अमितेश सिंह, बलिया: उत्तर प्रदेश के बलिया जिले के बैरिया क्षेत्र में एक दर्दनाक हादसा हुआ, जहां गंगा तटवर्ती दियरांचल के खेतों में चर रही एक भैंस के मुंह में विस्फोट हो गया। बिहारी यादव निवासी जगदेवां की मूल्यवान भैंस का मुंह खेत में बिखरे विस्फोटक को चबाते ही फट गया, जिससे उसके मुंह का अगला हिस्सा बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया। घटना शुक्रवार शाम की बताई जा रही है, जिसके बाद चरवाहों ने घायल भैंस को जैसे-तैसे गांव पहुंचाया।
स्थानीय पशुपालकों के अनुसार, दियरांचल क्षेत्र में रोजाना लगभग चार दर्जन भैंसें चरने जाती हैं। इनमें बिहारी यादव की भैंस भी शामिल थी। चरवाहों ने बताया कि भैंसें खेतों में घूम रही थीं, तभी एक भैंस ने जमीन पर पड़े किसी विस्फोटक को मुंह में ले लिया। अचानक हुए जोरदार धमाके से भैंस के मुंह का मांस उड़ गया, जिससे वह चीखने लगी। चरवाहों ने उसे उठाकर जगदेवां गांव ले जाकर प्राथमिक उपचार दिया।
शनिवार को भैंस को राजकीय पशु चिकित्सालय बैरिया ले जाया गया। पशु चिकित्साधिकारी डॉ. एके सिंह ने जांच के बाद बताया कि भैंस की हालत बेहद नाजुक है। विस्फोट के कारण मुंह के अगले हिस्से का अधिकांश मांस नष्ट हो गया है, जो टांके के लायक भी नहीं बचा। डॉक्टर ने केवल पट्टी बांधकर दर्द निवारक दवा दी और सलाह दी कि भैंस को नरम चारा ही दिया जाए। उंसकी स्थिति में कोई सुधार नहीं हुआ है। डॉ. सिंह ने चेतावनी दी कि अगर संक्रमण फैला तो भैंस की जान भी जा सकती है।
घटना के पीछे जंगली सूअरों का प्रकोप बताया जा रहा है। क्षेत्र के पशुपालक जयराम यादव, दसई यादव, कमलेश यादव, ननकू यादव और केदारू यादव ने बताया कि दियरांचल के खेतों में जंगली सूअरों का आतंक बढ़ गया है। फसलें बर्बाद होने से परेशान किसान जगह-जगह सस्ते विस्फोटक बिछा देते हैं। ये विस्फोटक सूअरों को भगाने के लिए इस्तेमाल होते हैं, जो स्पर्श मात्र से फट जाते हैं। लेकिन दुर्भाग्य से भैंस ने इसे चबा लिया, जिससे यह हादसा हो गया।
बताते चलें कि 4 महीने पहले फेफना थाना क्षेत्र के मटिही चट्टी में एक गाय के साथ दर्दनाक घटना हुई थी। बुढ़िया माई स्थान के पास खेत में चर रही गाय ने पॉलिथीन में बंद विस्फोटक पदार्थ खा लिया था। विस्फोटक पदार्थ के फटने से गाय का जबड़ा बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया था।
बछरजा निवासी रामाश्रय यादव ने बताया कि घटना मटिही पुलिस चौकी से कुछ दूर की थी। गाय के घास चरते समय पॉलिथीन में बंद विस्फोटक पदार्थ उसके मुंह में चला गया था। विस्फोट से गाय वहीं छटपटाने लगी थी। गाय के मालिक ने तुरंत 112 पर पुलिस को सूचना दी थी।
पुलिस के साथ चिलकहर पशु चिकित्सालय की टीम भी मौके पर पहुंची थी। पशु चिकित्सक डॉ. अर्पित त्यागी ने बताया था कि गाय के जख्म गंभीर हैं। उन्होंने गाय का प्राथमिक उपचार कर दिया था। गाय के पूरी तरह स्वस्थ होने में एक महीने से अधिक का समय लगने की संभवना जताई गई थी।
