेगी।
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कभी भी पाइप से गैस लीक की गंध को नजरअंदाज न करें।
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नियमित अंतराल पर गैस रेगुलेटर, पाइप और स्टोव की जांच कराते रहें।
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गैस सिलेंडर को छांव में रखें, और अधिक तापमान वाली जगह पर न रखें।
भारत में अधिकतर लोग गैस सिलेंडर का उपयोग करते हैं, लेकिन बहुत कम लोगों को पता होता है कि इस पर भी इंश्योरेंस क्लेम मिल सकता है। अगर आप थोड़ा सा सतर्क रहें और सही जानकारी रखें, तो किसी दुर्घटना की स्थिति में आप या आपके परिवार को आर्थिक सहारा मिल सकता है।
इसलिए अगली बार जब भी आप सिलेंडर लें — डेट जरूर चेक करें, रिसीट लें और सुरक्षित कनेक्शन का उपयोग करें।
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