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एक राष्ट्र-एक चुनाव: नायब सिंह सैनी का राष्ट्रहित का दृष्टिकोण

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गुरुग्राम में एक राष्ट्र-एक चुनाव का महत्व

(Gurugram News) गुरुग्राम। मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने कहा कि एक राष्ट्र-एक चुनाव (वन नेशन वन इलेक्शन) केवल एक राजनीतिक विचार नहीं है, बल्कि यह राष्ट्रहित का एक महत्वपूर्ण विचार है। यह विचार समय, संसाधनों और जन भागीदारी को सशक्त बनाने में सहायक है। उन्होंने यह बात रविवार को गुरुग्राम में आयोजित एक कार्यक्रम में कही, जहां उन्होंने एक राष्ट्र-एक चुनाव थीम पर आधारित गुरुग्राम रन को रवाना किया। इस अवसर पर हरियाणा के उद्योग एवं वाणिज्य मंत्री राव नरबीर सिंह, खेल राज्य मंत्री गौरव गौतम, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मोहन लाल कौशिक और अन्य नेता भी उपस्थित थे।


एकता में शक्ति: प्रधानमंत्री का सपना

मुख्यमंत्री ने कहा कि जब एक राष्ट्र एक साथ चलता है, तो वह हर बाधा को पार कर सकता है। उन्होंने यह भी बताया कि एक राष्ट्र-एक चुनाव केवल एक नारा नहीं है, बल्कि यह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की उस सोच का प्रतीक है, जो एकता में शक्ति को मानती है। यह विचार हर नागरिक को समान अवसर प्रदान करता है और एक साथ आगे बढ़ने की प्रेरणा देता है। उन्होंने कहा कि यदि पूरे देश में चुनाव एक साथ कराए जाएं, तो चुनावों पर होने वाला खर्च काफी कम हो सकता है और प्रशासनिक संसाधनों का बेहतर उपयोग किया जा सकता है।


गुरुग्राम रन में भाग ले रहे युवा इस बात का प्रतीक हैं कि भारत का भविष्य जागरूक हो चुका है। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह दौड़ केवल शारीरिक फिटनेस का प्रतीक नहीं है, बल्कि लोकतंत्र की फिटनेस का भी प्रतीक है। उन्होंने कहा कि वन नेशन-वन इलेक्शन को सफल बनाने के लिए नवाचार, संवाद और संवेदनशीलता की आवश्यकता है।


गुरुग्राम से परिवर्तन का संकल्प

मुख्यमंत्री ने कहा कि गुरुग्राम केवल एक आधुनिक शहर नहीं है, बल्कि यह भारत की नव-उद्यमिता, तकनीकी विकास और युवा सशक्तिकरण का प्रतीक है। उन्होंने कहा कि यह विचार राजनीतिक सीमाओं से ऊपर उठकर राष्ट्रीय प्राथमिकता बनना चाहिए। यह आयोजन केवल फिटनेस के लिए नहीं है, बल्कि भविष्य के लिए भी है।


युवाओं का समर्थन आवश्यक: गौरव गौतम

कार्यक्रम में खेल राज्य मंत्री गौरव गौतम ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की एक राष्ट्र, एक चुनाव मुहिम में युवाओं की भागीदारी अत्यंत आवश्यक है। उन्होंने बताया कि विभिन्न स्तरों पर चुनाव बार-बार कराने से आर्थिक संसाधनों पर दबाव पड़ता है और विकास की निरंतरता बाधित होती है। इस अवसर पर कई विधायक और नेता भी उपस्थित थे।


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