By Jitendra Jangid- दोस्तो भारतीयों के लिए गेहूं की रोटी दैनिक आहार का अहम स्त्रोत है, जो काफी स्वास्थ्यवर्धक होती हैं, क्योंकि इसमें फाइबर, कार्बोहाइड्रेट, प्रोटीन, आयरन, कैल्शियम और सेलेनियम जैसे महत्वपूर्ण पोषक तत्व होते हैं। इसके फ़ायदों के साथ-साथ, गेहूँ की रोटी कुछ लोगों के लिए कुछ स्वास्थ्य समस्याएँ भी पैदा कर सकती है। आइए जानते हैं इसके बारे में पूरी डिटेल्स-

गेहूँ की रोटी खाने से होने वाली समस्याएँ
ग्लूटेन युक्त - गेहूँ की रोटी में ग्लूटेन होता है, जो रक्त शर्करा के स्तर को बढ़ा सकता है और मधुमेह के खतरे को बढ़ा सकता है।
पाचन संबंधी समस्याएँ - रोज़ाना रोटी खाने से कुछ लोगों में अपच, पेट फूलना या कब्ज जैसी समस्याएँ हो सकती हैं।
वजन बढ़ना - गेहूँ में मौजूद कार्बोहाइड्रेट कैलोरी की मात्रा बढ़ा देते हैं, जिससे ज़्यादा खाने पर मोटापा हो सकता है।

गेहूँ की रोटी के स्वास्थ्यवर्धक विकल्प
हमेशा गेहूँ के आटे पर निर्भर रहने के बजाय, आप इन चीज़ों का इस्तेमाल करके अपने आहार में विविधता ला सकते हैं:
रागी (फिंगर मिलेट)
बाजरा (पर्ल मिलेट)
ज्वार (सोरघम/जौ)
मक्की (मक्का)
ये विकल्प फाइबर और पोषक तत्वों से भरपूर होते हैं और पचाने में आसान होते हैं, जिससे ये स्वास्थ्यवर्धक विकल्प बन जाते हैं।
Disclaimer: This content has been sourced and edited from [abpliveHindi]
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