New Delhi, 7 अक्टूबर . कफ सिरप पीने से Madhya Pradesh, Rajasthan और तमिलनाडु जैसे राज्यों में कम से कम 14 बच्चों की मौत के मामले ने देश को झकझोर दिया है. अब वकील विशाल तिवारी ने Supreme court में जनहित याचिका (पीआईएल) दायर कर इसकी निष्पक्ष जांच और दोषियों पर सख्त कार्रवाई की मांग की है.
याचिका में सिरप में मिले जहरीले रसायनों डाइएथिलीन ग्लाइकॉल (डीईजी) और एथिलीन ग्लाइकॉल (ईजी) की बिक्री पर सख्त नियंत्रण की भी मांग उठाई गई है.
याचिका के अनुसार, कोल्ड्रिफ कफ सिरप में डीईजी की मात्रा 48.6 फीसद तक पाई गई, जो मानक सीमा से करीब 500 गुना है. यह रसायन औद्योगिक उपयोग के लिए होता है, लेकिन दवाओं में मिलाने से किडनी फेलियर हो जाता है. Madhya Pradesh के छिंदवाड़ा में 9, Rajasthan में 2 और अन्य राज्यों में भी मौतें हुईं. केंद्र Government ने सिरप पर प्रतिबंध लगाया है, लेकिन जांच में लापरवाही बरती जा रही है, जिसे किसी भी कीमत पर स्वीकार नहीं किया जा सकता है.
विशाल तिवारी ने कोर्ट से मांग की है कि मामले की जांच राष्ट्रीय न्यायिक आयोग या सीबीआई के तहत विशेषज्ञ समिति करे. Supreme court के रिटायर्ड जज इसकी निगरानी करें. सभी राज्यों में दर्ज First Information Report को एक स्थान पर स्थानांतरित कर एकीकृत जांच हो.
याचिकाकर्ता ने मांग की है कि विषैले सिरप बनाने वाली कंपनियों के लाइसेंस तुरंत रद्द कर उन्हें बंद किया जाए और उनके खिलाफ आपराधिक मुकदमा चलाया जाए. बाजार से सभी प्रभावित उत्पाद वापस मंगवाए जाएं और ड्रग्स रिकॉल पॉलिसी बनाई जाए. इसके अलावा याचिका में पीड़ित परिवारों को पर्याप्त मुआवजा देने की भी मांग की गई है.
राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (एनएचआरसी) ने Monday को Madhya Pradesh और Rajasthan के स्वास्थ्य विभागों के प्रमुख सचिवों को नोटिस जारी किया था. यह नोटिस दोनों राज्यों में कफ सिरप पीने के बाद 12 बच्चों की मौत के मामले में जारी किया गया है. इस घटना को लेकर विपक्षी दल भी Government पर निशाना साध रहे हैं, जबकि स्वास्थ्य मंत्री ने जांच का आश्वासन दिया है.
–
एसएचके/वीसी
You may also like
डिजिटल अरेस्ट के नाम पर 23.56 लाख की महाठगी: साइबर क्राइम पुलिस ने गिरोह के एक और सदस्य को किया गिरफ्तार
ड्रम वाली मुस्कान बोली- प्रेग्नेंट हूं, करवाचौथ का व्रत नहीं रखूंगी, बच्चे के लिए अहोई अष्टमी की पूजा करूंगी
उदयपुर : आगजनी और तोड़फोड़ करने वाले 11 आरोपी गिरफ्तार, मौताणे की मांग को लेकर भड़की थी हिंसा
IPL 2026: ऑक्शन से पहले KKR कर सकती है 3 बड़े खिलाड़ियों को ट्रेड, वेंकटेश अय्यर पर गहराया संकट
उपराष्ट्रपति ने सामाजिक न्याय पहलों में 'सहानुभूति से अवसर' की ओर बदलाव की सराहना की