वाशिंगटन, 18 अक्टूबर . दक्षिण कोरिया में एशिया-प्रशांत आर्थिक सहयोग (एपीईसी) शिखर सम्मेलन का आयोजन होने जा रहा है. इस मौके पर अमेरिका के President डोनाल्ड ट्रंप और चीन के President शी जिनपिंग की मुलाकात होने जा रही है.
अमेरिकी President ट्रंप ने खुद इस बात की पुष्टि की है कि वह अगले कुछ सप्ताह में दक्षिण कोरिया में चीनी President शी जिनपिंग से मुलाकात करेंगे. योनहाप न्यूज एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार, ट्रंप ने व्हाइट हाउस में यूक्रेनी President वोलोडिमिर ज़ेलेंस्की के साथ एक बैठक के दौरान यह टिप्पणी की.
चीन ने दुर्लभ मृदा धातुओं (जो विभिन्न सैन्य और वाणिज्यिक उत्पादों के उत्पादन के लिए आवश्यक घटक हैं) पर निर्यात नियंत्रण कड़ा करने का फैसला लिया. इसके बाद से दोनों महाशक्तियों के बीच व्यापार तनाव बढ़ गया है.
उन्होंने कहा, “चीन बातचीत करना चाहता है और हमें चीन से बात करना पसंद है. इसलिए हमारे संबंध बहुत अच्छे हैं और हम कुछ हफ्तों में दक्षिण कोरिया में मिलने वाले हैं.”
अपनी टैरिफ नीति को लेकर अमेरिकी President ने दावा किया कि कोरिया में होने वाली संभावित बैठक से पहले अमेरिका “बहुत मजबूत” स्थिति में है.
इस दौरान अमेरिकी President से पूछा गया कि क्या शी जिनपिंग के साथ उनकी बैठक से कोई व्यापार समझौता हो सकता है. इस पर ट्रंप ने कहा, “हो सकता है.”
उन्होंने कहा, “वे बातचीत करना चाहते हैं और हम बातचीत कर रहे हैं और मुझे लगता है कि हम एक ऐसा समझौता करेंगे जो दोनों के लिए अच्छा होगा. मुझे लगता है कि हम कुछ करेंगे.”
पिछले Friday को, ट्रंप ने चीन के निर्यात नियंत्रण कदम की निंदा की और शी जिनपिंग के साथ प्रस्तावित बैठक रद्द करने की धमकी दी. उन्होंने 1 नवंबर से चीनी वस्तुओं पर अतिरिक्त 100 प्रतिशत टैरिफ लगाने और उसी दिन सभी महत्वपूर्ण सॉफ्टवेयर पर निर्यात नियंत्रण लागू करने की योजना की भी घोषणा की.
टैरिफ योजना पर बात करते हुए, ट्रंप ने कहा कि अगर वे चाहें तो इसे “बढ़ा” सकते हैं, और चीन नहीं चाहता कि यह टैरिफ लागू हो.
President ट्रंप ने दक्षिण कोरिया, जापान और यूरोपीय संघ का भी ज़िक्र किया और जोर देकर कहा, “हम बस यही चाहते हैं कि हमारे साथ निष्पक्ष व्यवहार हो. लेकिन निष्पक्षता यह है कि सैकड़ों अरबों और यहां तक कि खरबों डॉलर अमेरिका में आ रहे हैं और टैरिफ के कारण हमारी राष्ट्रीय सुरक्षा सुरक्षित है. अगर टैरिफ नहीं होते, तो हमारी कोई राष्ट्रीय सुरक्षा नहीं होती. इसलिए यह बहुत महत्वपूर्ण है.”
उसी दिन पहले प्रसारित फॉक्स बिजनेस के एक इंटरव्यू में, President ट्रंप ने यह भी कहा कि उनकी और शी जिनपिंग की एक “अलग” बैठक “निर्धारित” है. उन्होंने कहा, “हम कुछ हफ्तों में मिलने वाले हैं. दरअसल, हम दक्षिण कोरिया में मिलने वाले हैं. President शी जिनपिंग और अन्य लोग भी. लेकिन हमारी एक अलग बैठक निर्धारित है.”
चीन के खिलाफ टैरिफ योजना पर, President ट्रंप का रुख थोड़ा नरम दिखाई दिया. उन्होंने कहा, “यह टिकाऊ नहीं है, लेकिन संख्या यही है. शायद नहीं… यह टिक सकता है, लेकिन उन्होंने मुझे ऐसा करने के लिए मजबूर किया. मुझे लगता है कि चीन के साथ हमारा रिश्ता ठीक रहेगा.”
ट्रंप ने शी की भी प्रशंसा की और कहा, “मैं उनके साथ बहुत अच्छा व्यवहार करता हूं; वह एक बहुत ही मजबूत नेता और अद्भुत इंसान हैं.”
उन्होंने आगे कहा कि अमेरिका को चीन के साथ “निष्पक्ष समझौता” करना होगा और अपने इस आरोप को दोहराया कि चीन ने अमेरिका को “धोखा” दिया है.
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केके/एएस
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