तेजपुर: असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने अवैध घुसपैठ को लेकर बड़ा बयान दिया है। हिमंत बिस्वा सरमा ने सोमवार को कहा कि राज्य भर में अतिक्रमण हटाने के लिए बेदखली अभियान जारी रहेगा। उन्होंने कहा कि वह जब तक मुख्यमंत्री पद पर रहेंगे, अवैध मियां चैन से नहीं रह पाएंगे। इस दौरान असम सीएम ने ऐलान किया कि सरकार विधानसभा के शीतकालीन सत्र के दौरान 25 नवंबर को बहुविवाह के खिलाफ एक नया कानून लाएगी। ऐसे में अगर कोई व्यक्ति बहुविवाह करता है, तो उसे सात साल के कठोर कारावास की सजा दी जाएगी।
किसे कहते हैं अवैध मियां?
हिमंत ने जमुगुरीहाट में एक आधिकारिक समारोह के बाद संवाददाताओं से बातचीत में कहा कि बेदखली जारी रहेगी। आज भी बेहाली क्षेत्र (बिश्वनाथ जिले में) में नोटिस दिए गए। जब तक मैं मुख्यमंत्री हूं, अवैध मियां चैन से नहीं रह पाएंगे। दरअसल मियां मूलतः असम में बांग्ला भाषी मुसलमानों के लिए इस्तेमाल किया जाने वाला एक अपमानजनक शब्द है, जिन्हें गैर-बांग्ला भाषी लोग आमतौर पर बांग्लादेशी प्रवासी मानते हैं। हाल के वर्षों में समुदाय के कार्यकर्ताओं ने इस शब्द को अवज्ञा के संकेत के रूप में अपनाना शुरू कर दिया है।
25 नवंबर को बहुविवाह के खिलाफ नया कानून लाएगी सरकार
हिमंत ने कहा कि अगर आप समाधि पर प्रार्थना करेंगे, तो भी आपको चैन नहीं मिलेगा। जब तक मैं मुख्यमंत्री हूं, अवैध मियां तनाव में रहेंगे। अगर मैं नहीं रहूंगा, तो बात अलग है। उन्होंने कहा कि सरकार असम विधानसभा के शीतकालीन सत्र के दौरान 25 नवंबर को बहुविवाह के खिलाफ एक नया कानून लाएगी। हिमंत ने कहा कि अगर कोई व्यक्ति बहुविवाह करता है, तो उसे सात साल के कठोर कारावास की सजा दी जाएगी।
किसे कहते हैं अवैध मियां?
हिमंत ने जमुगुरीहाट में एक आधिकारिक समारोह के बाद संवाददाताओं से बातचीत में कहा कि बेदखली जारी रहेगी। आज भी बेहाली क्षेत्र (बिश्वनाथ जिले में) में नोटिस दिए गए। जब तक मैं मुख्यमंत्री हूं, अवैध मियां चैन से नहीं रह पाएंगे। दरअसल मियां मूलतः असम में बांग्ला भाषी मुसलमानों के लिए इस्तेमाल किया जाने वाला एक अपमानजनक शब्द है, जिन्हें गैर-बांग्ला भाषी लोग आमतौर पर बांग्लादेशी प्रवासी मानते हैं। हाल के वर्षों में समुदाय के कार्यकर्ताओं ने इस शब्द को अवज्ञा के संकेत के रूप में अपनाना शुरू कर दिया है।
25 नवंबर को बहुविवाह के खिलाफ नया कानून लाएगी सरकार
हिमंत ने कहा कि अगर आप समाधि पर प्रार्थना करेंगे, तो भी आपको चैन नहीं मिलेगा। जब तक मैं मुख्यमंत्री हूं, अवैध मियां तनाव में रहेंगे। अगर मैं नहीं रहूंगा, तो बात अलग है। उन्होंने कहा कि सरकार असम विधानसभा के शीतकालीन सत्र के दौरान 25 नवंबर को बहुविवाह के खिलाफ एक नया कानून लाएगी। हिमंत ने कहा कि अगर कोई व्यक्ति बहुविवाह करता है, तो उसे सात साल के कठोर कारावास की सजा दी जाएगी।
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