पटना: आरजेडी के नेता तेजस्वी यादव ने नीतीश कुमार के एक वायरल वीडियो पर तंज कसते हुए उनके स्वास्थ्य पर सवाल उठाए हैं। यह वीडियो मुजफ्फरपुर की एक जनसभा का है जिसमें मुख्यमंत्री नीतीश कुमार एक महिला को माला पहनाते हुए दिखाई दे रहे हैं। बिहार में विधानसभा चुनाव से पहले हुई इस घटना ने विपक्षी दलों को नीतीश कुमार को निशाना बनाने का मौका दे दिया है।
यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। तेजस्वी यादव ने इस वीडियो को सोशल मीडिया पर शेयर किया है और मुख्यमंत्री के स्वास्थ्य पर चिंता जताई है। वीडियो में 74 साल के जनता दल यूनाईटेड के प्रमुख एनडीए की एक सभा के दौरान मंच पर एक महिला को माला पहनाते हुए नजर आ रहे हैं। महिला उनके सामने हाथ जोड़े हुए खड़ी है। नीतीश कुमार उसके गले में माला डाल देते हैं।
मुख्यमंत्री ने संजय झा को झिड़काहालांकि इससे पहले जेडीयू के राज्यसभा सांसद संजय झा मुख्यमंत्री को गले महिला के गले में माला डालने से रोकते हुए प्रतीत होते हैं। नीतीश कुमार अपना हाथ नीचे करते हैं, लेकिन फिर अचानक महिला के गले में माला डाल देते हैं। भीड़ में शोर होता है और फिर मुख्यमंत्री झा की ओर इशारा करके झिड़कते हुए माइक पर कहते हैं, "ई गजब आदमी है भाई।"
तेजस्वी यादव ने इस वायरल वीडियो को पोस्ट करते हुए मुख्यमंत्री के ही शब्दों का इस्तेमाल कैप्शन के तौर पर किया। उन्होंने लिखा, "ई गजब आदमी है भाई! मुख्यमंत्री जी अगर स्वस्थ हैं तो लिखा हुआ भाषण पढ़ ऐसी हरकतें क्यों कर रहे हैं?"
महिला को माला पहनाने पर क्यों विवाद?गौरतलब है कि हिंदू धार्मिक पद्धति के अनुसार कोई भी पुरुष या महिला एक-दूसरे को तब माला पहनाते हैं जब उनका विवाह हो रहा होता है या फिर विवाह हो चुका होता है। आम तौर पर कोई भी पुरुष किसी ऐसी महिला को जो उसकी पत्नी नहीं है, माला नहीं पहनाता। जब कभी महिला की ओर से पुरुष का या पुरुष की ओर से महिला का सम्मान किया जाता है, तो गुलदस्ता (बुके) भेंट किया जाता है या फिर हाथ में माला दी जाती है। हालांकि संत-महात्मा, बुजुर्ग व्यक्ति यदि किसी महिला को माला पहनाएं तो वह अनुचित नहीं माना जाता।
पूर्व में महागठबंधन सरकार में नीतीश कुमार की सरकार में उप मुख्यमंत्री रहे तेजस्वी यादव इस बार के बिहार के चुनाव में नीतीश कुमार को उनके स्वास्थ्य को लेकर लगातार निशाना बना रहे हैं। इससे पहले उन्होंने नीतीश कुमार का एक वीडियो साझा किया था जिसमें वे घर से एक वर्चुअल मीटिंग में भाग लेते हुए दिख रहे थे। इस वीडियो में नीतीश कुमार बार-बार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का अभिवादन करते हुए नजर आ रहे थे।
मुख्यमंत्री की मानसिक स्थिति पर सवालतेजस्वी यादव ने पूछा, "क्या मुख्यमंत्री की इस मानसिक स्थिति के लिए उनके करीबी सहयोगियों को जिम्मेदार ठहराया जा सकता है जो गठबंधन में सहयोगी बीजेपी के इशारे पर उनके भोजन में कुछ मिला रहे हों?"
