हैदराबाद : तेलंगाना में एक पत्नी ने जो किया, वह हैरान कर देन वाला है। उसने रुपयों के लिए अपने ही पति का किडनैप किया। उसे बंधक बनाकर रखा, प्रताड़ित किया और उसकी हत्या तक का प्लान था। लेकिन हैदराबाद पुलिस ने महिला को गिरफ्तार कर लिया। उसके साथ 9 और लोग गिरफ्तार हुए हैं। आरोपियों के पास से तीन कारें, दो दोपहिया वाहन और कई मोबाइल फोन जब्त किए गए हैं।
हैदराबाद पुलिस अधिकारियों के अनुसार, मुख्य आरोपी, जिसकी पहचान एम. माधवी लता के रूप में हुई है। उसने अन्य 9 लोगों के साथ मिलकर अपने ही पति मंत्री श्याम का किडनैप किया।
भाग निकले किडनैपर्सअंबरपेट पुलिस को 29 अक्टूबर को फातिमा नाम की एक महिला द्वारा दर्ज कराई गई गुमशुदगी की शिकायत मिली थी। शिकायत के आधार पर, पुलिस ने तकनीकी साक्ष्य जुटाए और गहन जांच शुरू की, जिसके बाद वे बंजारा हिल्स में पीड़ित का पता लगाने में सफल रहे। हालांकि, 31 अक्टूबर को श्याम अपने अपहरणकर्ताओं से बच निकलने में कामयाब रहे।
भागे पति ने खोली सच्चाईश्याम ने बाद में पुलिस को एक विस्तृत बयान दिया, जिसमें उसने अपनी पत्नी माधवी लता को अपहरण की मास्टरमाइंड बताया। कथित तौर पर, उसने श्याम पर नज़र रखने और अंततः फिरौती के लिए उसका अपहरण करने के लिए वुंडी दुर्गा विनय (32) नाम के एक व्यक्ति और अन्य लोगों को काम पर रखा था। विनय ने कट्टा दुर्गा प्रसाद और कटमोनी पुरुषोत्तम के साथ मिलकर इस योजना को अंजाम दिया।
किडनैपर्स को एक करोड़ देने का किया था वादाश्याम ने पुलिस को बताया कि लता ने साजिशकर्ताओं को एक करोड़ रुपये देने का वादा किया था। अपहरणकर्ता उसे कई वाहनों में विजयवाड़ा ले गए और 30 अक्टूबर को उसकी रिहाई के लिए फिरौती की मांग की। अगले दिन, वे उसे बंजारा हिल्स के एक बैंक से फिरौती की रकम निकालने में मदद के लिए हैदराबाद ले आए, लेकिन पैसे मिलने से पहले ही वह भाग निकला।
प्रॉपर्टी के लिए पति को मारने का था प्लानपुलिस ने बताया कि लता कथित तौर पर अपने पति से जबरन दस्तावेज़ों पर हस्ताक्षर करवाकर उसकी संपत्ति हड़पना चाहती थी और बाद में उसे खत्म करने की योजना बनाई। उन्होंने बताया कि लता, वुंडी दुर्गा विनय और कट्टा दुर्गा प्रसाद अपहरण की योजना बनाने के लिए सबसे पहले बंदलागुडा और बंजारा हिल्स स्थित जीवीके मॉल में मिले थे। विनय और प्रसाद ने इस योजना में सक्रिय रूप से भाग लिया।
प्रसाद ने गुर्गों का इंतज़ाम किया, पीड़ित के डीडी कॉलोनी स्थित घर की रेकी की और उसकी गतिविधियों पर नज़र रखने के लिए बगल में एक फ्लैट किराए पर लिया। उन्होंने बताया कि बाद में समूह ने अपहरण को अंजाम दिया, हालांकि पीड़ित के भागने के बाद उनकी फिरौती की कोशिश नाकाम रही। अंबरपेट पुलिस स्टेशन में भारतीय न्याय अधिनियम की संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज कर लिया गया है और पुलिस मामले की आगे की जांच कर रही है।
क्यों किया पति का अपहरण?माधवी ने बताया कि उसके पति का फातिमा नाम की महिला से अफेयर हो गया था। वह उसे नजरअंदाज करने लगा। उनके बीच झगड़े होने लगे। वह अपने मायके जाकर रहने लगी। उसने आरोप लगाया कि वह फातिमा पर खूब रुपये खर्च कर रहा था। हाल ही में उसने 20 करोड़ रुपये की प्रॉपर्टी बेची। उसे डर था कि वह सारी प्रॉपर्टी और रुपये उसी के ऊपर न खर्च कर देगा। उसने यह प्लान बनाया कि फिरौती की एक करोड़ रुपये रकम किडनैपर्स को दे देगी और बाकी की सारी प्रॉपर्टी और बैंक बैलेंस अपने नाम करा लेगी।