स्थानीय पशुपालकों के अनुसार, दियरांचल क्षेत्र में रोजाना लगभग चार दर्जन भैंसें चरने जाती हैं। इनमें बिहारी यादव की भैंस भी शामिल थी। चरवाहों ने बताया कि भैंसें खेतों में घूम रही थीं, तभी एक भैंस ने जमीन पर पड़े किसी विस्फोटक को मुंह में ले लिया। अचानक हुए जोरदार धमाके से भैंस के मुंह का मांस उड़ गया, जिससे वह चीखने लगी। चरवाहों ने उसे उठाकर जगदेवां गांव ले जाकर प्राथमिक उपचार दिया।
शनिवार को भैंस को राजकीय पशु चिकित्सालय बैरिया ले जाया गया। पशु चिकित्साधिकारी डॉ. एके सिंह ने जांच के बाद बताया कि भैंस की हालत बेहद नाजुक है। विस्फोट के कारण मुंह के अगले हिस्से का अधिकांश मांस नष्ट हो गया है, जो टांके के लायक भी नहीं बचा। डॉक्टर ने केवल पट्टी बांधकर दर्द निवारक दवा दी और सलाह दी कि भैंस को नरम चारा ही दिया जाए। उंसकी स्थिति में कोई सुधार नहीं हुआ है। डॉ. सिंह ने चेतावनी दी कि अगर संक्रमण फैला तो भैंस की जान भी जा सकती है।
घटना के पीछे जंगली सूअरों का प्रकोप बताया जा रहा है। क्षेत्र के पशुपालक जयराम यादव, दसई यादव, कमलेश यादव, ननकू यादव और केदारू यादव ने बताया कि दियरांचल के खेतों में जंगली सूअरों का आतंक बढ़ गया है। फसलें बर्बाद होने से परेशान किसान जगह-जगह सस्ते विस्फोटक बिछा देते हैं। ये विस्फोटक सूअरों को भगाने के लिए इस्तेमाल होते हैं, जो स्पर्श मात्र से फट जाते हैं। लेकिन दुर्भाग्य से भैंस ने इसे चबा लिया, जिससे यह हादसा हो गया।
बताते चलें कि 4 महीने पहले फेफना थाना क्षेत्र के मटिही चट्टी में एक गाय के साथ दर्दनाक घटना हुई थी। बुढ़िया माई स्थान के पास खेत में चर रही गाय ने पॉलिथीन में बंद विस्फोटक पदार्थ खा लिया था। विस्फोटक पदार्थ के फटने से गाय का जबड़ा बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया था।
बछरजा निवासी रामाश्रय यादव ने बताया कि घटना मटिही पुलिस चौकी से कुछ दूर की थी। गाय के घास चरते समय पॉलिथीन में बंद विस्फोटक पदार्थ उसके मुंह में चला गया था। विस्फोट से गाय वहीं छटपटाने लगी थी। गाय के मालिक ने तुरंत 112 पर पुलिस को सूचना दी थी।
पुलिस के साथ चिलकहर पशु चिकित्सालय की टीम भी मौके पर पहुंची थी। पशु चिकित्सक डॉ. अर्पित त्यागी ने बताया था कि गाय के जख्म गंभीर हैं। उन्होंने गाय का प्राथमिक उपचार कर दिया था। गाय के पूरी तरह स्वस्थ होने में एक महीने से अधिक का समय लगने की संभवना जताई गई थी।
You may also like

बेड़ो में महादानी मैदान के 500 मीटर के दायरे में निषेधाज्ञा लागू

राज्य स्तरीय स्कूली बैंड प्रतियोगिता में रामगढ़ जिला का शानदार प्रदर्शन, बना दूसरा विजेता

तमाड़ प्रखंड सह अंचल कार्यालय का उपायुक्त ने किया औचक निरीक्षण

ओवरस्पीडिंग जागरूकता सप्ताह में सड़क सुरक्षा का संदेश

राज्य हॉकी प्रतियोगिता में महाराणा प्रताप स्पोर्ट्स कॉलेज ने हरिद्वार को हराकर चैंपियनशिप जीती




