बलौदाबाजार: वो चीखती रही ,चिल्लाती रही ,अपने जान की भीख मांगती रही लेकिन अंधविश्वास में डूबे दरिन्दों को बूढ़ी महिला पर दया नहीं आई और बेरहमी से उसे मौत के घाट उतार दिया. अब इस मामले में पुलिस ने तीन लोगों को गिरफ्तार किया है. घटना छत्तीसगढ़ के बलौदाबाजार जिले की है जहां अंधविश्वास और जमीन में गड़ा धन की लालच में एक अधेड़ महिला की हत्या कर दी गयी. मामला गिधौरी थाना क्षेत्र का है जहां चार लोगों ने अंधविश्वास की वजह से 75 साल की महिला की हत्या कर शव को पत्थर के खदान में फेंक दिया. फिलहाल पुलिस ने चारों आरोपियों को गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया है.आरोपियों को लगता था कि जमीन में खजाना गड़ा हुआ है, जिसके मिलने के बाद वो मालामाल हो जाएंगे. आरोपियों को खजाना तो नहीं मिला लेकिन वो सलाखों के पीछे जरूर पहुंच गए.
पत्नी ने संबंध बनाने से किया इनकार, पति ने कुल्हाड़ी से काट दिया सिर दरअसल करीब 6 महीने पहले बीते ललित श्रीवास नाम के शख्स ने अपने अन्य 3 साथियों के साथ मिलकर महिला देवमती विश्वकर्मा को घर से अगवा कर लिया था. इसके बाद आरोपी उसे लेकर कसडोल के निर्माणाधीन मिनी स्टेडियम पहुंचे और जमीन में गड़े धन को निकालने के लिए मटिया नामक प्रेत की मांग की जिस पर वृद्ध महिला ने ऐसा करने से मना कर दिया. इसके बाद आरोपियों ने उसकी हत्या कर दी और शव के हाथ-पैर बांधकर रोड किनारे एक पत्थर खदान में फेंक दिया.
पुलिस अंधविश्वास और जमीन में गड़े कथित धन के इस मामले में महिला की हत्या से जुड़ी जानकारी जुटा रही थी. करीब 4 महीने बाद मुख्य आरोपी ललित श्रीवास समेत अन्य आरोपी करण दास, प्रवीण साहू और कमल सिंह कंवर को गिरफ्तार कर लिया. इसके साथ ही घटना में उपयोग की गई एक स्विफ्ट कार को भी पुलिस ने जब्त कर लिया है. सभी आरोपियों को न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया गया है. इस घटना ने अंधविश्वास से जुड़े कई सवालों को खड़ा कर दिया है.
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