पटना: बिहार के मोकामा में जन सुराज पार्टी के समर्थक दुलारचंद यादव की हत्या के बाद चुनाव आयोग सतर्क हो गया है। चुनाव आयोग ने राज्य में कानून-व्यवस्था को लेकर सख्त कदम उठाए हैं। चुनाव आयोग ने अपने 348 पोल ऑब्जर्वरों को निर्देश दिया है कि वे राज्य में कानून-व्यवस्था बनाए रखना सुनिश्चत करें। अब बिहार में सभी लाइसेंसी हथियारों को जमा कराने और अवैध हथियारों को जब्त करने का अभियान भी चलाया जाएगा।
चुनाव आयोग के मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार ने चुनाव आयुक्तों एस एस संधू और विवेक जोशी के साथ मिलकर पोल ऑब्जर्वरो के साथ एक वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग की। इस बैठक में उन्होंने मतदाता-सुविधा संबंधी निर्देशों के अनुपालन की समीक्षा की ताकि मतदाताओं को मतदान के दिन सुखद और सुचारू अनुभव मिले।
आचार संहिता सख्ती से लागू करने के निर्देशइस 360-डिग्री समीक्षा में चुनाव आयोग ने आचार संहिता सख्ती से लागू करने, सीमा चौकियों पर निगरानी रखने और फेक न्यूज/गलत सूचनाओं को समय पर रोकने जैसे मुद्दों पर भी चर्चा की। इसके अलावा संवेदनशील और महत्वपूर्ण मतदान केंद्रों की पहचान और सुरक्षा उपायों, शिकायतों के निवारण की प्रणाली और ईवीएम स्ट्रांग रूम की व्यवस्थाओं पर भी बात हुई।
चुनाव आयोग ने नई पहलों पर हुई प्रगति की भी समीक्षा की। इनमें मोबाइल फोन जमा कराने की सुविधा, नए डिजाइन वाले मतदाता सूचना पर्चे (वीआईएस), ECINet App का प्रचार, 100 प्रतिशत मतदान केंद्रों की वेबकास्टिंग और हर दो घंटे में अनुमानित मतदाता मतदान की रिपोर्ट सुनिश्चित करने की व्यवस्थाएं शामिल थीं।
मतदाताओं को किया जाए प्रोत्साहित
कुल 243 सामान्य ऑब्जर्वरों, 38 पुलिस ऑब्जर्वरों और 67 व्यय ऑब्जर्वरों को यह निर्देश दिया गया कि वे यह सुनिश्चित करें कि चुनाव मशीनरी मतदाताओं को बड़ी संख्या में बाहर आकर वोट डालने के लिए प्रोत्साहित करे। यह कदम बिहार में निष्पक्ष और शांतिपूर्ण चुनाव कराने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। मोकामा की घटना ने चुनाव आयोग को कानून-व्यवस्था पर विशेष ध्यान देने के लिए प्रेरित किया है।
चुनाव आयोग के मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार ने चुनाव आयुक्तों एस एस संधू और विवेक जोशी के साथ मिलकर पोल ऑब्जर्वरो के साथ एक वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग की। इस बैठक में उन्होंने मतदाता-सुविधा संबंधी निर्देशों के अनुपालन की समीक्षा की ताकि मतदाताओं को मतदान के दिन सुखद और सुचारू अनुभव मिले।
आचार संहिता सख्ती से लागू करने के निर्देशइस 360-डिग्री समीक्षा में चुनाव आयोग ने आचार संहिता सख्ती से लागू करने, सीमा चौकियों पर निगरानी रखने और फेक न्यूज/गलत सूचनाओं को समय पर रोकने जैसे मुद्दों पर भी चर्चा की। इसके अलावा संवेदनशील और महत्वपूर्ण मतदान केंद्रों की पहचान और सुरक्षा उपायों, शिकायतों के निवारण की प्रणाली और ईवीएम स्ट्रांग रूम की व्यवस्थाओं पर भी बात हुई।
चुनाव आयोग ने नई पहलों पर हुई प्रगति की भी समीक्षा की। इनमें मोबाइल फोन जमा कराने की सुविधा, नए डिजाइन वाले मतदाता सूचना पर्चे (वीआईएस), ECINet App का प्रचार, 100 प्रतिशत मतदान केंद्रों की वेबकास्टिंग और हर दो घंटे में अनुमानित मतदाता मतदान की रिपोर्ट सुनिश्चित करने की व्यवस्थाएं शामिल थीं।
मतदाताओं को किया जाए प्रोत्साहित
कुल 243 सामान्य ऑब्जर्वरों, 38 पुलिस ऑब्जर्वरों और 67 व्यय ऑब्जर्वरों को यह निर्देश दिया गया कि वे यह सुनिश्चित करें कि चुनाव मशीनरी मतदाताओं को बड़ी संख्या में बाहर आकर वोट डालने के लिए प्रोत्साहित करे। यह कदम बिहार में निष्पक्ष और शांतिपूर्ण चुनाव कराने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। मोकामा की घटना ने चुनाव आयोग को कानून-व्यवस्था पर विशेष ध्यान देने के लिए प्रेरित किया है।
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