Body सीकर: राजस्थान के सीकर जिले में एक शर्मसार कर देने वाला मामला सामने आया है, जहां एक 15 साल की नाबालिग लड़की को बहला-फुसलाकर ले जाने के बाद 18 दिनों तक बंधक बनाया गया और लगातार युवक ने उसे अपनी हवस का शिकार बनाया। यौन हिंसा से जुड़ी यह वारदात तब सामने आई, जब पीड़िता ने हिम्मत दिखाते हुए अपने पिता के साथ पुलिस में शिकायत दर्ज कराई।
बहकाकर साथ ले गया, फिर किया रेप और धमकाया
पुलिस रिपोर्ट के मुताबिक, आरोपी गोविंद नाम के युवक ने नाबालिग लड़की को किसी तरह बहकाकर अपने साथ ले गया। इसके बाद उसने लड़की को करीब 18 दिनों तक बंधक बनाए रखा। इस दौरान कई बार उसके साथ दरिंदगी की। मासूम को मारपीट और जान से मारने की धमकियां भी दी गईं। जब लड़की को मौका मिला, तो वह घर भाग आई और परिजनों को पूरी घटना से अवगत कराया।
POCSO एक्ट के तहत केस दर्ज, जांच जारीघटना का पता चलते ही परिजनों ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने आरोपी के खिलाफ POCSO एक्ट (यौन अपराधों से बालकों का संरक्षण अधिनियम) समेत कड़े कानूनी धाराओं में मामला दर्ज कर लिया है और आरोपी को गिरफ्तार करने की कार्रवाई तेज कर दी है।
समाज के लिए सवाल
यह घटना एक बार फिर समाज के सामने सुरक्षा और नैतिकता के सवाल खड़े करती है। कैसे कोई व्यक्ति एक मासूम बच्ची के साथ इतनी बर्बरता कर सकता है? पुलिस और प्रशासन को ऐसे मामलों में सख्त कार्रवाई करते हुए न्याय दिलाने की जरूरत है, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोका जा सके। अब देखना यह है कि पुलिस कितनी तेजी से आरोपी को पकड़ती है और पीडि़ता को न्याय मिलता है या नहीं।
बहकाकर साथ ले गया, फिर किया रेप और धमकाया
पुलिस रिपोर्ट के मुताबिक, आरोपी गोविंद नाम के युवक ने नाबालिग लड़की को किसी तरह बहकाकर अपने साथ ले गया। इसके बाद उसने लड़की को करीब 18 दिनों तक बंधक बनाए रखा। इस दौरान कई बार उसके साथ दरिंदगी की। मासूम को मारपीट और जान से मारने की धमकियां भी दी गईं। जब लड़की को मौका मिला, तो वह घर भाग आई और परिजनों को पूरी घटना से अवगत कराया।
POCSO एक्ट के तहत केस दर्ज, जांच जारीघटना का पता चलते ही परिजनों ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने आरोपी के खिलाफ POCSO एक्ट (यौन अपराधों से बालकों का संरक्षण अधिनियम) समेत कड़े कानूनी धाराओं में मामला दर्ज कर लिया है और आरोपी को गिरफ्तार करने की कार्रवाई तेज कर दी है।
समाज के लिए सवाल
यह घटना एक बार फिर समाज के सामने सुरक्षा और नैतिकता के सवाल खड़े करती है। कैसे कोई व्यक्ति एक मासूम बच्ची के साथ इतनी बर्बरता कर सकता है? पुलिस और प्रशासन को ऐसे मामलों में सख्त कार्रवाई करते हुए न्याय दिलाने की जरूरत है, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोका जा सके। अब देखना यह है कि पुलिस कितनी तेजी से आरोपी को पकड़ती है और पीडि़ता को न्याय मिलता है या नहीं।
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