हरारे: श्रीलंका के खिलाफ टी20 सीरीज के दूसरे मुकाबले में जिम्बाब्वे ने जीत हासिल की। शनिवार को हरारे में खेले गए तीन मैचों की टी20 सीरीज के दूसरे मैच में जिम्बाब्वे ने श्रीलंका को 5 विकेट से हरा दिया। इस जीत के साथ ही सीरीज 1-1 से बराबर हो गई है। सीरीज का पहला मैच श्रीलंका ने जीता था। पहले खेलते हुए श्रीलंका की टीम अपने दूसरे सबसे छोटे टी20 इंटरनेशनल स्कोर 80 रनों पर ऑलआउट हो गई। पिछले साल टी20 विश्व कप में श्रीलंका की टीम साउथ अफ्रीका के खिलाफ 77 रनों पर सिमट गई।
सिकंदर रजा समेत सभी बॉलर चमके
जिम्बाब्वे के लिए गेंदबाजी में कप्तान सिकंदर रजा हीरो रहे। उन्होंने 4 ओवर में सिर्फ 11 रन दिए और तीन विकेट झटके। उन्होंने कप्तान असलंका के साथ ही कमिंदु मेंडिस और चमीरा को आउट किया। ब्रैड इवान्स को भी तीन विकेट मिले। उन्होंने 2.4 ओवर में 15 रन दिए। तेज गेंदबाज ब्लेसिंग मुजरबानी ने दो विकेट झटके। कामिल मिशारा 20, कप्तान चरिथ असालंका 18 और दाशुन सनाका 15 ही दहाई के आंकड़े को छू पाए।
34 गेंद बाकी रहे जिम्बाब्वे को मिली जीत
81 रन के लक्ष्य का पीछा करने उतरी जिम्बाब्वे की शुरुआत अच्छी नहीं रही थी। टीम ने अपने शुरुआती 3 विकेट महज 27 के स्कोर पर खो दिए थे। यहां पर मैच फंसता हुआ दिख रहा था। लेकिन ब्रायन बेनेट 19, रेयान बर्ल नाबाद 20 और ताशिंगा के नाबाद 21 रन की मदद से जिम्बाब्वे ने 14.2 ओवर में 5 विकेट के नुकसान पर 84 रन बनाकर मैच 5 विकेट से जीत लिया। बर्ल और ताशिंगा के बीच 23 रन की अहम साझेदारी हुई।
जिम्बाब्वे ने 34 गेंद बाकी रहते मैच को अपने नाम किया। यह गेंद बाकी रहते किसी भी टेस्ट प्लेइंग टीम के खिलाफ उनकी सबसे बड़ी जीत है। इससे पहले 2019 में जिम्बाब्वे ने आयरलैंड को 20 गेंद रहते हराया था। श्रीलंका के दुष्मंथा चमीरा ने 4 ओवर में 19 रन देकर 3 विकेट लिए। वहीं गेंद बाकी रहते श्रीलंका की यह 9वीं सबसे बड़ी हार है। 2016 में ऑस्ट्रेलिया ने 60 गेंद रहते श्रीलंका को हरा दिया था।
सिकंदर रजा समेत सभी बॉलर चमके
जिम्बाब्वे के लिए गेंदबाजी में कप्तान सिकंदर रजा हीरो रहे। उन्होंने 4 ओवर में सिर्फ 11 रन दिए और तीन विकेट झटके। उन्होंने कप्तान असलंका के साथ ही कमिंदु मेंडिस और चमीरा को आउट किया। ब्रैड इवान्स को भी तीन विकेट मिले। उन्होंने 2.4 ओवर में 15 रन दिए। तेज गेंदबाज ब्लेसिंग मुजरबानी ने दो विकेट झटके। कामिल मिशारा 20, कप्तान चरिथ असालंका 18 और दाशुन सनाका 15 ही दहाई के आंकड़े को छू पाए।
34 गेंद बाकी रहे जिम्बाब्वे को मिली जीत
81 रन के लक्ष्य का पीछा करने उतरी जिम्बाब्वे की शुरुआत अच्छी नहीं रही थी। टीम ने अपने शुरुआती 3 विकेट महज 27 के स्कोर पर खो दिए थे। यहां पर मैच फंसता हुआ दिख रहा था। लेकिन ब्रायन बेनेट 19, रेयान बर्ल नाबाद 20 और ताशिंगा के नाबाद 21 रन की मदद से जिम्बाब्वे ने 14.2 ओवर में 5 विकेट के नुकसान पर 84 रन बनाकर मैच 5 विकेट से जीत लिया। बर्ल और ताशिंगा के बीच 23 रन की अहम साझेदारी हुई।
जिम्बाब्वे ने 34 गेंद बाकी रहते मैच को अपने नाम किया। यह गेंद बाकी रहते किसी भी टेस्ट प्लेइंग टीम के खिलाफ उनकी सबसे बड़ी जीत है। इससे पहले 2019 में जिम्बाब्वे ने आयरलैंड को 20 गेंद रहते हराया था। श्रीलंका के दुष्मंथा चमीरा ने 4 ओवर में 19 रन देकर 3 विकेट लिए। वहीं गेंद बाकी रहते श्रीलंका की यह 9वीं सबसे बड़ी हार है। 2016 में ऑस्ट्रेलिया ने 60 गेंद रहते श्रीलंका को हरा दिया था।
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