लड़कियां अक्सर शादी के बाद पैरो में भी रिंग पहनने लगती हैं, जिसे बिछिया कहा जाता है। हिन्दू धर्म शास्त्रों में सिंदूर और मंगलसूत्र के अलावा बिछिया को भी सुहागन महिलाओं की एक बड़ी निशानी मानी जाती है।
धार्मिक मान्यता के अलावा बिछिया पहनने के कई बायोलॉजिकल कारण भी बताए गए हैं। मान्यता है कि बिछिया पहनने से मेंस्ट्रुअल साइकिल ठीक तरीके से चलता है और साथ ही फर्टिलिटी भी बूस्ट होती है। आइए जानते हैं, बिछिया पहनने के कुछ अन्य फायदों के बारे में…
जानिए क्या है बिछिया पहनने का महत्व…वैसे तो शास्त्रों में बिछिया को 16 श्रृंगारों में गिना जाता है। बिछिया पहनने से सूर्य और चंद्रमा की कृपा भी बनी रहती है। शास्त्रों के अनुसार विवाहित महिलाओं को दाएं या बाएं किसी भी पैर की दूसरी उंगली में बिछिया पहननी चाहिए।
यहीं नहीं, बिछिया पहनने से घर में मां लक्ष्मी की कृपा भी बनी रहती है। ऐसे में महिलाओं का बिछिया पहनना काफी शुभ माना जाता है।
बिछिया पहनने पर क्या कहते हैं जानकार?जानकारों की मानें तो शादी के बाद जितने भी गहने पहने जाते हैं, उन सभी का संबंध महिलाओं के सेहत से जुड़ा होता है। मेडिकल एक्सपर्ट का कहना है कि पैरों में कई तरीके के नर्व्स और एक्यूप्रेशर प्वाइंट होते हैं। जो बिछिया पहनने से एक्टिव हो जाते हैं और इससे सेहत को बहुत तक फायदा पहुंचता है।
क्या हैं बिछिया पहनने के फायदे…1. माना जाता है कि पैरों के अंगूठे के बाद वाली उंगली में बिछिया पहनने से कांटेक्ट से सायटिका नामक लंबर नर्वस पर प्रेशर बढ़ता है। इससे शरीर में रक्त प्रवाह सही बना रहता है और साथ ही मेंस्ट्रुअल साइकिल(पीरियड्स) भी नियमित चलता रहता है।
ऐसे में जिन महिलाओं को पीरियड्स अनियमित होने की शिकायत रहती है, उन्हें अपने पैरों की उंगलियों में बिछिया जरूर पहननी चाहिए।
2. कहा जाता है कि चांदी की बिछिया पैरों के नशों को कंडक्ट करती है। इससे शरीर में मैग्नटिक फील्ड बेहतर होती है और बॉडी के जितने भी फंक्शन होते हैं, वो सही तरीके से काम करने लगते हैं। इतना ही नहीं बिछिया पहनने से हार्मोनल हेल्थ भी ठीक रहता है, जिससे फर्टिलिटी प्रभावित होती है।
3.वैसे तो बिछिया अंगूठे के बाद के 3 उंगलियो में पहनी जाती है, मगर आज कल लड़कियां फ़ैशन के नाम पर अंगूठे के बाद की ही 2 उंगलियों पर इसे पहनती हैं।
बता दें कि अंगूठे बाद की उंगली का कनेक्शन सीधे यूट्रस से रहता है, ऐसे में जब इस पर दबाव पड़ता है तो पीरियड साइकिल ठीक बना रहता है। साथ ही प्रेगनेन्सी का पूरा प्रोसेस भी बेहतर ढंग होता है।
4. पैर के तीसरे उंगली में बिछिया पहनने से पीरियड्स का दर्द कम होता है।
5. बिछिया पहनने से बॉडी में ब्लड सर्कुलेशन अच्छा रहता है और कई बीमारियों का खतरा कम हो जाता है।
पायल पहनना भी है सेहत के लिए फायदेमंदजानकारों की माने तो बिछिया के अलावा पायल पहनने से भी कई तरह के फायदे होते हैं। कहा जाता है कि जहां पायल पहना जाता है, वहां यूट्रस, फेलोपिन ट्यूब, ओवरी के एक्युप्रेशर पॉइंट्स होते हैं। लिहाजा जो महिलाएं पायल पहनती हैं, उनके एक्युप्रेशर प्वाइंट अच्छे से रेगुलेट होते हैं। इससे सेहत अच्छी बनी रहती है।
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