लीड्स: भारत और इंग्लैंड के बीच चल रहे टेस्ट मैच के तीसरे दिन एक दिलचस्प नजारा देखने को मिला। इंग्लैंड टीम के लिए मैदान पर एक ऐसा खिलाड़ी फील्डिंग करता दिखा, जो ना तो प्लेइंग इलेवन में था और ना ही उसे इंग्लैंड के स्क्वाड में जगह मिली थी। अभी तक उसने एक इंटरनेशनल मैच भी नहीं खेला है। लेकिन जब बेन स्टोक्स मैदान से बाहर गए, तो उनकी जगह यश वागडिया नामक खिलाड़ी ने फील्डिंग की।
कौन हैं यश वागड़िया? यश वागडिया इंग्लैंड के यॉर्कशायर काउंटी क्रिकेट क्लब से जुड़े एक होनहार युवा क्रिकेटर हैं। उनका जन्म 7 मई 2004 को इंग्लैंड के न्यूकासल अपॉन टाइन में हुआ था। वह मूलतः गुजराती मूल के हैं, लेकिन उनके पास ब्रिटिश पासपोर्ट है। यश एक राइट-हैंडेड बल्लेबाजी के साथ ऑफ स्पिन गेंदबाजी भी करते हैं। वह यॉर्कशायर की अंडर-18 टीम के कप्तान रह चुके हैं। अब वह इंग्लैंड के उभरते सितारों में गिने जा रहे हैं। उन्होंने अभी तक दो फर्स्ट क्लास मैच खेले हैं।
21 साल के यश क्रिकेट के साथ-साथ पढ़ाई में भी अव्वल हैं। वह यूनिवर्सिटी में बायोलॉजी और केमिस्ट्री की पढ़ाई कर रहे हैं और उन्हें उनकी शैक्षणिक उपलब्धियों के लिए भी सम्मानित किया जा चुका है।
वह इंग्लैंड के लिए फील्डिंग क्यों कर रहे हैं? इंग्लैंड के कप्तान बेन स्टोक्स के मैदान से बाहर जाने के बाद यश वागडिया ने उनकी जगह तीसरे दिन फील्डिंग की। इंग्लैंड में यह आम बात है कि काउंटी क्रिकेट से कुछ खिलाड़ियों को बतौर सब्स्टीट्यूट फील्डर मैदान पर बुलाया जाता है, भले ही वे मुख्य टीम का हिस्सा ना हों। यश भी उन्हीं में से एक हैं। उनके अलावा जव्वाद अख्तर और नोआ केली भी इस हेडिंग्ले टेस्ट में इंग्लैंड के लिए फील्डिंग सब्स्टीट्यूट हैं। यश ने 2023 में भी इंग्लैंड के लिए इस तरह टेस्ट मैच में फील्डिंग की थी।
मैच की बात करें तो भारत ने पहले क्रिकेट टेस्ट के तीसरे दिन दूसरी पारी में दो विकेट पर 90 रन बनाकर अपनी कुल बढ़त 96 रन तक पहुंचाई। दिन का खेल खत्म होने पर केएल राहुल 47 जबकि कप्तान शुभमन गिल छह रन बनाकर खेल रहे थे। इससे पहले भारत के 471 रन के जवाब में इंग्लैंड ने पहली पारी में 465 रन बनाए जिससे मेहमान टीम को छह रन की बढ़त मिली।
कौन हैं यश वागड़िया? यश वागडिया इंग्लैंड के यॉर्कशायर काउंटी क्रिकेट क्लब से जुड़े एक होनहार युवा क्रिकेटर हैं। उनका जन्म 7 मई 2004 को इंग्लैंड के न्यूकासल अपॉन टाइन में हुआ था। वह मूलतः गुजराती मूल के हैं, लेकिन उनके पास ब्रिटिश पासपोर्ट है। यश एक राइट-हैंडेड बल्लेबाजी के साथ ऑफ स्पिन गेंदबाजी भी करते हैं। वह यॉर्कशायर की अंडर-18 टीम के कप्तान रह चुके हैं। अब वह इंग्लैंड के उभरते सितारों में गिने जा रहे हैं। उन्होंने अभी तक दो फर्स्ट क्लास मैच खेले हैं।
21 साल के यश क्रिकेट के साथ-साथ पढ़ाई में भी अव्वल हैं। वह यूनिवर्सिटी में बायोलॉजी और केमिस्ट्री की पढ़ाई कर रहे हैं और उन्हें उनकी शैक्षणिक उपलब्धियों के लिए भी सम्मानित किया जा चुका है।
वह इंग्लैंड के लिए फील्डिंग क्यों कर रहे हैं? इंग्लैंड के कप्तान बेन स्टोक्स के मैदान से बाहर जाने के बाद यश वागडिया ने उनकी जगह तीसरे दिन फील्डिंग की। इंग्लैंड में यह आम बात है कि काउंटी क्रिकेट से कुछ खिलाड़ियों को बतौर सब्स्टीट्यूट फील्डर मैदान पर बुलाया जाता है, भले ही वे मुख्य टीम का हिस्सा ना हों। यश भी उन्हीं में से एक हैं। उनके अलावा जव्वाद अख्तर और नोआ केली भी इस हेडिंग्ले टेस्ट में इंग्लैंड के लिए फील्डिंग सब्स्टीट्यूट हैं। यश ने 2023 में भी इंग्लैंड के लिए इस तरह टेस्ट मैच में फील्डिंग की थी।
मैच की बात करें तो भारत ने पहले क्रिकेट टेस्ट के तीसरे दिन दूसरी पारी में दो विकेट पर 90 रन बनाकर अपनी कुल बढ़त 96 रन तक पहुंचाई। दिन का खेल खत्म होने पर केएल राहुल 47 जबकि कप्तान शुभमन गिल छह रन बनाकर खेल रहे थे। इससे पहले भारत के 471 रन के जवाब में इंग्लैंड ने पहली पारी में 465 रन बनाए जिससे मेहमान टीम को छह रन की बढ़त मिली।
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