पुणे, 12 जुलाई . विश्व धरोहर समिति का 47वां सम्मेलन पेरिस, फ्रांस में आयोजित किया गया. इसमें छत्रपति शिवाजी महाराज के स्पर्श से पवित्र हुए मराठा साम्राज्य के 12 शिवकालीन किले को विश्व धरोहर का दर्जा दिया गया. मावल तालुका का लोहगढ़ किला भी इसमें शामिल है. Saturday को शिवदुर्ग किला प्रेमियों और नागरिकों ने लोहगढ़ किले की तलहटी में बड़े उत्साह के साथ जश्न मनाया.
इस दौरान कई तरह के कार्यक्रमों का आयोजन किया गया. सबसे पहले छत्रपति शिवाजी महाराज की प्रतिमा के तलहटी में जुलूस निकाला गया. उन पर माल्यार्पण किया गया और खुशी व्यक्त करने के लिए आतिशबाजी और लड्डू बांटे गए.
यहां किले पर आए बसप्पा भंडारी ने बताया कि लोहगढ़ का नामाकंन आने से हम बहुत खुश हैं, सब शिव प्रेमियों में खुशी है. हमारे मावल का नाम यूनेस्को में जाने से खुशी हुई. पर्यटन बढ़ाने के लिए यहां के प्रशासन को सड़क बनाना चाहिए, किले के आसपास हो रहे कंस्ट्रक्शन कामों पर रोक की जरूरत है. यहां निर्माण कार्य होने से किले को नुकसान पहुंच सकता है.
छत्रपति शिवाजी महाराज के 12 किले में सातारा जिले का प्रतापगढ़ किला भी शामिल है. इस अवसर पर शिवतीर्थ पवई नाका पर Saturday को पालकमंत्री शंभूराज देसाई और लोक निर्माण मंत्री शिवेंद्र सिंह राजे भोंसले ने छत्रपति शिवाजी महाराज की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया और जयकारे लगाए गए. इस अवसर पर विभिन्न राजनीतिक, सामाजिक और स्कूली पृष्ठभूमि के छात्र-छात्राएं बड़ी संख्या में उपस्थित थे.
नागपुर के शिवतीर्थ यानी महाल स्थित छत्रपति शिवाजी महाराज की प्रतिमा को माला अर्पित कर उत्सव मनाया गया. इस अवसर पर भाजपा की ओर से पटाखे फोड़कर और एक-दूसरे को मिठाई खिलाकर खुशी व्यक्त की गई. इस कार्यक्रम में भाजपा विधायक प्रवीण दटके समेत अन्य पदाधिकारी उपस्थित थे. इस दौरान लोगों ने छत्रपति शिवाजी महाराज के शौर्य और किले को वैश्विक स्तर पर स्थान मिलने को गौरव और आनंद का क्षण बताया.
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एएसएच/जीकेटी
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