नई दिल्ली: भारत और इंग्लैंड के बीच पांचवां और आखिरी टेस्ट मैच ओवल में शुरू हो चुका है। इस मैच के लिए टीम इंडिया में चार बदलाव किए गए, लेकिन एक बार फिर अभिमन्यु ईश्वरन को मौका नहीं मिला। इंग्लैंड दौरे पर ईश्वरन के लिए अच्छा मौका था और उम्मीद की जा रही थी कि उन्हें टेस्ट कैप मिलेगा, लेकिन उनका इंतजार अब और बढ़ गया है। ऐसे में लगातार हो रहे अनदेखी से ईश्वरन जरूर निराश होंगे। टीम इंडिया में मौका नहीं मिलने के बाद अब ईश्वरन के पिता ने भी प्रतिक्रिया देते हुए हेड कोच गौतम गंभीर पर निशाना साधा है। ईश्वरन के पिता ने गौतम गंभीर से पूछा है कि क्यों उनके बेटे की जगह करुण नायर को मौका दिया गया।
बता दें कि अभिमन्यु ईश्वरन के साथ पहली बार ऐसा नहीं हुआ है। पिछले चार साल से वह टीम इंडिया में अपनी डेब्यू का इंतजार कर रहे हैं। उनसे पीछे कई खिलाड़ी आए जिनका डेब्यू हो गया। इसी इंग्लैंड दौरे की बात की जाए तो साई सुदर्शन को पहले टेस्ट में डेब्यू कराया गया। वहीं चौथे टेस्ट में अंशुल कंबोज को खेलने का मौका मिला, जबकि ईश्वरन पर किसी तरह की कोई चर्चा नहीं हुई।
अभिमन्यु के पिता का गौतम गंभीर से क्या पूछा?
अभिमन्यु के पिता रंगनाथन ईश्वरन ने टाइम्स ऑफ इंडिया से बातचीत में कहा कि उन्हें समझ नहीं आ रहा कि उनके बेटे की जगह करुण नायर को क्यों चुना गया। अभिमन्यु न सिर्फ घरेलू क्रिकेट में लगातार अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं बल्कि पिछले साल उन्हें दलीप ट्रॉफी, ईरानी ट्रॉफी और ऑस्ट्रेलिया दौरे के लिए भी चुना गया था। रंगनाथन ने कहा, 'मैं दिनों की गिनती नहीं कर रहा हूं। अभिमन्यु अपने डेब्यू का इंतजार कर रहा है। मैं तो सालों की गिनती कर रहा हूं। तीन साल हो चुके हैं। एक खिलाड़ी का क्या काम होता है? रन बनाना। उसने वो किया है।
उन्होंने कहा, 'पिछले ऑस्ट्रेलिया दौरे पर भारत ए के दो मैचों में उसने अच्छा प्रदर्शन नहीं किया, इसलिए उसे टीम में नहीं लिया गया जो कि ठीक है, लेकिन करुण नायर तो उस दौरान टीम में नहीं थे। जब अभिमन्यु ने अच्छा प्रदर्शन किया था। करुण को न तो दलीप ट्रॉफी और न ही ईरानी ट्रॉफी के लिए चुना गया था। अगर आप पिछले साल से अभी तक का समय देखें तो अभिमन्यु ने लगभग 864 रन बनाए हैं।'
आईपीएल पर भी अभिमन्यु के पिता का सवाल
अभिमन्यु के पिता ने बताया कि वह पूरे दौरे के दौरान अपने बेटे के संपर्क में थे। उसे हौसला दे रहे थे हालांकि, उन्होंने यह भी माना कि वह समझ नहीं पा रहे हैं कि कुछ खिलाड़ियों को आईपीएल में उनके टी20 प्रदर्शन के आधार पर टेस्ट टीम में कैसे जगह मिल जाती है। उन्होंने कहा, 'मेरा बेटा थोड़ा निराश है, लेकिन ऐसा होना स्वाभाविक है। कुछ खिलाड़ी आईपीएल प्रदर्शन के आधार पर टेस्ट टीम में जगह बना लेते हैं। आईपीएल के प्रदर्शन को लंबे फॉर्मेट के लिए टीम चुनते समय नहीं गिना जाना चाहिए। टेस्ट टीम के चयन का आधार रणजी ट्रॉफी, दलीप ट्रॉफी और ईरानी ट्रॉफी होनी चाहिए।'
टेस्ट टीम में चयन, लेकिन डेब्यू का मौका नहीं
अभिमन्यु ईश्वरन को पहली बार साल 2021 में इंग्लैंड के खिलाफ घरेलू टेस्ट सीरीज के लिए कॉल अप आया था। इसी साल उन्हें न्यूजीलैंड के खिलाफ वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल के लिए स्टैंडबाय खिलाड़ी के तौर पर टीम में शामिल किया गया, लेकिन उनका डेब्यू नहीं हो पाया। इसके बाद वह बांग्लादेश के खिलाफ टेस्ट सीरीज के लिए पहली बार आधिकारिक तौर पर भारतीय टीम में शामिल किए गए। तब से वह लगातार टेस्ट टीम का हिस्सा हैं, लेकिन उन्हें अभी तक अपना पहला मैच खेलने का मौका नहीं मिला है।
बता दें कि अभिमन्यु ईश्वरन के साथ पहली बार ऐसा नहीं हुआ है। पिछले चार साल से वह टीम इंडिया में अपनी डेब्यू का इंतजार कर रहे हैं। उनसे पीछे कई खिलाड़ी आए जिनका डेब्यू हो गया। इसी इंग्लैंड दौरे की बात की जाए तो साई सुदर्शन को पहले टेस्ट में डेब्यू कराया गया। वहीं चौथे टेस्ट में अंशुल कंबोज को खेलने का मौका मिला, जबकि ईश्वरन पर किसी तरह की कोई चर्चा नहीं हुई।
अभिमन्यु के पिता का गौतम गंभीर से क्या पूछा?
