पटना: कर्नाटक के उप मुख्यमंत्री डीके शिवकुमार ने बीजेपी पर पलटवार करते हुए कहा है कि कांग्रेस बिहार चुनावों के लिए पैसा नहीं भेज रही है। उन्होंने बीजेपी नेताओं के आरोपों को "हिट एंड रन" वाला बयान बताया और सबूत पेश करने की चुनौती दी। शिवकुमार ने यह भी कहा कि बीजेपी इसलिए घबरा रही है क्योंकि इंडिया गठबंधन बिहार में सत्ता में आ सकता है। उन्होंने कर्नाटक सरकार के गिरने की बीजेपी की भविष्यवाणी को भी खारिज किया और कहा कि कांग्रेस सरकार स्थिर है।
कांग्रेस को इसकी कोई जरूरत नहींकर्नाटक के उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार ने बेंगलुरु में बीजेपी के उन दावों को सिरे से खारिज कर दिया है जिनमें कहा गया था कि कांग्रेस पार्टी बिहार विधानसभा चुनावों के लिए पैसा भेज रही है। उन्होंने बीजेपी नेताओं बीवाई विजयेंद्र और बीवाई राघवेंद्र के आरोपों पर कड़ी प्रतिक्रिया दी। शिवकुमार ने कहा कि कांग्रेस की ऐसी कोई आदत नहीं है और न ही इसकी कोई जरूरत है। उन्होंने बीजेपी पर पलटवार करते हुए कहा, "यह सिर्फ एक हिट एंड रन वाला बयान है। अगर उनके पास सबूत हैं तो उन्हें पेश करना चाहिए। वे ऐसे आरोप इसलिए लगा रहे हैं क्योंकि वे चिंतित हैं कि इंडिया गठबंधन बिहार में सत्ता में आ जाएगा।"
यह बयान बीजेपी द्वारा कांग्रेस पर बिहार चुनावों में पैसे भेजने के आरोपों के जवाब में आया है। शिवकुमार ने कहा कि कांग्रेस की ऐसी कोई रणनीति नहीं है और बीजेपी के आरोप निराधार हैं। उन्होंने बीजेपी को चुनौती दी कि अगर उनके पास कोई सबूत है तो उसे सार्वजनिक करें।
ध्यान भटका रही बीजेपीबीजेपी नेता आर अशोक के इस दावे पर कि कर्नाटक सरकार नवंबर तक गिर जाएगी, शिवकुमार ने कहा कि केंद्र सरकार में कोई समस्या हो सकती है, इसीलिए वे राज्य सरकार के बारे में बात करके ध्यान भटका रहे हैं। उन्होंने स्पष्ट किया कि कांग्रेस सरकार 140 विधायकों के साथ स्थिर है, जबकि केंद्र में गठबंधन की सरकार है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार पूरी तरह से मजबूत है और अपना कार्यकाल पूरा करेगी।
बिहार विधानसभा चुनाव में मुख्य मुकाबला राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) और महागठबंधन के बीच होगा। एनडीए में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी), जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू), लोक जनशक्ति पार्टी-राम विलास (एलजेपी-आर), हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (हम) और राष्ट्रीय लोक मोर्चा (आरएलएम) शामिल हैं।
पहले चरण का मतदान 15 दिन बाददूसरी तरफ विपक्ष के महागठबंधन में राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी),कांग्रेस, दीपांकर भट्टाचार्य के नेतृत्व वाली कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया (मार्क्सवादी-लेनिनवादी), कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया (सीपीआई), कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया- मार्क्सवादी (सीपीएम) और मुकेश सहनी की विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) शामिल हैं। प्रशांत किशोर की जन सुराज पार्टी ने राज्य की सभी 243 सीटों पर चुनाव लड़ने का दावा किया है।
बिहार में मतदान 6 और 11 नवंबर को होगा। परिणाम 14 नवंबर को घोषित किए जाएंगे। यह चुनाव बिहार की राजनीति के लिए महत्वपूर्ण होंगे।
कांग्रेस को इसकी कोई जरूरत नहींकर्नाटक के उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार ने बेंगलुरु में बीजेपी के उन दावों को सिरे से खारिज कर दिया है जिनमें कहा गया था कि कांग्रेस पार्टी बिहार विधानसभा चुनावों के लिए पैसा भेज रही है। उन्होंने बीजेपी नेताओं बीवाई विजयेंद्र और बीवाई राघवेंद्र के आरोपों पर कड़ी प्रतिक्रिया दी। शिवकुमार ने कहा कि कांग्रेस की ऐसी कोई आदत नहीं है और न ही इसकी कोई जरूरत है। उन्होंने बीजेपी पर पलटवार करते हुए कहा, "यह सिर्फ एक हिट एंड रन वाला बयान है। अगर उनके पास सबूत हैं तो उन्हें पेश करना चाहिए। वे ऐसे आरोप इसलिए लगा रहे हैं क्योंकि वे चिंतित हैं कि इंडिया गठबंधन बिहार में सत्ता में आ जाएगा।"
यह बयान बीजेपी द्वारा कांग्रेस पर बिहार चुनावों में पैसे भेजने के आरोपों के जवाब में आया है। शिवकुमार ने कहा कि कांग्रेस की ऐसी कोई रणनीति नहीं है और बीजेपी के आरोप निराधार हैं। उन्होंने बीजेपी को चुनौती दी कि अगर उनके पास कोई सबूत है तो उसे सार्वजनिक करें।
ध्यान भटका रही बीजेपीबीजेपी नेता आर अशोक के इस दावे पर कि कर्नाटक सरकार नवंबर तक गिर जाएगी, शिवकुमार ने कहा कि केंद्र सरकार में कोई समस्या हो सकती है, इसीलिए वे राज्य सरकार के बारे में बात करके ध्यान भटका रहे हैं। उन्होंने स्पष्ट किया कि कांग्रेस सरकार 140 विधायकों के साथ स्थिर है, जबकि केंद्र में गठबंधन की सरकार है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार पूरी तरह से मजबूत है और अपना कार्यकाल पूरा करेगी।
बिहार विधानसभा चुनाव में मुख्य मुकाबला राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) और महागठबंधन के बीच होगा। एनडीए में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी), जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू), लोक जनशक्ति पार्टी-राम विलास (एलजेपी-आर), हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (हम) और राष्ट्रीय लोक मोर्चा (आरएलएम) शामिल हैं।
पहले चरण का मतदान 15 दिन बाददूसरी तरफ विपक्ष के महागठबंधन में राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी),कांग्रेस, दीपांकर भट्टाचार्य के नेतृत्व वाली कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया (मार्क्सवादी-लेनिनवादी), कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया (सीपीआई), कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया- मार्क्सवादी (सीपीएम) और मुकेश सहनी की विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) शामिल हैं। प्रशांत किशोर की जन सुराज पार्टी ने राज्य की सभी 243 सीटों पर चुनाव लड़ने का दावा किया है।
बिहार में मतदान 6 और 11 नवंबर को होगा। परिणाम 14 नवंबर को घोषित किए जाएंगे। यह चुनाव बिहार की राजनीति के लिए महत्वपूर्ण होंगे।
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