सर्दी के मौसम में मूंगफली खाने का चलन हर घर में आम है। इसे “गरीबों का काजू” भी कहा जाता है, क्योंकि इसमें प्रोटीन, फाइबर, हेल्दी फैट्स और कई पोषक तत्व भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं। मूंगफली हृदय स्वास्थ्य, मांसपेशियों की मजबूती और त्वचा के लिए लाभकारी मानी जाती है। लेकिन जितनी फायदेमंद यह सूखी मेवा है, उतनी ही नुकसानदायक भी हो सकती है, अगर इसे गलत व्यक्ति या गलत तरीके से खाया जाए।
विशेषज्ञों की मानें तो कुछ लोगों के लिए मूंगफली एलर्जिक, पाचन के लिए भारी, या चिकित्सकीय दृष्टि से नुकसानदायक साबित हो सकती है। ऐसे में यह जानना जरूरी हो जाता है कि किन लोगों को मूंगफली का सेवन नहीं करना चाहिए और क्यों।
इन लोगों को मूंगफली खाने से बचना चाहिए
1. मूंगफली से एलर्जी वाले लोग
मूंगफली एलर्जी दुनिया की सबसे आम फूड एलर्जी में से एक है। एलर्जी से पीड़ित लोगों को इसे छूना या सूंघना भी नुकसानदायक हो सकता है। इसके लक्षणों में चेहरे पर सूजन, त्वचा पर लाल चकत्ते, सांस लेने में दिक्कत, उल्टी, चक्कर आना या एनाफिलैक्सिस तक हो सकता है – जो जानलेवा स्थिति हो सकती है।
2. अस्थमा (दमा) के मरीज
मूंगफली की गंध और धूल कुछ अस्थमा के मरीजों में एलर्जिक रिएक्शन को ट्रिगर कर सकती है, जिससे सांस लेने में समस्या बढ़ सकती है।
3. गठिया या जोड़ों के दर्द से पीड़ित लोग
मूंगफली में कुछ ऐसे तत्व होते हैं जो यूरिक एसिड को बढ़ा सकते हैं। गठिया या जोड़ों के दर्द वाले मरीजों को अधिक मात्रा में मूंगफली खाने से सूजन और दर्द की शिकायत बढ़ सकती है।
4. मोटापा या वजन घटाने की कोशिश में लगे लोग
मूंगफली पोषक जरूर है, लेकिन कैलोरी में भी भारी होती है। एक मुट्ठी मूंगफली में लगभग 150–200 कैलोरी होती है। यदि बिना नियंत्रण के इसका सेवन किया जाए तो यह वजन घटाने के प्रयासों पर पानी फेर सकती है।
5. पाचन तंत्र कमजोर हो तो रहें सावधान
कई बार कच्ची या अधपकी मूंगफली खाने से पेट में गैस, अपच, भारीपन या एसिडिटी हो सकती है। जिनका पाचन तंत्र कमजोर है, उन्हें सीमित मात्रा में ही मूंगफली खानी चाहिए।
कैसे करें बचाव?
मूंगफली खाने से पहले सुनिश्चित करें कि आपको इससे एलर्जी तो नहीं।
हमेशा भुनी हुई और साफ-सुथरी मूंगफली का सेवन करें।
अगर आप किसी मेडिकल कंडीशन से जूझ रहे हैं, तो डॉक्टर से परामर्श लेकर ही इसका सेवन करें।
बच्चों को मूंगफली देने से पहले सावधानी बरतें, क्योंकि उनमें एलर्जी का खतरा ज्यादा होता है।
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