अभिमन्यु के पिता रंगनाथन ईश्वरन ने टाइम्स ऑफ इंडिया से बातचीत में कहा कि उन्हें समझ नहीं आ रहा कि उनके बेटे की जगह करुण नायर को क्यों चुना गया। अभिमन्यु न सिर्फ घरेलू क्रिकेट में लगातार अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं बल्कि पिछले साल उन्हें दलीप ट्रॉफी, ईरानी ट्रॉफी और ऑस्ट्रेलिया दौरे के लिए भी चुना गया था। रंगनाथन ने कहा, 'मैं दिनों की गिनती नहीं कर रहा हूं। अभिमन्यु अपने डेब्यू का इंतजार कर रहा है। मैं तो सालों की गिनती कर रहा हूं। तीन साल हो चुके हैं। एक खिलाड़ी का क्या काम होता है? रन बनाना। उसने वो किया है।
उन्होंने कहा, 'पिछले ऑस्ट्रेलिया दौरे पर भारत ए के दो मैचों में उसने अच्छा प्रदर्शन नहीं किया, इसलिए उसे टीम में नहीं लिया गया जो कि ठीक है, लेकिन करुण नायर तो उस दौरान टीम में नहीं थे। जब अभिमन्यु ने अच्छा प्रदर्शन किया था। करुण को न तो दलीप ट्रॉफी और न ही ईरानी ट्रॉफी के लिए चुना गया था। अगर आप पिछले साल से अभी तक का समय देखें तो अभिमन्यु ने लगभग 864 रन बनाए हैं।'
आईपीएल पर भी अभिमन्यु के पिता का सवाल
अभिमन्यु के पिता ने बताया कि वह पूरे दौरे के दौरान अपने बेटे के संपर्क में थे। उसे हौसला दे रहे थे हालांकि, उन्होंने यह भी माना कि वह समझ नहीं पा रहे हैं कि कुछ खिलाड़ियों को आईपीएल में उनके टी20 प्रदर्शन के आधार पर टेस्ट टीम में कैसे जगह मिल जाती है। उन्होंने कहा, 'मेरा बेटा थोड़ा निराश है, लेकिन ऐसा होना स्वाभाविक है। कुछ खिलाड़ी आईपीएल प्रदर्शन के आधार पर टेस्ट टीम में जगह बना लेते हैं। आईपीएल के प्रदर्शन को लंबे फॉर्मेट के लिए टीम चुनते समय नहीं गिना जाना चाहिए। टेस्ट टीम के चयन का आधार रणजी ट्रॉफी, दलीप ट्रॉफी और ईरानी ट्रॉफी होनी चाहिए।'
टेस्ट टीम में चयन, लेकिन डेब्यू का मौका नहीं
अभिमन्यु ईश्वरन को पहली बार साल 2021 में इंग्लैंड के खिलाफ घरेलू टेस्ट सीरीज के लिए कॉल अप आया था। इसी साल उन्हें न्यूजीलैंड के खिलाफ वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल के लिए स्टैंडबाय खिलाड़ी के तौर पर टीम में शामिल किया गया, लेकिन उनका डेब्यू नहीं हो पाया। इसके बाद वह बांग्लादेश के खिलाफ टेस्ट सीरीज के लिए पहली बार आधिकारिक तौर पर भारतीय टीम में शामिल किए गए। तब से वह लगातार टेस्ट टीम का हिस्सा हैं, लेकिन उन्हें अभी तक अपना पहला मैच खेलने का मौका नहीं मिला है।
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