By Jitendra Jangid- दोस्तो हिंदू ग्रंथों मे 64 योगिनी के बारे में बताया गया है, 64 योगिनियों को देवी शक्ति के विभिन्न रूपों के रूप में पूजा जाता है, जिनकी उत्पत्ति माँ काली से मानी जाती है। ये देवी माँ की अपार शक्ति, सौंदर्य, ज्ञान और करुणा का प्रतिनिधित्व करती हैं आइए जानते हैं इनके बारे में पूरी डिटेल्स-
64 योगिनियों की उत्पत्ति
देवी काली ने घोर राक्षस का वध करने के लिए चौंसठ योगिनियों का रूप धारण किया था।
एक अन्य कथा के अनुसार, देवी दुर्गा ने स्वयं को 64 भागों में विभाजित कर इन योगिनियों को जन्म दिया।
64 योगिनियों का प्रतीकवाद
इन्हें ज्ञान, शक्ति और करुणा का अवतार माना जाता है।
इनकी पूजा करने से ज्ञान, शक्ति और मनोवांछित सिद्धियाँ (आध्यात्मिक सिद्धियाँ) प्राप्त होती हैं।
प्रत्येक योगिनी दिव्य स्त्रीत्व के एक अनूठे पहलू का प्रतिनिधित्व करती है।
64 योगिनी मंदिर
भारत के कई हिस्सों में 64 योगिनियों को समर्पित मंदिर पाए जा सकते हैं।
ये मंदिर न केवल पूजा स्थल हैं, बल्कि तांत्रिक साधना और आध्यात्मिक जागृति के केंद्र भी हैं।
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