राजस्थान में मानसून अब पूरे शबाब पर है। आसमान से बरस रही मूसलाधार बारिश ने लोगों का जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया है। भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने 30 जून तक राज्य के पूर्वी और पश्चिमी हिस्सों में भारी बारिश को लेकर रेड अलर्ट जारी किया है। कई जिलों में नालों का पानी सड़कों पर आ गया है, गाड़ियाँ डूब रही हैं और ग्रामीण इलाकों में बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं।
10 साल का रिकॉर्ड टूटा, जयपुर में एक दिन में 77.8 मिमी बारिशराजधानी जयपुर में मानसून ने इस बार रिकार्डतोड़ दस्तक दी है। मंगलवार को सुबह 8 बजे से शाम 5 बजे तक 77.8 मिमी बारिश दर्ज की गई — जो कि पिछले 10 वर्षों में जून महीने में एक दिन में हुई सबसे अधिक बारिश है।
साल 2022 में जून में एक दिन में सबसे ज्यादा 47.3 मिमी बारिश दर्ज की गई थी, लेकिन इस बार का आंकड़ा उसे भी पार कर गया है।
IMD की चेतावनी के अनुसार राजस्थान के 20 से अधिक जिलों में भारी बारिश की आशंका है। इसमें पूर्वी राजस्थान के भरतपुर, कोटा, उदयपुर, अजमेर, जयपुर प्रमुख हैं। वहीं पश्चिमी राजस्थान के बीकानेर, जोधपुर, चूरू में भी 26 जून से बारिश तेज होने की संभावना जताई गई है।
तारीखवार संभावित भारी बारिश वाले जिले:
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25 जून: बारां, कोटा, झालावाड़
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26 जून: कोटा, झालावाड़, डूंगरपुर, प्रतापगढ़
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27 जून: जयपुर, अलवर, भरतपुर, कोटा
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28 जून: जयपुर, सीकर, नागौर, श्रीगंगानगर
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29-30 जून: पश्चिमी राजस्थान के बाड़मेर, जैसलमेर और बीकानेर में तेज बारिश का अनुमान
सीकर के नवलगढ़ रोड की तस्वीरें हैरान करने वाली हैं। यहां 3 फीट तक पानी भर गया, जिससे बाइकें और कारें डूब गईं।
लोगों को जेसीबी और ट्रैक्टर की मदद से बाहर निकाला गया। बारां जिले में कई गांवों का संपर्क टूट गया है और कुछ इलाके टापू जैसे बन गए हैं।
मौसम विभाग की रिपोर्ट के अनुसार मंगलवार को दर्ज अधिकतम तापमान:
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श्रीगंगानगर: 42.8;C
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जैसलमेर: 42.7;C
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बीकानेर: 41.2;C
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जोधपुर: 37.4;C
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बाड़मेर: 40.6;C
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जयपुर: 33.9;C
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कोटा: 35.0;C
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सीकर: 35.4;C
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अजमेर: 34.8;C
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माउंट आबू: 24.4;C (सबसे कम)
न्यूनतम तापमान की बात करें तो:
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माउंट आबू: 18.0;C
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अलवर: 24.1;C
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जयपुर: 25.7;C
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बीकानेर: 30.0;C
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बाड़मेर: 30.1;C
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चूरू: 29.2;C
राज्य के अधिकांश हिस्सों में हवा में नमी 50% से 100% के बीच दर्ज की गई है। इससे यह संकेत मिलता है कि आने वाले दिनों में मानसून और तेज हो सकता है। पूर्वी राजस्थान में इसका असर ज्यादा देखा जा रहा है, लेकिन अब पश्चिमी जिलों में भी बादलों की घनी गतिविधियां शुरू हो चुकी हैं।
क्या करें इस मौसम में?-
निचले इलाकों से दूर रहें, बाढ़ की आशंका बनी हुई है।
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बच्चों और बुजुर्गों को बिना ज़रूरत बाहर न निकालें।
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बिजली के उपकरणों से सावधानी बरतें।
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मौसम विभाग की अपडेट्स पर नजर रखें।
राजस्थान में इस बार मानसून पूरी तरह से सक्रिय हो चुका है और अगले 5 दिनों तक यह कई जिलों में अलर्ट मोड में रहेगा। IMD की चेतावनियों को गंभीरता से लेना जरूरी है, क्योंकि जलभराव और बाढ़ जैसे हालात जान-माल को नुकसान पहुँचा सकते हैं। सरकार और स्थानीय प्रशासन अलर्ट पर हैं, लेकिन आम जनता को भी सतर्क रहने की सख्त ज़रूरत है।
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