चंडीगढ़: पंजाब के पूर्व डीजीपी मोहम्मद मुस्तफा पर गंभीर आरोप लगे हैं। मुस्तफा पर बहू से अवैध संबंध और अपने ही बेटे की हत्या के गंभीर आरोप लगे हैं। जिसके बाद वह सुर्खियों में हैं। पंचकूला के मनसा देवी कॉम्प्लेक्स में मुस्तफा के बेटे अकील अख्तर की संदिग्ध मौत हुई जो शुरुआत में ड्रग ओवरडोज बताई गई थी। बेटे की मौत के पांच दिन मलेरकोटला के एक पड़ोसी शमशुद्दीन की शिकायत पर पंचकूला पुलिस ने हत्या का केस दर्ज किया था। पुलिस ने मुस्तफा, उनकी पत्नी रजिया सुल्ताना और बहू को नामजद किया है। मुस्तफा अकेले ऐसे वरिष्ठ पुलिस अधिकारी नहीं हैं जिन पर गंभीर आरोप लगे हों। पंजाब हरियाणा और हिमाचल के पुलिस अधिकारी भ्रष्टाचार, पद के दुरुपयोग, फर्जी एनकाउंटर और घोटालों जैसे मामलों में फंसे हैं। कुछ अधिकारियों को जेल की सलाखों के पीछे जाना पड़ा, जबकि कई के खिलाफ अदालतों में मुकदमे अब भी जारी हैं। आज हम आपको इन अधिकारियों के बारे में बताने जा रहे हैं...
हिमाचल के आईजी रहे जहूर हैदर जैदी
सबसे पहले बात करते हिमाचल आईजी जहूर हैदर जैदी की। हिमाचल प्रदेश के पुलिस महानिरीक्षक (IG) रहे जहूर हैदर जैदी को इसी साल सीबीआई की विशेष अदालत ने उम्रकैद की सजा सुनाई थी। जैदी पर 2017 के हिरासत में मौत के मामले में आजीवन कारावास की सजा सुनाई। कोर्ट ने 18 जनवरी को जैदी को शिमला जिले के कोटखाई में नाबालिग लड़की के साथ गैंगरेप और मर्डर के आरोपी की हिरासत में मौत से संबंधित मामले में दोषी ठहराया था। बता दें कोटखाई में एक स्कूली छात्रा के साथ रेप के बाद उसकी हत्या कर दी गई थी। इस मामले में सूरज नाम के युवक को गिरफ्तार किया गया था। सूरज की पुलिस हिरासत में मौत हो गई थी। पुलिस हिरासत में उसकी मौत के बाद हिमाचल प्रदेश हाईकोर्ट ने दोनों मामलों की जांच सीबीआई को सौंप दी। इसके बाद सीबीआई ने हिरासत में हुई मौत के सिलसिले में हिमाचल प्रदेश कैडर के 1994 बैच के आईपीएस अधिकारी जैदी, डीसीपी जोशी और अन्य पुलिसकर्मियों को गिरफ्तार किया। अब इस मामला में कोर्ट ने दोषियों को उम्रकैद की सजा सुनाई।
हरियाणा के डीजीपी शत्रुजीत कपूर
अब बात करते हैं हरियाणा डीजीपी शत्रुजीत कपूर की। जो वरिष्ठ IPS अधिकारी वाई पूरन कुमार की आत्महत्या के बाद जांच के घेरे में आ गए हैं। कुमार ने अपनी सुसाइड नोट में कई वरिष्ठ अधिकारियों पर प्रशासनिक उत्पीड़न, पक्षपात और जातिगत भेदभाव का आरोप लगाया था, जिसमें डीजीपी कपूर का नाम भी शामिल है। इस गंभीर मामले के सामने आने के बाद, हरियाणा सरकार ने डीजीपी कपूर को छुट्टी पर भेज दिया है। इस मामले में जांच जारी है और डीजीपी शत्रुजीत कपूर की भूमिका भी कानूनी और प्रशासनिक कार्यवाही के तहत जांची जा रही है।
पंजाब का रिश्वतखोर डीआईजी गुरचरण भुल्लर
पंजाब के आईपीएस अधिकारी गुरचरण सिंह भुल्लर 8 लाख रुपये की रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार हुआ है। पंजाब सरकार ने भुल्लर को सस्पेंड कर दिया है। उन्हें केंद्रीय जांच एजेंसी (CBI) ने मोहाली में रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों पकड़ा था। गुरचरण सिंह भुल्लर पंजाब में रोपड़ रेंज आई डीआईजी की जिम्मेदारी संभाल रहे थे। जांच एजेंसी को बाद में भुल्लर के घर से साढ़े सात करोड़ रुपये की नकदी के साथ दो किलो सोना और तमाम महंगी चीजें मिली थीं। एसपीएस से आईपीएस बने हरचरण भुल्लर का जन्म 1967 में हुआ था। वह राज्य के वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों में शामिल हैं। भुल्लर पटियाला रेंज आई भी रह चुके हैं। इससे पहले वह रूपनगर रेंज के डीआईजी भी रह चुके हैं। उन्होंने पंजाब में अकाली दल के चर्चित नेता विक्रम सिंह मजीठिया केस में एसआईटी की कमान डीआईजी भुल्लर ने ही संभाली थी। हरचरण सिंह भुल्लर 2021 में एसपीएस से आईपीएस बने थे।
