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अच्छे नंबर चाहिए तो... प्रिंसिपल ने छात्रा को दिया ऑफर, फिर ACB ने पलट दी बाजी, जानिए

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दौसा: भ्रष्टाचार के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति को अमल में लाते हुए, भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) ने शुक्रवार को दौसा में एक सनसनीखेज कार्रवाई को अंजाम दिया। इस कार्रवाई में ओम शिव महिला शिक्षक प्रशिक्षण महाविद्यालय के प्रिंसिपल राकेश कुमार चौबे को 5000 रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया गया। यह कार्रवाई शिक्षा जगत में व्याप्त भ्रष्टाचार की गहरी जड़ों को उजागर करती है और छात्राओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ करने वालों के लिए सख्त संदेश देती है।





रिश्वत का घिनौना खेल, छात्रा की शिकायत बनी हथियार

एसीबी की अतिरिक्त महानिदेशक स्मिता श्रीवास्तव के निर्देशन में दौसा एसीबी के डीएसपी नवल किशोर ने इस ऑपरेशन को अंजाम दिया। डीएसपी नवल किशोर ने बताया कि प्रिंसिपल राकेश कुमार चौबे ने एक छात्रा से प्रैक्टिकल में अच्छे अंक देने और उपस्थिति पूरी करने के बदले 6000 रुपये की रिश्वत मांगी थी। छात्रा की शिकायत के बाद एसीबी ने मामले का सत्यापन किया, जिसमें आरोपी 5000 रुपये लेने पर सहमत हुआ। इसके बाद एसीबी की चौकस टीम ने जाल बिछाकर प्रिंसिपल को रिश्वत लेते हुए धर दबोचा।





कौन है राकेश कुमार चौबे?

गिरफ्तार आरोपी राकेश कुमार चौबे जयपुर के श्रीराम विहार कॉलोनी, जगतपुरा का निवासी है और वर्तमान में दौसा के ओम शिव महिला शिक्षक प्रशिक्षण महाविद्यालय में प्रिंसिपल के पद पर कार्यरत था। इस कार्रवाई ने कॉलेज प्रशासन की कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल खड़े किए हैं।





अन्य छात्राओं से भी रिश्वत की आशंका

डीएसपी नवल किशोर ने खुलासा किया कि प्रारंभिक जांच में यह जानकारी सामने आई है कि राकेश कुमार चौबे ने अन्य छात्राओं से भी उपस्थिति पूरी करने के नाम पर रिश्वत मांगी हो सकती है। इस बिंदु पर गहन जांच जारी है, जो कॉलेज में भ्रष्टाचार के व्यापक नेटवर्क का पर्दाफाश कर सकती है। एसीबी ने राकेश कुमार चौबे के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर लिया है। आरोपी को शनिवार को जयपुर की एसीबी कोर्ट में पेश किया जाएगा। इस बीच, एसीबी की टीमें मामले की तह तक जाने के लिए और सबूत जुटाने में जुटी हैं।
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