Next Story
Newszop

पहली तिमाही के नतीजों के बीच घरेलू बाजारों में इस हफ्ते गिरावट का सिलसिला रहा जारी

Send Push

New Delhi, 19 जुलाई . विश्लेषकों ने Saturday को कहा कि घरेलू शेयर बाजारों में लगातार तीसरे हफ्ते गिरावट का सिलसिला जारी रहा और निफ्टी इंडेक्स 25,000 के मनोवैज्ञानिक स्तर से नीचे बंद हुए. यह गिरावट वित्त वर्ष 2026 की पहली तिमाही के नतीजों, खासकर आईटी और फाइनेंशियल सर्विस सेक्टर के नतीजों की धीमी शुरुआत के कारण देखी गई.

वैश्विक मांग अनिश्चितता के बीच सुस्त प्रदर्शन और सतर्क दृष्टिकोण के कारण आईटी सेक्टर दबाव में रहा, जबकि अपेक्षित एनआईएम कॉन्ट्रैक्शन और परिसंपत्ति गुणवत्ता संबंधी चिंताओं के कारण फाइनेंशियल सर्विस सेक्टर के भी सुस्त नतीजे आने की उम्मीद है.

जियोजित इन्वेस्टमेंट्स लिमिटेड के रिसर्च हेड विनोद नायर ने कहा, “एफएमसीजी शेयरों ने बेहतर प्रदर्शन किया, जिसे शहरी उपभोग रुझानों में संभावित पुनरुद्धार की ओर इशारा करने वाले विकास अनुमानों का समर्थन मिला. मैक्रोइकोनॉमिक अनुकूल परिस्थितियों से बेहतर आय गति निवेशकों की पसंद को उपभोग शेयरों की ओर मोड़ सकती है.”

आखिरी कारोबारी दिन Friday को भारतीय बेंचमार्क सूचकांक कमजोर रुख के साथ बंद हुए और व्यापक बिकवाली के दबाव के बीच निफ्टी महत्वपूर्ण 25,000 अंक से नीचे फिसल गया.

सेंसेक्स 501.51 अंक या 0.61 प्रतिशत की गिरावट के साथ 81,757.73 पर बंद हुआ, जबकि निफ्टी 143.05 अंक या 0.57 प्रतिशत की गिरावट के साथ 24,968.40 पर बंद हुआ.

मीडिया और मेटल को छोड़कर, सभी क्षेत्रीय सूचकांक लाल निशान में बंद हुए, जबकि फार्मा, प्राइवेट बैंक, पीएसयू बैंक, एफएमसीजी, कैपिटल गुड्स, कंज्यूमर ड्यूरेबल्स और टेलीकॉम में 0.5 प्रतिशत से 1 प्रतिशत तक की गिरावट दर्ज की गई.

व्यापक बाजार में भी मुनाफावसूली देखी गई, जिसमें निफ्टी मिडकैप और स्मॉलकैप सूचकांक क्रमशः 0.7 प्रतिशत और 0.8 प्रतिशत नीचे आ गए.

बजाज ब्रोकिंग रिसर्च के अनुसार, आगामी सप्ताह अमेरिका और भारत दोनों से हाई-फ्रिक्वेंसी इंडीकेटर्स का मिश्रण लेकर आएगा जो मैन्युफैक्चरिंग एक्टिविटी, हाउसिंग हेल्थ और श्रम बाजार की मजबूती के बारे में जानकारी प्रदान करेंगे.

भारत के संदर्भ में जुलाई के लिए एसएंडपी ग्लोबल मैन्युफैक्चरिंग पीएमआई (प्रारंभिक) प्रमुख आंकड़े होंगे. मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर ने हाल के महीनों में लगातार विस्तार दिखाया है और निवेशक निरंतर गति के संकेतों की तलाश में रहेंगे.

विशेषज्ञों का कहना है कि ग्लोबल फ्रंट पर, बाजार प्रस्तावित यूएस-इंडिया मिनी ट्रेड एग्रीमेंट के परिणामों पर कड़ी नजर रख रहे हैं.

एक अनुकूल समाधान निर्यात-उन्मुख क्षेत्रों के लिए दृष्टिकोण को मजबूत कर सकता है और उभरते बाजारों में भारत के सापेक्ष आकर्षण को बढ़ा सकता है.

एसकेटी/

The post पहली तिमाही के नतीजों के बीच घरेलू बाजारों में इस हफ्ते गिरावट का सिलसिला रहा जारी first appeared on indias news.

Loving Newspoint? Download the app now