तेजस्वी ने कहा, "काफी समय से मुख्यमंत्री ऐसा व्यवहार कर रहे हैं जिससे लगता है कि वे सही मानसिक स्थिति में नहीं हैं। उन्होंने मेरी पूर्व मुख्यमंत्री मां राबड़ी देवी और महिलाओं के बारे में अभद्र टिप्पणी की है। एक बार उन्हें राष्ट्रीय गान बजने के दौरान इधर-उधर करते हुए कैमरे में कैद किया गया था।" उन्होंने कहा, "स्पष्ट है कि मुख्यमंत्री में अब अपनी सरकार चलाने की क्षमता नहीं है। एक सिंडिकेट सब कुछ चला रहा है और जल्द ही इसका पर्दाफाश होगा।"
तेजस्वी को मिला नीतीश को निशाना बनाने का मौका यह घटनाक्रम ने बिहार में राजनीतिक सरगर्मी को और बढ़ा दिया है। राज्य में चुनाव प्रचार अपने चरम पर है। तेजस्वी यादव लगातार मुख्यमंत्री के स्वास्थ्य और उनकी कार्यक्षमता पर सवाल उठा रहे हैं। एनडीए की बैठक में माला पहनाने की इस घटना ने एक बार फिर से नीतीश कुमार की उम्र और स्वास्थ्य को लेकर चल रही चर्चाओं को हवा दे दी है। विपक्षी दल इसे मुख्यमंत्री की कमजोरी के तौर पर पेश करने की कोशिश कर रहे हैं।
हालांकि जेडीयू की ओर से इन आरोपों का खंडन किया जाता रहा है और कहा जाता रहा है कि मुख्यमंत्री पूरी तरह स्वस्थ हैं और पूरी क्षमता से काम कर रहे हैं। हालांकि वायरल वीडियो और तेजस्वी यादव के बयानों ने इस मुद्दे को फिर से सुर्खियों में ला दिया है। राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि इस तरह के मुद्दे मतदाताओं के मन में संदेह पैदा कर सकते हैं और चुनाव परिणामों को प्रभावित कर सकते हैं।
यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। तेजस्वी यादव ने इस वीडियो को सोशल मीडिया पर शेयर किया है और मुख्यमंत्री के स्वास्थ्य पर चिंता जताई है। वीडियो में 74 साल के जनता दल यूनाईटेड के प्रमुख एनडीए की एक सभा के दौरान मंच पर एक महिला को माला पहनाते हुए नजर आ रहे हैं। महिला उनके सामने हाथ जोड़े हुए खड़ी है। नीतीश कुमार उसके गले में माला डाल देते हैं।
मुख्यमंत्री ने संजय झा को झिड़काहालांकि इससे पहले जेडीयू के राज्यसभा सांसद संजय झा मुख्यमंत्री को गले महिला के गले में माला डालने से रोकते हुए प्रतीत होते हैं। नीतीश कुमार अपना हाथ नीचे करते हैं, लेकिन फिर अचानक महिला के गले में माला डाल देते हैं। भीड़ में शोर होता है और फिर मुख्यमंत्री झा की ओर इशारा करके झिड़कते हुए माइक पर कहते हैं, "ई गजब आदमी है भाई।"
तेजस्वी यादव ने इस वायरल वीडियो को पोस्ट करते हुए मुख्यमंत्री के ही शब्दों का इस्तेमाल कैप्शन के तौर पर किया। उन्होंने लिखा, "ई गजब आदमी है भाई! मुख्यमंत्री जी अगर स्वस्थ हैं तो लिखा हुआ भाषण पढ़ ऐसी हरकतें क्यों कर रहे हैं?"
