फरीदाबाद: दिल्ली के लाल किला मेट्रो स्टेशन के पास हुए भीषण कार ब्लास्ट मामले में अब हरियाणा का फरीदाबाद जिला भी जांच के दायरे में आ गया है। पुलिस ने इस मामले में फरीदाबाद की एक कार एजेंसी रॉयल कार जोन के मालिक को गिरफ्तार किया है। जांच में सामने आया है कि धमाके में इस्तेमाल की गई i-20 कार इसी एजेंसी से खरीदी गई थी, जिसके बाद इसे गुरुग्राम में रजिस्टर्ड कराया गया था। सूत्रों के मुताबिक, सोमवार देर रात करीब 10 बजे पुलिस की एक टीम फरीदाबाद स्थित रॉयल कार जोन पहुंची और एजेंसी मालिक को अपने साथ पूछताछ के लिए ले गई। एक चश्मदीद ने बताया कि पुलिस कई गाड़ियों में आई थी और एजेंसी मालिक को साथ ले जाने के बाद से मंगलवार सुबह तक उनका ऑफिस बंद पड़ा है। पुलिस का कहना है कि एजेंसी मालिक से कार के बिक्री रिकॉर्ड और दस्तावेजों को लेकर पूछताछ की जा रही है।
फतेहपुर तगा गांव से 360 किलो विस्फोटक बरामद हुआ
उधर, फरीदाबाद के फतेहपुर तगा गांव में दूसरे दिन भी लगातार सर्च ऑपरेशन जारी है। हरियाणा के 1000 से ज्यादा पुलिसकर्मी इस सर्च ऑपरेशन में लगे हुए है। यहां एक किराये के कमरे से ढाई हजार किलो विस्फोटक बरामद होने के बाद पुलिस ने पूरे इलाके को घेर लिया है। मंगलवार को भी हर घर, दुकान और खेत की तलाशी ली जा रही है। महिला पुलिस कर्मियों की मदद से घरों के अंदर की तलाशी ली जा रही है, जबकि हर गतिविधि की वीडियो रिकॉर्डिंग भी की जा रही है। गौरतलब है कि इससे पहले धौज थाना क्षेत्र के फतेहपुर तगा गांव से 360 किलो विस्फोटक बरामद हुआ था। इस मामले में एक कश्मीरी डॉक्टर को गिरफ्तार किया गया था, जो फरीदाबाद की एक यूनिवर्सिटी में पढ़ाता था। जांच एजेंसियों को शक है कि यह विस्फोटक दिल्ली ब्लास्ट में इस्तेमाल हुए नेटवर्क से जुड़ा हो सकता है।
i-20 कार का रजिस्ट्रेशन नंबर हरियाणा का
पुलिस जांच में यह भी सामने आया है कि ब्लास्ट में इस्तेमाल i-20 कार का रजिस्ट्रेशन नंबर हरियाणा का है (HR 26-CE 7674)। यह कार पहले 2014 में दिलीप कुमार के नाम रजिस्टर्ड थी, बाद में 2020 में मोहम्मद सलमान के नाम हो गई। सलमान ने दावा किया है कि उसने यह कार सेकंड हैंड डील के जरिए बेच दी थी, लेकिन नए खरीदार के नाम पर यह कार कभी ट्रांसफर नहीं हुई। फिलहाल, दिल्ली, गुरुग्राम और फरीदाबाद पुलिस की संयुक्त टीम इस पूरे नेटवर्क की तहकीकात कर रही है। जांच एजेंसियों को शक है कि यह कार और बरामद हुआ विस्फोटक किसी बड़े आतंकी मॉड्यूल से जुड़ा हो सकता है। पूरे हरियाणा में हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है और सभी सीमाओं पर नाकेबंदी की गई है।
फतेहपुर तगा गांव से 360 किलो विस्फोटक बरामद हुआ
उधर, फरीदाबाद के फतेहपुर तगा गांव में दूसरे दिन भी लगातार सर्च ऑपरेशन जारी है। हरियाणा के 1000 से ज्यादा पुलिसकर्मी इस सर्च ऑपरेशन में लगे हुए है। यहां एक किराये के कमरे से ढाई हजार किलो विस्फोटक बरामद होने के बाद पुलिस ने पूरे इलाके को घेर लिया है। मंगलवार को भी हर घर, दुकान और खेत की तलाशी ली जा रही है। महिला पुलिस कर्मियों की मदद से घरों के अंदर की तलाशी ली जा रही है, जबकि हर गतिविधि की वीडियो रिकॉर्डिंग भी की जा रही है। गौरतलब है कि इससे पहले धौज थाना क्षेत्र के फतेहपुर तगा गांव से 360 किलो विस्फोटक बरामद हुआ था। इस मामले में एक कश्मीरी डॉक्टर को गिरफ्तार किया गया था, जो फरीदाबाद की एक यूनिवर्सिटी में पढ़ाता था। जांच एजेंसियों को शक है कि यह विस्फोटक दिल्ली ब्लास्ट में इस्तेमाल हुए नेटवर्क से जुड़ा हो सकता है।
i-20 कार का रजिस्ट्रेशन नंबर हरियाणा का
पुलिस जांच में यह भी सामने आया है कि ब्लास्ट में इस्तेमाल i-20 कार का रजिस्ट्रेशन नंबर हरियाणा का है (HR 26-CE 7674)। यह कार पहले 2014 में दिलीप कुमार के नाम रजिस्टर्ड थी, बाद में 2020 में मोहम्मद सलमान के नाम हो गई। सलमान ने दावा किया है कि उसने यह कार सेकंड हैंड डील के जरिए बेच दी थी, लेकिन नए खरीदार के नाम पर यह कार कभी ट्रांसफर नहीं हुई। फिलहाल, दिल्ली, गुरुग्राम और फरीदाबाद पुलिस की संयुक्त टीम इस पूरे नेटवर्क की तहकीकात कर रही है। जांच एजेंसियों को शक है कि यह कार और बरामद हुआ विस्फोटक किसी बड़े आतंकी मॉड्यूल से जुड़ा हो सकता है। पूरे हरियाणा में हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है और सभी सीमाओं पर नाकेबंदी की गई है।
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