एवोकाडो को हेल्थ के लिहाज से सुपरफूड माना जाता है। यह विटामिन, फाइबर, हेल्दी फैट और कई पोषक तत्वों से भरपूर होता है। लोग इसे ब्रेड पर लगाकर, सलाद में मिलाकर या स्मूदी में डालकर बड़े चाव से खाते हैं। तेजी से वजन घटाने से लेकर हार्ट हेल्थ तक, इसके फायदे खूब प्रचारित किए जाते हैं।
डॉ सुरेंद्र कुमार, एमबीबीएस, जनरल फिजिशियन, नई दिल्ली के मुताबिक लेकिन क्या आप जानते हैं कि हर चीज़ की तरह एवोकाडो भी हर किसी के लिए नहीं है? कुछ लोगों के शरीर पर इसका उल्टा असर भी हो सकता है। चाहे एलर्जी की समस्या हो, डाइजेशन से जुड़ी दिक्कतें या ब्लड थिनिंग—एवोकाडो का ज़्यादा या गलत तरीके से सेवन कई बार हेल्थ रिस्क बन सकता है।
इस लेख में हम जानेंगे कि एवोकाडो खाने से जुड़ी वे कौन-कौन सी बातें हैं जिन्हें जानना बेहद ज़रूरी है। खासकर तब जब आप इसे रोज़ाना अपनी डाइट में शामिल कर रहे हों। सेहतमंद रहने के लिए सिर्फ फायदे जानना काफी नहीं, नुकसान को भी समझना जरूरी है। आइए, एवोकाडो के कुछ चौंकाने वाले साइड इफेक्ट्स को विस्तार से जानते हैं। (Photo Credit):iStock
एलर्जी की समस्या

एवोकाडो में मौजूद कुछ प्रोटीन एलर्जी की वजह बन सकते हैं, खासकर उन लोगों के लिए जिन्हें लेटेक्स एलर्जी है। ऐसे लोगों को त्वचा पर खुजली, सूजन, सांस लेने में दिक्कत या पेट दर्द जैसी समस्या हो सकती है। अगर आपने कभी एवोकाडो खाने के बाद कुछ अजीब महसूस किया है, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। एवोकाडो को सुपरफूड मानना सही है, लेकिन यह सभी के लिए नहीं है। किसी भी नए खाने की चीज़ को अपनाने से पहले शरीर की प्रतिक्रिया पर ध्यान देना बेहद ज़रूरी है।
पाचन में गड़बड़ी
एवोकाडो में फाइबर की मात्रा अच्छी होती है, जो पाचन के लिए फायदेमंद मानी जाती है। लेकिन अधिक मात्रा में सेवन करने पर यही फाइबर गैस, पेट फूलना और दस्त जैसी समस्याएं भी पैदा कर सकता है। जिनका पाचन तंत्र कमजोर है, उन्हें एवोकाडो सीमित मात्रा में ही लेना चाहिए। खासकर अगर आपने पहली बार खाया है तो छोटी मात्रा से शुरू करें और शरीर की प्रतिक्रिया देखें। हेल्दी फूड भी तब तक ही फायदेमंद है जब तक उसका सेवन संतुलित मात्रा में किया जाए।
ब्लड थिनिंग का रिस्क
एवोकाडो विटामिन K से भरपूर होता है, जो ब्लड क्लॉटिंग को प्रभावित कर सकता है। जो लोग पहले से ब्लड थिनर दवाएं ले रहे हैं, उनके लिए एवोकाडो का अधिक सेवन हानिकारक हो सकता है। इससे दवा का असर कम हो सकता है या खून अधिक पतला हो सकता है, जो ब्लीडिंग रिस्क को बढ़ाता है। अगर आप कोई भी मेडिकल कंडीशन या दवा ले रहे हैं तो अपने डॉक्टर से पूछे बिना रोजाना एवोकाडो ना खाएं।
वज़न घटना या बढ़ना

हालांकि एवोकाडो को वेट लॉस फ्रेंडली फूड माना जाता है, लेकिन इसमें फैट और कैलोरी भी काफी होती है। अगर आप इसे हद से ज्यादा खाते हैं तो इससे वज़न घटने की बजाय बढ़ भी सकता है। यह हेल्दी फैट ज़रूर है, पर ओवरकैलोरी इंटेक किसी भी डाइट के लिए नुकसानदायक है। इसलिए एवोकाडो को अपनी डाइट में संतुलित मात्रा में शामिल करें। एक दिन में आधा एवोकाडो खाना अधिकतर लोगों के लिए पर्याप्त माना जाता है।
रोजाना सेवन सही है या नहीं

एवोकाडो को अगर रोजाना खा रहे हैं तो ध्यान रखें कि इसकी मात्रा 1 फल से अधिक न हो। ज़रूरत से ज़्यादा सेवन से न केवल कैलोरी बढ़ती है, बल्कि शरीर को पचाने में भी मुश्किल हो सकती है। अगर आपको किसी भी प्रकार की पाचन या एलर्जी की शिकायत हो रही है, तो इसे कुछ दिन बंद करके फर्क देखें। एवोकाडो जितना पोषक है, उतना ही यह समझदारी से सेवन करने योग्य फल भी है।
डिस्क्लेमर: यह लेख केवल सामान्य जानकारी के लिए है। यह किसी भी तरह से किसी दवा या इलाज का विकल्प नहीं हो सकता। ज्यादा जानकारी के लिए हमेशा अपने डॉक्टर से संपर्क करें। एनबीटी इसकी सत्यता, सटीकता और असर की जिम्मेदारी नहीं लेता है।
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