New Delhi, 25 अगस्त . केंद्रीय श्रम एवं रोजगार तथा युवा कार्यक्रम और खेल मंत्री मनसुख मांडविया ने पिछले सप्ताह ‘राष्ट्रीय खेल दिवस 2025’ को एक सच्चे जन आंदोलन के रूप में मनाने की अपील की थी. इस पर अमल करते हुए, राष्ट्रीय खेल दिवस 2025 को तीन दिवसीय जन आंदोलन के रूप में मनाने की तैयारी पूरे देश में शुरू हो गई है.
राजस्थान, पंजाब, Himachal Pradesh, Haryana, उत्तराखंड, बिहार, झारखंड, तेलंगाना, महाराष्ट्र, Madhya Pradesh और केंद्र शासित प्रदेश पुडुचेरी, चंडीगढ़ और दिल्ली ने अपने संबंधित विभागों को तैयारी शुरू करने के निर्देश पहले ही जारी कर दिए हैं.
राष्ट्रीय खेल दिवस 2025 समारोह का नेतृत्व ‘फिट इंडिया मिशन’ की ओर से किया जाएगा. इसे 29-31 अगस्त तक तीन दिवसीय राष्ट्रव्यापी खेल एवं फिटनेस आंदोलन के रूप में आयोजित किया जाएगा, जिसका विषय ‘एक घंटा, खेल के मैदान में’ होगा.
केंद्र/State government के संगठन, राष्ट्रीय खेल महासंघ, सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रम और सामुदायिक निकाय नागरिकों से इस समारोह में शामिल होने की अपील कर रहे हैं. इसके अलावा, अभिनव बिंद्रा, सुनील छेत्री, मुरली श्रीशंकर, पीवी सिंधु, मनिका बत्रा, मीराबाई चानू जैसे मशहूर एथलीट्स ने भी सभी उम्र और समुदायों के लोगों से इसमें भाग लेने का आग्रह किया है.
‘हर गली, हर मैदान, खेले सारा हिंदुस्तान’ के आदर्श वाक्य के साथ, सांसद और अन्य जनप्रतिनिधि भी देशभर में स्थानीय कार्यक्रमों में शामिल होकर लोगों को प्रेरित करेंगे. 2036 में ओलंपिक गेम्स की मेजबानी को लेकर भारत के दृष्टिकोण के अनुरूप, इस समारोह का उद्देश्य पूरे देश में खेलों और फिटनेस गतिविधियों में व्यापक भागीदारी की संस्कृति को बढ़ावा देना है.
तीन दिवसीय कार्यक्रम के दौरान मेजर ध्यानचंद को श्रद्धांजलि देने के साथ फिट इंडिया की शपथ ली जाएगी, जिसके बाद 29 अगस्त को एक घंटे तक खेलकूद का आयोजन होगा.
दूसरे दिन पूरे देश में खेल वाद-विवाद, फिटनेस वार्ता और स्वदेशी तथा अन्य खेलों जैसे खो-खो, कबड्डी, वॉलीबॉल, सैक रेस, रस्साकशी जैसी प्रतियोगिताएं होंगी.
समारोह का समापन ‘फिट इंडिया संडे ऑन साइकिल’ के साथ होगा. यह साइकिलिंग को जीवन के अभिन्न अंग के रूप में बढ़ावा देने का एक राष्ट्रव्यापी अभियान है.
‘राष्ट्रीय खेल दिवस’ हर साल 29 अगस्त को हॉकी के दिग्गज मेजर ध्यानचंद की जयंती के उपलक्ष्य में मनाया जाता है. यह दिवस 2019 में फिट इंडिया मूवमेंट की शुरुआत का भी गवाह बना, जो तब से पूरे देश में एक व्यापक फिटनेस क्रांति बन गया है.
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आरएसजी
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