ई गजब आदमी है भाई!!! 😀
— Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) October 21, 2025
मुख्यमंत्री जी अगर स्वस्थ है तो लिखा हुआ भाषण पढ़ ऐसी हरकतें क्यों कर रहे है? #Bihar pic.twitter.com/Xhit9l37Ib
महिला को माला पहनाने पर क्यों विवाद?गौरतलब है कि हिंदू धार्मिक पद्धति के अनुसार कोई भी पुरुष या महिला एक-दूसरे को तब माला पहनाते हैं जब उनका विवाह हो रहा होता है या फिर विवाह हो चुका होता है। आम तौर पर कोई भी पुरुष किसी ऐसी महिला को जो उसकी पत्नी नहीं है, माला नहीं पहनाता। जब कभी महिला की ओर से पुरुष का या पुरुष की ओर से महिला का सम्मान किया जाता है, तो गुलदस्ता (बुके) भेंट किया जाता है या फिर हाथ में माला दी जाती है। हालांकि संत-महात्मा, बुजुर्ग व्यक्ति यदि किसी महिला को माला पहनाएं तो वह अनुचित नहीं माना जाता।
पूर्व में महागठबंधन सरकार में नीतीश कुमार की सरकार में उप मुख्यमंत्री रहे तेजस्वी यादव इस बार के बिहार के चुनाव में नीतीश कुमार को उनके स्वास्थ्य को लेकर लगातार निशाना बना रहे हैं। इससे पहले उन्होंने नीतीश कुमार का एक वीडियो साझा किया था जिसमें वे घर से एक वर्चुअल मीटिंग में भाग लेते हुए दिख रहे थे। इस वीडियो में नीतीश कुमार बार-बार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का अभिवादन करते हुए नजर आ रहे थे।
मुख्यमंत्री की मानसिक स्थिति पर सवालतेजस्वी यादव ने पूछा, "क्या मुख्यमंत्री की इस मानसिक स्थिति के लिए उनके करीबी सहयोगियों को जिम्मेदार ठहराया जा सकता है जो गठबंधन में सहयोगी बीजेपी के इशारे पर उनके भोजन में कुछ मिला रहे हों?"
तेजस्वी ने कहा, "काफी समय से मुख्यमंत्री ऐसा व्यवहार कर रहे हैं जिससे लगता है कि वे सही मानसिक स्थिति में नहीं हैं। उन्होंने मेरी पूर्व मुख्यमंत्री मां राबड़ी देवी और महिलाओं के बारे में अभद्र टिप्पणी की है। एक बार उन्हें राष्ट्रीय गान बजने के दौरान इधर-उधर करते हुए कैमरे में कैद किया गया था।" उन्होंने कहा, "स्पष्ट है कि मुख्यमंत्री में अब अपनी सरकार चलाने की क्षमता नहीं है। एक सिंडिकेट सब कुछ चला रहा है और जल्द ही इसका पर्दाफाश होगा।"
तेजस्वी को मिला नीतीश को निशाना बनाने का मौका यह घटनाक्रम ने बिहार में राजनीतिक सरगर्मी को और बढ़ा दिया है। राज्य में चुनाव प्रचार अपने चरम पर है। तेजस्वी यादव लगातार मुख्यमंत्री के स्वास्थ्य और उनकी कार्यक्षमता पर सवाल उठा रहे हैं। एनडीए की बैठक में माला पहनाने की इस घटना ने एक बार फिर से नीतीश कुमार की उम्र और स्वास्थ्य को लेकर चल रही चर्चाओं को हवा दे दी है। विपक्षी दल इसे मुख्यमंत्री की कमजोरी के तौर पर पेश करने की कोशिश कर रहे हैं।
हालांकि जेडीयू की ओर से इन आरोपों का खंडन किया जाता रहा है और कहा जाता रहा है कि मुख्यमंत्री पूरी तरह स्वस्थ हैं और पूरी क्षमता से काम कर रहे हैं। हालांकि वायरल वीडियो और तेजस्वी यादव के बयानों ने इस मुद्दे को फिर से सुर्खियों में ला दिया है। राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि इस तरह के मुद्दे मतदाताओं के मन में संदेह पैदा कर सकते हैं और चुनाव परिणामों को प्रभावित कर सकते हैं।
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