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90-दिन का इंतजार नहीं करेगा भारत... अमेरिका के साथ व्यापार समझौते पर आया बड़ा अपडेट

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नई दिल्‍ली: रेसिप्रोकल टैरिफ को लेकर बढ़ी चिंता के बीच भारत और अमेरिका प्रस्तावित द्विपक्षीय व्यापार समझौते (बीटीए) के लिए विभिन्न सेक्टरों से जुड़ी बातचीत इसी हफ्ते शुरू करेंगे। यह बातचीत वर्चुअल मोड में होगी। इस संबंध में एक भारतीय दल अगले महीने अमेरिका भी जाएगा। वहीं, कॉमर्स सेक्रेटरी सुनील बड़थ्वाल ने कहा कि इस समझौते का पहला चरण इस साल सितंबर-अक्टूबर तक लागू करने का लक्ष्य तय किया गया है, लेकिन इसे इससे पहले ही पूरा कर लेने का प्रयास हो रहा है।अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने तमाम देशों पर 9 अप्रैल से रेसिप्रोकल टैरिफ लागू करने की घोषणा की थी। हालांकि, बाद में उन्होंने इसे 90 दिनों यानी 9 जुलाई तक के लिए टाल दिया। भारतीय वस्‍तुओं पर 26% टैरिफ लगने की बात है। साल 2030 तक द्विपक्षीय व्यापार को 500 अरब डॉलर तक ले जाने के लिए भारत और अमेरिका ने द्विपक्षीय व्यापार समझौता करने पर 13 फरवरी को सहमति जताई थी।मिनिस्ट्री के एक अधिकारी ने कहा, 'विभिन्न सेक्टरों से जुड़े मुद्दों पर बातचीत वर्चुअल मोड में इसी हफ्ते शुरू होगी। अगले महीने भारतीय वार्ताकार अमेरिका जाएंगे। समझौते के पहले चरण के लिए मोटी रूपरेखा बन चुकी है। उम्मीद है कि 9 जुलाई से पहले एक अंतरिम समझौता हो जाएगा।'कॉमर्स डिपार्टमेंट में अडिशनल सेक्रेटरी राजेश अग्रवाल ने बताया, 'मई के दूसरे हफ्ते में फिजिकल मोड में बातचीत शुरू हो सकती है।' अग्रवाल इस समझौते पर भारत की ओर से मुख्य वार्ताकार हैं। भारत के लिए चिंता और अवसर दोनोंवहीं, कॉमर्स सेक्रेटरी सुनील बड़थ्वाल ने मार्च के निर्यात आंकड़ों की जानकारी देने के दौरान कहा, ‘टैरिफ के लिहाज से देखें तो भारत के लिए चिंता की बात भी है और अवसर भी दिख रहे हैं। भारत ने पहले ही अमेरिका के साथ ट्रेड लिबरलाइजेशन की राह पर कदम बढ़ा दिए हैं। बाइलैटरल ट्रेड एग्रीमेंट होने से अमेरिका के साथ भारत का व्यापार बढ़ेगा। भारत और अमेरिका के लिए कई अवसर भी खुलेंगे।'बड़थ्वाल ने कहा, 'हम अमेरिका के साथ यह बातचीत जल्द पूरी करने की कोशिश करेंगे। उम्मीद है कि अमेरिका के साथ अच्छा द्विपक्षीय व्यापार समझौता कर लिया जाएगा।' यूरोपियन यूनियन के साथ FTAभारत और यूरोपियन यूनियन के बीच प्रस्तावित फ्री ट्रेड एग्रीमेंट पर बातचीत का अगला दौर 12 मई को शुरू होगा। कॉमर्स डिपार्टमेंट में अडिशनल सेक्रेटरी एल सत्य श्रीनिवास ने बताया कि दसवें दौर की बातचीत में गुड्स, सर्विसेज, इनवेस्टमेंट और सरकारी खरीद जैसे क्षेत्रों पर फोकस किया गया था और दोनों पक्षों ने बातचीत आगे बढ़ाने पर सहमति जताई थी। अब बातचीत का 11वां दौर 12 से 16 मई तक होगा।चीन और वियतनाम जैसे देशों पर अमेरिकी रेसिप्रोकल टैरिफ भारत से ज्यादा होने के चलते वहां से सस्ते माल की भारत में डंपिंग होने के रिस्क को देखते हुए कॉमर्स मिनिस्ट्री ने एक मॉनिटरिंग सेल बनाया है। श्रीनिवास ने कहा कि मौजूदा हालात में आयात बढ़ सकने का चांस है, इसे देखते हुए मॉनिटरिंग ग्रुप बनाया गया है। अगर अस्वाभाविक बढ़ोतरी दिखी, तो हम उचित कदम उठाएंगे।
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