नई दिल्ली, 3 मई . दिल्ली विधानसभा के उपाध्यक्ष और मुस्तफाबाद सीट से भाजपा विधायक मोहन सिंह बिष्ट ने सर्जिकल स्ट्राइक को लेकर पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी के बयान पर तल्ख टिप्पणी करते हुए शनिवार को कहा कि उनकी “मानसिक स्थिति अब ठीक नहीं रही” और आतंकवादी हमलों जैसे गंभीर मुद्दों पर उनका इस प्रकार का बयान संवेदनहीनता को दर्शाता है.
मोहन सिंह बिष्ट ने कहा, “जो व्यक्ति पंजाब का मुख्यमंत्री रहा हो, वह इस तरह की टिप्पणियां करता है, तो साफ है कि उनकी मानसिक स्थिति ठीक नहीं है. उन पर पागलपन सवार हो गया है. अगर उनके परिवार का कोई सदस्य ऐसी घटना का शिकार हुआ होता, तो उन्हें दर्द का एहसास होता. यह साफ है कि उनके अंदर पागलपन छा गया है, बल्कि पागलपन की हद हो गई है. मैं यही मानता हूं.”
उन्होंने कहा कि अगर चन्नी सरकार के साथ खड़े हैं, जैसा उन्होंने बाद में कहा, तो फिर उन्होंने सबूत क्यों मांगा? इस तरह के बयान केवल आतंकवादियों के मनोबल को बढ़ाते हैं और देश की सुरक्षा एजेंसियों का अपमान करते हैं. पहलगाम की घटना बेहद दर्दनाक है और सरकार इस पर निश्चित रूप से कार्रवाई करेगी. पाकिस्तान को करारा जवाब मिलेगा.
उल्लेखनीय है कि पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने शुक्रवार को कांग्रेस कार्य समिति की बैठक के बाद पत्रकारों से बातचीत के दौरान कहा था, “हमारे देश में कोई बम गिरे तो पता नहीं चलेगा? कहते हैं कि हमने पाकिस्तान में सर्जिकल स्ट्राइक किया, कुछ नहीं हुआ. कहीं नहीं दिखे सर्जिकल स्ट्राइक, किसी को नहीं पता चला.” उन्होंने कहा कि वह हमेशा से सर्जिकल स्ट्राइक के सबूत मांगते रहे हैं.
उन्होंने कहा कि पहलगाम हमले के बाद सरकार की क्षमता पर सवाल उठने लगा है. पूरा देश इंतजार कर रहा है कि पाकिस्तान को कब जवाब दिया जाएगा.
उल्लेखनीय है कि साल 2016 में हुए सर्जिकल स्ट्राइक के बाद भी विपक्ष के नेताओं ने सरकार से सबूत मांगे थे, जिसके बाद विपक्ष सत्तारूढ़ दल के निशाने पर आ गया था. एक बार फिर से कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ने उसी सर्जिकल स्ट्राइक पर सवाल उठाते हुए सबूत मांगे हैं.
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पीएसके/एकेजे
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