महेंद्र सिंह धोनी का नाम केवल एक पहचान नहीं है, बल्कि यह एक गहरी भावना का प्रतीक है। उनके प्रशंसकों की संख्या करोड़ों में है, और उनकी लोकप्रियता का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि क्रिकेट से संन्यास लेने के बाद भी उनका नाम चर्चा में रहता है। लोग उनकी कप्तानी, खेल कौशल और रणनीतियों की प्रशंसा करते हैं। उनके फैंस न केवल उनके खेल के लिए, बल्कि उनके व्यक्तित्व के लिए भी दीवाने हैं।
धोनी की संपत्ति और सादगी अरबों के मालिक, नहीं 1 पैसे का घमंड
महेंद्र सिंह धोनी आज अरबों की संपत्ति के मालिक हैं, जिनकी कुल संपत्ति लगभग 949 करोड़ रुपये है। इसके बावजूद, उनमें घमंड का नामोनिशान नहीं है। धोनी एक साधारण व्यक्ति हैं, जो अपने मिडल क्लास परिवार से उठे हैं और पहले टीटीई के रूप में काम कर चुके हैं।
7 जुलाई 1981 को रांची में जन्मे धोनी अपनी संपत्ति का प्रदर्शन नहीं करते। वे सादा जीवन जीने में विश्वास रखते हैं और उनके सोशल मीडिया पर कई तस्वीरें हैं जो उनकी सरलता को दर्शाती हैं। उनके संस्कार भी उन्हें एक आदर्श व्यक्ति बनाते हैं।
धोनी का काम करने का तरीका अपने हाथों से करते हैं हर काम
धोनी का एक फॉर्महाउस है, जहां वे खेती करते हैं। कई बार उन्हें खुद खेतों में काम करते देखा गया है। उन्हें ट्रैक्टर चलाते हुए भी देखा गया है। गाड़ियों के प्रति उनका प्रेम भी है, और वे अपनी गाड़ी खुद साफ करना पसंद करते हैं। उनके पास इतनी संपत्ति है कि वे नौकर रख सकते हैं, लेकिन उनका मानना है कि कोई भी काम छोटा या बड़ा नहीं होता।
धोनी का पारिवारिक जीवन धोनी का पारिवारिक जीवन
धोनी एक पारिवारिक व्यक्ति हैं। उन्होंने 2010 में साक्षी धोनी से शादी की, जिनसे उनकी पहली मुलाकात एक होटल में हुई थी। इस शादी के पांच साल बाद, 6 फरवरी 2015 को उनके घर एक बेटी आई, जिसका नाम जीवा धोनी रखा गया।
सादगी का प्रतीक सादगी से हैं भरपूर
धोनी अपनी पत्नी और बेटी के बेहद करीब हैं। उनकी पत्नी सोशल मीडिया पर सक्रिय रहती हैं और अक्सर धोनी और अपनी बेटी की तस्वीरें साझा करती हैं। इन तस्वीरों में धोनी सादगी से भरे एक सामान्य व्यक्ति के रूप में नजर आते हैं।
धोनी के प्रति लोगों का प्यार देखने के लिए आपको 15 अगस्त 2020 की घटना को याद करना होगा, जब उन्होंने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लेने की घोषणा की। इस खबर ने पूरे देश को भावुक कर दिया था। दो साल से अधिक समय बीत जाने के बाद भी, उनकी कमी महसूस की जाती है।
You may also like

महागठबंधन के चुनावी घोषणापत्र में लालू को नहीं मिली जगह : सम्राट चौधरी

CWC25: लौरा वोल्वार्ड्ट के धमाकेदार शतक से साउथ अफ्रीका ने इंग्लैंड को दिया 320 रन का विशाल लक्ष्य

खैबर पख्तूनख्वा को बोलो पाकिस्तान का हिस्सा, नहीं तो... TTP के वार से बौखलाई मुनीर सेना, अपने ही नेताओं को धमकाया

85 वर्षीय दिलिन बाई आज शासन की योजनाओं से पा रही हैं सुख, सम्मान और आत्मनिर्भरता

मुख्यमंत्री डॉ. यादव विद्यार्थियों के खातों में गुरुवार को अंतरित करेंगे 300 करोड़ रुपये की छात्रवृत्ति




