नई दिल्ली: काम उत्तर प्रदेश में हो रहा है लेकिन इसका शिकार पूरे देश के बिजली के ग्राहक होंगे। जी हां, हो सकता है कि आगामी 9 जुलाई को आपको बिजली की कटौती का सामना करना पड़े। दअरसल, उत्तर प्रदेश सरकार की दो बड़ी बिजली वितरण कंपनियों को निजी हाथों में सौंपा जाना है। इस फैसले के खिलाफ पूरे भारत के बिजली विभाग में काम करने वाले लगभग 27 लाख कर्मचारी 9 जुलाई 2025 को एक दिन की राष्ट्रव्यापी हड़ताल पर जाने वाले हैं।
किसने आह्वान किया है हड़ताल काआगामी 9 जुलाई को होने वाली विद्युतकर्मियों की हड़ताल का आह्वान ऑल इंडिया पावर इंजीनियर्स फेडरेशन (AIPEF) ने किय है। संगठन ने बुधवार को बताया कि यह हड़ताल नेशनल कोऑर्डिनेशन कमेटी ऑफ इलेक्ट्रिसिटी एम्प्लॉइज एंड इंजीनियर्स (NCCOEEE) के बैनर तले की जा रही है। इसका मकसद पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड (PVVNL) और दक्षिणांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड (DVVNL) के प्रस्तावित निजीकरण का विरोध करना है।
बाधित हो सकती है बिजली आपूर्तिAIPEF के चेयरमैन शैलेंद्र दुबे ने कहा, "ये दोनों DISCOMs उत्तर प्रदेश के 75 में से 42 जिलों में बिजली सप्लाई करती हैं।" निजीकरण के विरोध में पूरे सेक्टर में प्रदर्शन हो रहे हैं। दुबे ने चेतावनी दी है कि अगर 9 जुलाई की हड़ताल पूरी तरह से हुई, तो कई इलाकों में बिजली की सप्लाई बाधित हो सकती है। उन्होंने कहा, "NCCOEEE के आह्वान पर, देश भर के बिजली कर्मचारी, जूनियर इंजीनियर और इंजीनियर DISCOMs के निजीकरण के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं।"
कौड़ियों के भाव बेच रहे हैंफेडरेशन ने उत्तर प्रदेश पावर कॉरपोरेशन लिमिटेड और राज्य के कुछ बड़े अधिकारियों पर आरोप लगाया है कि वे कुछ चुनिंदा प्राइवेट कंपनियों के साथ मिलकर पब्लिक की संपत्ति को "कौड़ियों के दाम" पर बेच रहे हैं। दुबे ने यह भी कहा कि PVVNL और DVVNL का निजीकरण सिर्फ एक आर्थिक फैसला नहीं है। इससे किसानों और गरीब परिवारों को मिलने वाली सब्सिडी भी खत्म हो जाएगी। उन्होंने कहा, "अगर DISCOMs का निजीकरण हुआ, तो किसानों और गरीब लोगों को कई फायदे नहीं मिलेंगे।"
हड़ताल का असर पूरे भारत मेंउन्होंने यह भी चेतावनी दी, "अगर बिजली सप्लाई में कोई दिक्कत आती है, तो हम जिम्मेदार नहीं होंगे।" इस हड़ताल का असर पूरे भारत में देखने को मिल सकता है। क्योंंकि इनकी हैदराबाद, तिरुवनंतपुरम, विजयवाड़ा, चेन्नई, बेंगलुरु, मुंबई, नागपुर, रायपुर, भोपाल, जबलपुर, वडोदरा, राजकोट, गुवाहाटी, शिलांग, कोलकाता, भुवनेश्वर, पटना, रांची, श्रीनगर, जम्मू, शिमला, देहरादून, पटियाला, जयपुर, कोटा, हिसार और लखनऊ जैसे शहरों में बड़े प्रदर्शन की योजना है।
(PTI के इनपुट के साथ)
किसने आह्वान किया है हड़ताल काआगामी 9 जुलाई को होने वाली विद्युतकर्मियों की हड़ताल का आह्वान ऑल इंडिया पावर इंजीनियर्स फेडरेशन (AIPEF) ने किय है। संगठन ने बुधवार को बताया कि यह हड़ताल नेशनल कोऑर्डिनेशन कमेटी ऑफ इलेक्ट्रिसिटी एम्प्लॉइज एंड इंजीनियर्स (NCCOEEE) के बैनर तले की जा रही है। इसका मकसद पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड (PVVNL) और दक्षिणांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड (DVVNL) के प्रस्तावित निजीकरण का विरोध करना है।
बाधित हो सकती है बिजली आपूर्तिAIPEF के चेयरमैन शैलेंद्र दुबे ने कहा, "ये दोनों DISCOMs उत्तर प्रदेश के 75 में से 42 जिलों में बिजली सप्लाई करती हैं।" निजीकरण के विरोध में पूरे सेक्टर में प्रदर्शन हो रहे हैं। दुबे ने चेतावनी दी है कि अगर 9 जुलाई की हड़ताल पूरी तरह से हुई, तो कई इलाकों में बिजली की सप्लाई बाधित हो सकती है। उन्होंने कहा, "NCCOEEE के आह्वान पर, देश भर के बिजली कर्मचारी, जूनियर इंजीनियर और इंजीनियर DISCOMs के निजीकरण के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं।"
कौड़ियों के भाव बेच रहे हैंफेडरेशन ने उत्तर प्रदेश पावर कॉरपोरेशन लिमिटेड और राज्य के कुछ बड़े अधिकारियों पर आरोप लगाया है कि वे कुछ चुनिंदा प्राइवेट कंपनियों के साथ मिलकर पब्लिक की संपत्ति को "कौड़ियों के दाम" पर बेच रहे हैं। दुबे ने यह भी कहा कि PVVNL और DVVNL का निजीकरण सिर्फ एक आर्थिक फैसला नहीं है। इससे किसानों और गरीब परिवारों को मिलने वाली सब्सिडी भी खत्म हो जाएगी। उन्होंने कहा, "अगर DISCOMs का निजीकरण हुआ, तो किसानों और गरीब लोगों को कई फायदे नहीं मिलेंगे।"
हड़ताल का असर पूरे भारत मेंउन्होंने यह भी चेतावनी दी, "अगर बिजली सप्लाई में कोई दिक्कत आती है, तो हम जिम्मेदार नहीं होंगे।" इस हड़ताल का असर पूरे भारत में देखने को मिल सकता है। क्योंंकि इनकी हैदराबाद, तिरुवनंतपुरम, विजयवाड़ा, चेन्नई, बेंगलुरु, मुंबई, नागपुर, रायपुर, भोपाल, जबलपुर, वडोदरा, राजकोट, गुवाहाटी, शिलांग, कोलकाता, भुवनेश्वर, पटना, रांची, श्रीनगर, जम्मू, शिमला, देहरादून, पटियाला, जयपुर, कोटा, हिसार और लखनऊ जैसे शहरों में बड़े प्रदर्शन की योजना है।
(PTI के इनपुट के साथ)
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