हैदराबाद पुलिस अधिकारियों के अनुसार, मुख्य आरोपी, जिसकी पहचान एम. माधवी लता के रूप में हुई है। उसने अन्य 9 लोगों के साथ मिलकर अपने ही पति मंत्री श्याम का किडनैप किया।
भाग निकले किडनैपर्सअंबरपेट पुलिस को 29 अक्टूबर को फातिमा नाम की एक महिला द्वारा दर्ज कराई गई गुमशुदगी की शिकायत मिली थी। शिकायत के आधार पर, पुलिस ने तकनीकी साक्ष्य जुटाए और गहन जांच शुरू की, जिसके बाद वे बंजारा हिल्स में पीड़ित का पता लगाने में सफल रहे। हालांकि, 31 अक्टूबर को श्याम अपने अपहरणकर्ताओं से बच निकलने में कामयाब रहे।
भागे पति ने खोली सच्चाईश्याम ने बाद में पुलिस को एक विस्तृत बयान दिया, जिसमें उसने अपनी पत्नी माधवी लता को अपहरण की मास्टरमाइंड बताया। कथित तौर पर, उसने श्याम पर नज़र रखने और अंततः फिरौती के लिए उसका अपहरण करने के लिए वुंडी दुर्गा विनय (32) नाम के एक व्यक्ति और अन्य लोगों को काम पर रखा था। विनय ने कट्टा दुर्गा प्रसाद और कटमोनी पुरुषोत्तम के साथ मिलकर इस योजना को अंजाम दिया।
किडनैपर्स को एक करोड़ देने का किया था वादाश्याम ने पुलिस को बताया कि लता ने साजिशकर्ताओं को एक करोड़ रुपये देने का वादा किया था। अपहरणकर्ता उसे कई वाहनों में विजयवाड़ा ले गए और 30 अक्टूबर को उसकी रिहाई के लिए फिरौती की मांग की। अगले दिन, वे उसे बंजारा हिल्स के एक बैंक से फिरौती की रकम निकालने में मदद के लिए हैदराबाद ले आए, लेकिन पैसे मिलने से पहले ही वह भाग निकला।
प्रॉपर्टी के लिए पति को मारने का था प्लानपुलिस ने बताया कि लता कथित तौर पर अपने पति से जबरन दस्तावेज़ों पर हस्ताक्षर करवाकर उसकी संपत्ति हड़पना चाहती थी और बाद में उसे खत्म करने की योजना बनाई। उन्होंने बताया कि लता, वुंडी दुर्गा विनय और कट्टा दुर्गा प्रसाद अपहरण की योजना बनाने के लिए सबसे पहले बंदलागुडा और बंजारा हिल्स स्थित जीवीके मॉल में मिले थे। विनय और प्रसाद ने इस योजना में सक्रिय रूप से भाग लिया।
प्रसाद ने गुर्गों का इंतज़ाम किया, पीड़ित के डीडी कॉलोनी स्थित घर की रेकी की और उसकी गतिविधियों पर नज़र रखने के लिए बगल में एक फ्लैट किराए पर लिया। उन्होंने बताया कि बाद में समूह ने अपहरण को अंजाम दिया, हालांकि पीड़ित के भागने के बाद उनकी फिरौती की कोशिश नाकाम रही। अंबरपेट पुलिस स्टेशन में भारतीय न्याय अधिनियम की संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज कर लिया गया है और पुलिस मामले की आगे की जांच कर रही है।
क्यों किया पति का अपहरण?माधवी ने बताया कि उसके पति का फातिमा नाम की महिला से अफेयर हो गया था। वह उसे नजरअंदाज करने लगा। उनके बीच झगड़े होने लगे। वह अपने मायके जाकर रहने लगी। उसने आरोप लगाया कि वह फातिमा पर खूब रुपये खर्च कर रहा था। हाल ही में उसने 20 करोड़ रुपये की प्रॉपर्टी बेची। उसे डर था कि वह सारी प्रॉपर्टी और रुपये उसी के ऊपर न खर्च कर देगा। उसने यह प्लान बनाया कि फिरौती की एक करोड़ रुपये रकम किडनैपर्स को दे देगी और बाकी की सारी प्रॉपर्टी और बैंक बैलेंस अपने नाम करा लेगी।
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