PR in Australia: ऑस्ट्रेलिया हायर एजुकेशन के लिए एक पॉपुलर डेस्टिनेशन है, जहां आपको बड़ी संख्या में भारतीय भी मिल जाएंगे। ऑस्ट्रेलिया में एक लाख के आसपास   भारतीय छात्र पढ़ाई कर रहे हैं। इस देश को भारतीय छात्र इसलिए चुनते हैं, क्योंकि यहां उन्हें टॉप यूनिवर्सिटीज से डिग्री लेने का मौका मिलता है। साथ ही उनके पास देश में रुककर जॉब करने का ऑप्शन भी रहता है। ऑस्ट्रेलिया में स्टूडेंट पढ़ाई के दौरान हर हफ्ते 20 घंटे तक पार्ट-टाइम जॉब भी कर सकते हैं, जो उनकी कमाई का जरिया भी है।   
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इसके अलावा, उन्हें ग्रेजुएशन के बाद पोस्ट-स्टडी वर्क वीजा भी मिलता है, जो भारतीय छात्रों को ऑस्ट्रेलिया में जॉब की इजाजत देता है। यहां का जॉब मार्केट काफी अच्छा है, जिस वजह से स्टूडेंट्स को डिग्री लेने के बाद नौकरी के लिए ज्यादा धक्के भी नहीं खाने पड़ते हैं। बहुत से ऐसे स्टूडेंट्स होते हैं, जो ऑस्ट्रेलिया में पढ़ाई के बाद यहां परमानेंट रेजिडेंसी ( PR) भी हासिल करना चाहते हैं। हालांकि, ऑस्ट्रेलिया का PR तभी मिलेगा, जब आपने यहां पर सही कोर्स की पढ़ाई की है और फिर जॉब कर रहे हैं।
     
ऑस्ट्रेलिया के PR वाले कोर्स कौन से हैं?
ऑस्ट्रेलिया में ऐसा कोई नियम नहीं है कि अगर किसी के पास कोई खास स्किल है, तभी उसे परमानेंट रेजिडेंसी मिलेगी। कोविड महामारी के बाद ऑस्ट्रेलिया में कुछ ऐसे सेक्टर्स उभर कर सामने आए हैं, जहां पर वर्कर्स की कमी हो गई है। सबसे ज्यादा स्किल वर्कर्स की जरूरत है। इन सेक्टर्स में भर-भरकर नौकरियां निकल रही हैं। अगर आप इन नौकरियों को करते हैं, तो फिर आपके PR पाने के चांस बढ़ जाएंगे। ये जॉब्स तभी मिलेंगी, जब आपके पास इन सेक्टर्स में जॉब करने के लिए योग्य डिग्री होगी।
     
इंजीनियरिंग, ट्रेड, मेडिकल, हेल्थकेयर, नर्सिंग, अकाउंटेंसी और एजुकेशन वो सेक्टर्स हैं, जहां पर सबसे ज्यादा वर्कर्स की जरूरत है। इस तरह अगर आप इन फील्ड से जुड़े हुए कोर्स करते हैं, तो फिर आपको यहां परमानेंट रेजिडेंसी मिल सकती है। नीचे PR वाले कोर्स की लिस्ट दी गई है।
   
   
  
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इसके अलावा, उन्हें ग्रेजुएशन के बाद पोस्ट-स्टडी वर्क वीजा भी मिलता है, जो भारतीय छात्रों को ऑस्ट्रेलिया में जॉब की इजाजत देता है। यहां का जॉब मार्केट काफी अच्छा है, जिस वजह से स्टूडेंट्स को डिग्री लेने के बाद नौकरी के लिए ज्यादा धक्के भी नहीं खाने पड़ते हैं। बहुत से ऐसे स्टूडेंट्स होते हैं, जो ऑस्ट्रेलिया में पढ़ाई के बाद यहां परमानेंट रेजिडेंसी ( PR) भी हासिल करना चाहते हैं। हालांकि, ऑस्ट्रेलिया का PR तभी मिलेगा, जब आपने यहां पर सही कोर्स की पढ़ाई की है और फिर जॉब कर रहे हैं।
ऑस्ट्रेलिया के PR वाले कोर्स कौन से हैं?
ऑस्ट्रेलिया में ऐसा कोई नियम नहीं है कि अगर किसी के पास कोई खास स्किल है, तभी उसे परमानेंट रेजिडेंसी मिलेगी। कोविड महामारी के बाद ऑस्ट्रेलिया में कुछ ऐसे सेक्टर्स उभर कर सामने आए हैं, जहां पर वर्कर्स की कमी हो गई है। सबसे ज्यादा स्किल वर्कर्स की जरूरत है। इन सेक्टर्स में भर-भरकर नौकरियां निकल रही हैं। अगर आप इन नौकरियों को करते हैं, तो फिर आपके PR पाने के चांस बढ़ जाएंगे। ये जॉब्स तभी मिलेंगी, जब आपके पास इन सेक्टर्स में जॉब करने के लिए योग्य डिग्री होगी।
इंजीनियरिंग, ट्रेड, मेडिकल, हेल्थकेयर, नर्सिंग, अकाउंटेंसी और एजुकेशन वो सेक्टर्स हैं, जहां पर सबसे ज्यादा वर्कर्स की जरूरत है। इस तरह अगर आप इन फील्ड से जुड़े हुए कोर्स करते हैं, तो फिर आपको यहां परमानेंट रेजिडेंसी मिल सकती है। नीचे PR वाले कोर्स की लिस्ट दी गई है।
- अकाउंटेंसी
- ऑटोमोटिव इंजीनियरिंग
- कंप्यूटर एंड इंफोर्मेशन टेक्नोलॉजी
- कंप्यूटर साइंस
- बिजनेस
- मैनेजमेंट
- मेडिसिन एंड डेंटिस्ट्री
- नर्सिंग
- एमबीबीएस
- एजुकेशन एंड टीचिंग
- बिल्डिंग एंड कंस्ट्रक्शन
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