बीजिंग, 1 अक्टूबर . हाल ही में, विदेशों में स्थित चीनी दूतावासों, वाणिज्य दूतावासों और राजनयिक मिशनों ने चीन लोक गणराज्य की स्थापना की 76वीं वर्षगांठ को धूमधाम से मनाने के लिए सत्कार समारोह और अन्य कार्यक्रम आयोजित किए. कई विदेशी नेताओं ने इन कार्यक्रमों में भाग लेकर चीन की शानदार विकास उपलब्धियों की सराहना की, चीन की समृद्धि की कामना की और मैत्री एवं सहयोग को प्रगाढ़ करने तथा एक बेहतर भविष्य के निर्माण के लिए चीन के साथ मिलकर काम करने की आशा व्यक्त की.
डीपीआरके की सर्वोच्च जन असेंबली की स्थाई समिति के उपाध्यक्ष कांग युन-सियोक ने कहा कि चीन लोक गणराज्य की स्थापना एक युगांतर घटना थी. पिछले 76 वर्षों में, चीन की व्यापक राष्ट्रीय शक्ति और अंतर्राष्ट्रीय प्रतिष्ठा में लगातार वृद्धि हुई है. दोनों देशों और पार्टियों के शीर्ष नेताओं की देखरेख और नेतृत्व में, डीपीआरके और चीन के बीच पारंपरिक मैत्री निरंतर विकसित होती रही है. डीपीआरके पहले की तरह, दोनों देशों और पार्टियों के शीर्ष नेताओं की दृढ़ इच्छाशक्ति का पालन करेगा और चीनी साथियों के साथ मिलकर द्विपक्षीय मैत्रीपूर्ण और सहयोगात्मक संबंधों को निरंतर गहरा और विकसित करने के लिए काम करेगा.
वियतनाम की कम्युनिस्ट पार्टी की केंद्रीय समिति के सचिवालय के सचिव ले होई ट्रुंग ने चीन के आधुनिकीकरण की महान उपलब्धियों की प्रशंसा की और दोहराया कि वियतनाम हमेशा चीन के साथ अपने सम्बंधों को प्राथमिकता देता है. वियतनाम दोनों पार्टियों के शीर्ष नेताओं द्वारा बनाई गई सहमति का पालन करने और वियतनाम और चीन के लिए एक साझा भाग्य वाले समुदाय के निर्माण में एक नया अध्याय लिखने के लिए तैयार है.
यूक्रेनी उप Prime Minister तारास काचका और उप विदेश मंत्री येवहेन पेरेब्यिनिस ने चीन की ज़बरदस्त विकास उपलब्धियों की प्रशंसा की और Political, आर्थिक, व्यापारिक और सांस्कृतिक क्षेत्रों में यूक्रेन-चीन संबंधों और सहयोग की सराहना की.
(साभार- चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)
–
वीकेयू/
You may also like
घर की तिजोरी में कैश रखने को` लेकर भी तय हुई लिमिट जान लें आयकर विभाग के नियम
राजस्थान में यहाँ मिट्टी का रावण बनाकर उसे पैरों तले रौंदते है लोग, जानिए 150 साल पुरानी इस परंपरा का रहस्य
एलन मस्क का ऐतिहासिक रिकॉर्ड, 500 अरब नेट वर्थ वाले दुनिया के पहले व्यक्ति! नंबर 2 की कुर्सी पर कौन?
एक बार एक बहुत शक्तिशाली सम्राट हुआ।` उसकी बेटी इतनी सुंदर थी कि देवता तक सोचते थे—अगर उससे विवाह हो जाए तो उनका जीवन धन्य हो जाएगा। उसकी सुंदरता की चर्चा पूरी त्रिलोकी में फैल गई थी। सम्राट भी यह जानते थे। एक रात सम्राट पूरी रात अपने कक्ष में टहलते रहे। सुबह महारानी ने देखा और
India Slams Pakistan: संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद में पाकिस्तान ने दिया ज्ञान, भारत ने इस तरह सुनाकर दिखाया आईना