आज भारत के पैसेंजर व्हीकल (PV) मार्केट में एक ही ट्रेंड सबसे ऊपर है, SUV का दबदबा. साल 2024-25 में कुल कार बिक्री में SUV की हिस्सेदारी 50% से ज्यादा हो चुकी है. वहीं दूसरी ओर, कभी स्टेटस सिंबल मानी जाने वाली सेडान कारें अब धीरे-धीरे पीछे जा रही हैं. फिर भी, एक सेगमेंट ऐसा है जो अब तक टिका हुआ है. सब-कॉम्पैक्ट सेडान, जो अभी भी कुल बाजार का 7-8% हिस्सा बनाए हुए है.
यह स्थिति किसी इत्तेफाक से नहीं बनी है, बल्कि इसके पीछे दो बड़ी वजहें हैं. सरकारी टैक्स पॉलिसी और कम ओनरशिप कॉस्ट (TCO). इस सेगमेंट की सबसे बड़ी खिलाड़ी Maruti Suzuki Dzire है, जो करीब 61% मार्केट शेयर के साथ इस क्लास की बादशाह है. डिज़ायर ने इस पूरे फॉर्मूले को बखूबी अपनाया है, और यही इसकी लगातार सफलता का राज है.
कीमत और टैक्स का फायदासब-कॉम्पैक्ट सेडान की सबसे बड़ी ताकत है इसका 4 मीटर से कम लंबाई वाला डिजाइन, जो इसे टैक्स में बड़ी राहत दिलाता है. इस वजह से इन कारों पर एक्साइज ड्यूटी कम लगती है, जिससे इनकी कीमत SUV के मुकाबले काफी सस्ती पड़ती है. उदाहरण के तौर पर, Mahindra XUV 3XO जैसी SUV की शुरुआती कीमत करीब ₹7.28 लाख (एक्स-शोरूम) है, जबकि Maruti Dzire का बेस मॉडल ₹6.26 लाख से शुरू हो जाता है. यानी करीब ₹1 लाख से ₹1.5 लाख तक का फर्क. पहली बार कार खरीदने वाले ग्राहक के लिए यह बचत बहुत मायने रखती है.
लगातार बढ़ती बिक्रीइस किफायती कीमत के कारण ही डिज़ायर की डिमांड लगातार बनी हुई है. सितंबर 2025 में मारुति ने 20,038 यूनिट्स डिज़ायर की बिक्री की, जो पिछले साल के मुकाबले 85% ज्यादा है. यह आंकड़ा कई SUV मॉडलों की बिक्री के बराबर है.
कम चलने का खर्च (TCO)लंबे समय में डिज़ायर जैसी कारें SUV की तुलना में कम खर्चीली और ज्यादा कारगर साबित होती हैं. हल्के वजन, एयरोडायनमिक डिजाइन और 1.2-लीटर K-सीरीज़ इंजन की वजह से इसकी माइलेज बेहतरीन रहती है. इसका CNG वेरिएंट तो और भी किफायती है 33.73 km/kg की ARAI रेटेड माइलेज के साथ. अगर कोई व्यक्ति 5 साल में 50,000 किमी चलाता है, तो CNG वेरिएंट से ₹1.65 लाख तक की ईंधन बचत हो सकती है.
साथ ही, डिज़ायर का मेंटेनेंस खर्च भी बेहद कम है. पहले 5 साल या 50,000 किमी में इसकी सर्विस कॉस्ट सिर्फ ₹17,000 से ₹22,000 के बीच रहती है, जिससे यह कार खासतौर पर कैब ऑपरेटर्स और बजट खरीदारों की पसंद बनी हुई है.
भरोसा और रीसेल वैल्यूडिज़ायर की एक और बड़ी खासियत है इसका रीसेल वैल्यू और ब्रांड ट्रस्ट. कम मेंटेनेंस और मजबूत नेटवर्क की वजह से इसकी सेकंड-हैंड वैल्यू भी बेहतरीन रहती है. यही वजह है कि यह कार न सिर्फ नई बल्कि पुरानी कार मार्केट में भी पसंदीदा बनी हुई है.
समझदारी भरा चुनावSUV भले ही फैशन बन गई हो, लेकिन जो लोग कम खर्च में ज्यादा वैल्यू चाहते हैं, उनके लिए सब-कॉम्पैक्ट सेडान अब भी सबसे समझदारी भरा चुनाव है. टैक्स का फायदा, कम खर्च, और क्लासिक लुक यही तीन बातें इसे अब तक जिंदा रखे हुए हैं.
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