हिमाचल के आईजी रहे जहूर हैदर जैदी
सबसे पहले बात करते हिमाचल आईजी जहूर हैदर जैदी की। हिमाचल प्रदेश के पुलिस महानिरीक्षक (IG) रहे जहूर हैदर जैदी को इसी साल सीबीआई की विशेष अदालत ने उम्रकैद की सजा सुनाई थी। जैदी पर 2017 के हिरासत में मौत के मामले में आजीवन कारावास की सजा सुनाई। कोर्ट ने 18 जनवरी को जैदी को शिमला जिले के कोटखाई में नाबालिग लड़की के साथ गैंगरेप और मर्डर के आरोपी की हिरासत में मौत से संबंधित मामले में दोषी ठहराया था। बता दें कोटखाई में एक स्कूली छात्रा के साथ रेप के बाद उसकी हत्या कर दी गई थी। इस मामले में सूरज नाम के युवक को गिरफ्तार किया गया था। सूरज की पुलिस हिरासत में मौत हो गई थी। पुलिस हिरासत में उसकी मौत के बाद हिमाचल प्रदेश हाईकोर्ट ने दोनों मामलों की जांच सीबीआई को सौंप दी। इसके बाद सीबीआई ने हिरासत में हुई मौत के सिलसिले में हिमाचल प्रदेश कैडर के 1994 बैच के आईपीएस अधिकारी जैदी, डीसीपी जोशी और अन्य पुलिसकर्मियों को गिरफ्तार किया। अब इस मामला में कोर्ट ने दोषियों को उम्रकैद की सजा सुनाई।
हरियाणा के डीजीपी शत्रुजीत कपूर
अब बात करते हैं हरियाणा डीजीपी शत्रुजीत कपूर की। जो वरिष्ठ IPS अधिकारी वाई पूरन कुमार की आत्महत्या के बाद जांच के घेरे में आ गए हैं। कुमार ने अपनी सुसाइड नोट में कई वरिष्ठ अधिकारियों पर प्रशासनिक उत्पीड़न, पक्षपात और जातिगत भेदभाव का आरोप लगाया था, जिसमें डीजीपी कपूर का नाम भी शामिल है। इस गंभीर मामले के सामने आने के बाद, हरियाणा सरकार ने डीजीपी कपूर को छुट्टी पर भेज दिया है। इस मामले में जांच जारी है और डीजीपी शत्रुजीत कपूर की भूमिका भी कानूनी और प्रशासनिक कार्यवाही के तहत जांची जा रही है।
पंजाब का रिश्वतखोर डीआईजी गुरचरण भुल्लर
पंजाब के आईपीएस अधिकारी गुरचरण सिंह भुल्लर 8 लाख रुपये की रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार हुआ है। पंजाब सरकार ने भुल्लर को सस्पेंड कर दिया है। उन्हें केंद्रीय जांच एजेंसी (CBI) ने मोहाली में रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों पकड़ा था। गुरचरण सिंह भुल्लर पंजाब में रोपड़ रेंज आई डीआईजी की जिम्मेदारी संभाल रहे थे। जांच एजेंसी को बाद में भुल्लर के घर से साढ़े सात करोड़ रुपये की नकदी के साथ दो किलो सोना और तमाम महंगी चीजें मिली थीं। एसपीएस से आईपीएस बने हरचरण भुल्लर का जन्म 1967 में हुआ था। वह राज्य के वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों में शामिल हैं। भुल्लर पटियाला रेंज आई भी रह चुके हैं। इससे पहले वह रूपनगर रेंज के डीआईजी भी रह चुके हैं। उन्होंने पंजाब में अकाली दल के चर्चित नेता विक्रम सिंह मजीठिया केस में एसआईटी की कमान डीआईजी भुल्लर ने ही संभाली थी। हरचरण सिंह भुल्लर 2021 में एसपीएस से आईपीएस बने थे।
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