इंटरनेट डेस्क। हर साल आषाढ़ माह के शुक्ल पक्ष की एकादशी को देवशयनी के नाम से जाना जाता है। इस दिन भगवान विष्णु योगनिद्रा में चले जाते है। इस साल यह 6 जुलाई को मनाई जाएगी। इसके बाद कोई भी शुभ काम नहीं किया जाता हैं। यह चार महीने चातुर्मास कहलाते हैं, इस दौरान शुभ काम जैसे विवाह, गृहप्रवेश आदि वर्जित माने जाते हैं।
इस दिन क्या करें
इस दिन सूर्याेदय के पहले उठकर स्नान करें स्वच्छ वस्त्र धारण कर सूर्यदेव को जल अर्पित करें। भगवान विष्णु की पूजा का संकल्प लें। भगवान विष्णु की मूर्ति या तस्वीर को गंगाजल से स्नान कराएं, उन्हें पीले वस्त्र पहनाएं और सुंदर फूलों से सजाएं। पूजा के लिए चंदन, तुलसी पत्र, अक्षत, धूप, दीप, नैवेद्य, पंचामृत, फल, और पीले फूलों का उपयोग करें। भगवान विष्णु की मूर्ति के समक्ष दीप प्रज्वलित करें और धूप, दीप, चंदन, पुष्प आदि अर्पित करें.
लगाए ये भोग
पूजा के बाद भगवान विष्णु को पंचामृत और फल का नैवेद्य अर्पित करें, इसके बाद विष्णु सहस्रनाम या विष्णु स्तोत्र का पाठ करें।
pc- jagran
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