लखनऊ: उत्तर प्रदेश में सपा सरकार के दौरान वर्ष 2016 में मुख्य सचिव पद से आलोक रंजन रिटायर हो गए थे। उस समय अखिलेश यादव सरकार उन्हें सेवा विस्तार दिलाना चाहती थी लेकिन खबर आई आलोक रंजन ने ही विस्तार से मना कर दिया है। लेकिन रिटायरमेंट के बाद ही सीएम अखिलेश यादव ने आलोक रंजन काे तोहफा दिया और मुख्यमंत्री के मुख्य सलाहकार का पद सृजित कर उन्हें कैबिनेट मंत्री का दर्जा दिलाया। यही नहीं अखिलेश ने यूपीएसआईडीसी का अध्यक्ष भी बनाया। आलोक रंजन की अखिलेश यादव से नजदीकी का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि बाद में उन्हें राज्यसभा प्रत्याशी भी बनाया गया। हालांकि बीजेपी के संजय सेठ से वह जीत नहीं सके।
इसके बाद योगी सरकार में भी कुछ ऐसे ही परंपरा आगे बढ़ी। 2022 में अवनीश अवस्थी प्रदेश के मुख्य सचिव पद से रिटायर हुए। उन्हें सीएम योगी आदित्यनाथ ने सलाहकार नियुक्त किया। तब से वह लगातार इस पद पर बने हुए हैं। इसी साल 2025 में उनका कार्यकाल एक साल के लिए और बढ़ा दिया गया है। अब वह 28 फरवरी 2026 तक सलाहकार, मुख्यमंत्री रहेंगे।
अब बात करते हैं 31 जुलाई, 2025 को मुख्य सचिव पद से रिटायर हुए मनोज कुमार सिंह की। योगी आदित्यनाथ के सत्ता में आने के बाद वह 20 जुलाई 2017 को केंद्रीय प्रतिनियुक्ति से उत्तर प्रदेश लौटे। इसके बाद वह लगातार प्रमुख पदों पर रहे। पहले वह नगर विकास के प्रमुख सचिव, फिर ग्राम विकास विभग, पंचायती राज विभाग, कृषि उत्पादन आयुक्त और औद्योगिक विकास आयुक्त रहे। पिछले साल 30 जून 2024 को मनोज कुमार सिंह मुख्य सचिव बने। उनको सीएम योगी आदित्यनाथ का बेहद करीबी अफसर माना जाता रहा। यही कारण रहा कि रिटायरमेंट से पहले योगी सरकार ने उन्हें सेवा विस्तार दिलाने के लिए केंद्र को जुलाई के पहले हफ्ते में पत्र भेजा। सरकार उन्हें एक साल का सेवा विस्तार दिलाना चाहती थी लेकिन केंद्र से जवाब ही नहीं आया। साफ हो गया रिटायरमेंट अब नहीं रुक सकता।
कल 31 जुलाई को मनोज कुमार सिंह रिटायर हो गए, उनकी जगह एसपी गोयल ने मुख्य सचिव का पदभार ग्रहण कर लिया। लेकिन इसके साथ ही अब आलोक रंजन और अवनीश अवस्थी की सलाहकार वाली नियुक्ति को लेकर चर्चाएं शुरू हो गई हैं। लखनऊ के सत्ता के गलियारे में चर्चाएं हैं कि या तो मनोज कुमार सिंह को प्रमुख सलाहकार नियुक्त किया जा सकता है या कोई और अहम जिम्मेदारी दी जा सकती है।
इसके बाद योगी सरकार में भी कुछ ऐसे ही परंपरा आगे बढ़ी। 2022 में अवनीश अवस्थी प्रदेश के मुख्य सचिव पद से रिटायर हुए। उन्हें सीएम योगी आदित्यनाथ ने सलाहकार नियुक्त किया। तब से वह लगातार इस पद पर बने हुए हैं। इसी साल 2025 में उनका कार्यकाल एक साल के लिए और बढ़ा दिया गया है। अब वह 28 फरवरी 2026 तक सलाहकार, मुख्यमंत्री रहेंगे।
अब बात करते हैं 31 जुलाई, 2025 को मुख्य सचिव पद से रिटायर हुए मनोज कुमार सिंह की। योगी आदित्यनाथ के सत्ता में आने के बाद वह 20 जुलाई 2017 को केंद्रीय प्रतिनियुक्ति से उत्तर प्रदेश लौटे। इसके बाद वह लगातार प्रमुख पदों पर रहे। पहले वह नगर विकास के प्रमुख सचिव, फिर ग्राम विकास विभग, पंचायती राज विभाग, कृषि उत्पादन आयुक्त और औद्योगिक विकास आयुक्त रहे। पिछले साल 30 जून 2024 को मनोज कुमार सिंह मुख्य सचिव बने। उनको सीएम योगी आदित्यनाथ का बेहद करीबी अफसर माना जाता रहा। यही कारण रहा कि रिटायरमेंट से पहले योगी सरकार ने उन्हें सेवा विस्तार दिलाने के लिए केंद्र को जुलाई के पहले हफ्ते में पत्र भेजा। सरकार उन्हें एक साल का सेवा विस्तार दिलाना चाहती थी लेकिन केंद्र से जवाब ही नहीं आया। साफ हो गया रिटायरमेंट अब नहीं रुक सकता।
कल 31 जुलाई को मनोज कुमार सिंह रिटायर हो गए, उनकी जगह एसपी गोयल ने मुख्य सचिव का पदभार ग्रहण कर लिया। लेकिन इसके साथ ही अब आलोक रंजन और अवनीश अवस्थी की सलाहकार वाली नियुक्ति को लेकर चर्चाएं शुरू हो गई हैं। लखनऊ के सत्ता के गलियारे में चर्चाएं हैं कि या तो मनोज कुमार सिंह को प्रमुख सलाहकार नियुक्त किया जा सकता है या कोई और अहम जिम्मेदारी दी जा सकती है।
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